Crime and Religious Security: छपरा के ऐतिहासिक धर्मनाथ मंदिर में हुई भीषण चोरी, श्रद्धालुओं के अंदर जल गई गुस्से की आग
Crime and Religious Security: बिहार के सारण जिले में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का फायदा उठाते हुए अपराधियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। प्रमंडलीय मुख्यालय छपरा के अत्यंत प्राचीन और आस्था के केंद्र (Baba Dharamnath Mandir) में बीती रात भीषण चोरी की घटना हुई। चोरों ने मंदिर की पवित्रता को तार-तार करते हुए भगवान के गहनों और दानपात्र की नकदी पर हाथ साफ कर दिया। इस घटना ने पूरे इलाके के धार्मिक समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। जब सुबह श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुँचे, तो मंदिर के हालात देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
लाखों के गहने और दानपात्र की नकदी साफ
चोरों ने मंदिर परिसर में स्थापित विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को अपना निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि चोरों ने (Temple Gold Ornaments) और चांदी के मुकुट, जेवर तथा अन्य कीमती सामान चुरा लिए, जिनकी कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है। इतना ही नहीं, श्रद्धालुओं द्वारा श्रद्धापूर्वक दानपात्र में डाली गई नकदी को भी चोरों ने नहीं छोड़ा। भगवान बाजार थाना क्षेत्र में स्थित इस पौराणिक मंदिर में हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि चोरों ने काफी समय लेकर तसल्ली से इस वारदात को अंजाम दिया है।
नए पुजारी की ताजपोशी के ठीक बाद हुई घटना
यह घटना इसलिए भी अधिक चर्चा में है क्योंकि महज एक सप्ताह पहले ही मंदिर के नवनियुक्त महंत अखिलेश्वर पर्वत का भव्य (Investiture Ceremony) आयोजित किया गया था। नए पुजारी की नियुक्ति के कुछ ही दिनों के भीतर इतनी बड़ी चोरी होना कई संदेह पैदा करता है। महंत अखिलेश्वर पर्वत ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि मंदिर की सुरक्षा के लिए रात में कोई विशेष व्यवस्था नहीं थी, जिसका फायदा अपराधियों ने उठाया। घटना की जानकारी मिलते ही मंदिर में ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पुलिस चौकी से महज 5 मिनट की दूरी पर चोरी
श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा गुस्सा इस बात को लेकर है कि बाबा धर्मनाथ धनी मंदिर भगवान बाजार थाने से केवल (Minimal Distance) पर स्थित है। पुलिस की गश्ती और मुस्तैदी पर सवाल उठाते हुए लोगों ने कहा कि यदि थाना के इतने करीब स्थित मंदिर सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे। पुलिस की निष्क्रियता ही अपराधियों के बढ़ते हौसलों का मुख्य कारण मानी जा रही है। लोगों का कहना है कि कोहरे के दौरान गश्त बढ़ाने के दावों की इस घटना ने हवा निकाल दी है।
सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की जांच प्रक्रिया
मामले की गंभीरता को देखते हुए भगवान बाजार थाना की पुलिस टीम डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ मौके पर पहुँची। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंदिर परिसर और आसपास के (CCTV Surveillance) कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि अपराधियों की शिनाख्त की जा सके। कुछ संदिग्ध फुटेज पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही चोरी का खुलासा कर दिया जाएगा और चोरी गए आभूषणों को बरामद कर लिया जाएगा।
सारण पुलिस के लिए बड़ी चुनौती और सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद सारण के अन्य मंदिरों के ट्रस्ट और पुजारियों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। श्रद्धालुओं ने मांग की है कि महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर (Security Guards) की तैनाती की जाए और पुलिस की विशेष गश्त सुनिश्चित हो। सारण पुलिस के सामने एक ओर सड़क हादसों को रोकने की चुनौती है, तो दूसरी ओर इस तरह की आपराधिक वारदातों ने उनकी सिरदर्दी बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले को कितनी जल्दी सुलझाकर जनमानस के बीच अपना विश्वास बहाल कर पाती है।