Mercedes Benz Price Hike India 2026: अब और भी महंगा होगा मर्सिडीज खरीदने का सपना, हर 3 महीने में बढ़ेंगी कीमतें
Mercedes Benz Price Hike India 2026: अगर आप अपनी पसंदीदा लग्जरी कार मर्सिडीज-बेंज को घर लाने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए एक चिंताजनक खबर है। कंपनी ने संकेत दिया है कि साल 2026 आपकी जेब पर काफी भारी पड़ने वाला है। लग्जरी कार निर्माता कंपनी (Mercedes Benz India Strategy) के तहत अब हर तिमाही अपनी कारों की कीमतों में इजाफा करने की तैयारी कर रही है। मंगलवार को कंपनी के शीर्ष नेतृत्व ने इस बात की पुष्टि की है कि बाजार की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए दाम बढ़ाना उनकी मजबूरी बन गई है।
विदेशी मुद्रा दरों ने बिगाड़ा कंपनी का गणित
कीमतों में होने वाली इस बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में रुपये की गिरती साख है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने स्पष्ट किया कि (Currency Exchange Rate Impact) कंपनी के मुनाफे और लागत पर सीधा असर डाल रहा है। कंपनी के अनुसार, यूरो के मुकाबले रुपये में पिछले 18 महीनों के दौरान करीब 15-18% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे पार्ट्स का आयात करना और गाड़ियों का निर्माण करना पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा महंगा हो गया है।
यूरो की बढ़ती कीमत ने बढ़ाया वित्तीय दबाव
आंकड़ों पर गौर करें तो करीब डेढ़ साल पहले 1 यूरो की कीमत लगभग ₹89 के आसपास हुआ करती थी, जो अब बढ़कर ₹105 के पार पहुंच गई है। इस (Rupee Depreciation Pressure) की वजह से कारों की उत्पादन लागत और बिक्री मूल्य के बीच 10-15% का बड़ा अंतर पैदा हो गया है। कंपनी का कहना है कि वे लंबे समय तक इस बढ़ते हुए वित्तीय बोझ को खुद वहन नहीं कर सकते, इसलिए कीमतों को संशोधित करना अब अनिवार्य हो गया है ताकि व्यापार की निरंतरता बनी रहे।
चरणबद्ध तरीके से ग्राहकों पर बढ़ेगा बोझ
कंपनी के सीईओ संतोष अय्यर ने आश्वासन दिया है कि वे ग्राहकों को एक ही बार में बड़ा झटका नहीं देना चाहते। (Quarterly Price Revision Plan) के जरिए कंपनी कीमतों को धीरे-धीरे बढ़ाएगी ताकि बाजार में कारों की मांग पर अचानक कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इस योजना के तहत, 1 जनवरी 2026 से कीमतों में शुरुआती 2% की बढ़ोतरी लागू कर दी जाएगी और उसके बाद हर तीन महीने पर बाजार की समीक्षा की जाएगी, जिससे हर तिमाही लगभग 2% की वृद्धि होने का अनुमान है।
लग्जरी कार बाजार में बढ़ सकती है हलचल
मर्सिडीज-बेंज का यह कदम केवल एक कंपनी तक सीमित नहीं रहने वाला है, बल्कि इसका असर पूरे (Luxury Car Market Trends) पर पड़ने की संभावना है। चूंकि विदेशी मुद्रा दरों का दबाव पूरी इंडस्ट्री पर एक समान है, इसलिए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी अन्य प्रतिद्वंद्वी कंपनियां भी जल्द ही अपनी कीमतों को बढ़ाने का ऐलान कर सकती हैं। आने वाले समय में लग्जरी कारों की बुकिंग में भारी कमी या ग्राहकों के बदलते रुख को देखना दिलचस्प होगा।
मांग को सुरक्षित रखने की कोशिश में जुटे मेकर्स
संतोष अय्यर का मानना है कि अगर कीमतों में एक साथ 10-12% की वृद्धि कर दी जाए, तो भारतीय बाजार में लग्जरी कारों की सेल्स ग्राफ गिर सकता है। इसी (Market Demand Sustainability) को ध्यान में रखते हुए किस्तों में कीमतें बढ़ाई जा रही हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि वह अपने प्रीमियम ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता और सर्विस देना जारी रखे, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी प्राइसिंग पॉलिसी में कड़े बदलाव क्यों न करने पड़ें।
भविष्य की प्लानिंग और खरीदारों को सलाह
ऑटो एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग मर्सिडीज खरीदने का मन बना चुके हैं, उनके लिए 2025 का अंत या 2026 की शुरुआत सबसे सही समय हो सकता है। जैसे-जैसे साल आगे बढ़ेगा, (Price Hike Impact on Buyers) बढ़ता जाएगा और वही कार आपको लाखों रुपये महंगी मिलेगी। समय रहते बुकिंग करना आपको हर तिमाही होने वाली संभावित 2-2 प्रतिशत की वृद्धि से बचा सकता है और आपके बजट को स्थिर रखने में मदद कर सकता है।
क्या प्रीमियम सेगमेंट पर पड़ेगा असर?
महंगाई और करेंसी उतार-चढ़ाव के बीच लग्जरी कार सेगमेंट हमेशा से ही संवेदनशील रहा है। हालांकि, मर्सिडीज-बेंज के ग्राहकों का एक बड़ा वर्ग कीमतों में छोटी बढ़ोतरी से विचलित नहीं होता, लेकिन (Luxury Segment Pricing Dynamics) में यह निरंतर बदलाव लंबे समय में ब्रांड की पहुंच को प्रभावित कर सकता है। अब देखना यह होगा कि कंपनी अपने इस चरणबद्ध फॉर्मूले के साथ साल 2026 में बिक्री के किन लक्ष्यों को हासिल कर पाती है।