Bihar Development Plan 2025: सात निश्चय-3 से बदलेगी बिहार की तकदीर, विकसित राज्यों की कतार में खड़ा होगा प्रदेश
Bihar Development Plan 2025: बिहार की राजनीति और विकास के परिदृश्य में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य को देश के सर्वाधिक विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए ‘सात निश्चय-3’ कार्यक्रमों को लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। कैबिनेट की इस महत्वपूर्ण मंजूरी के बाद बिहार की प्रगति को एक नई और तेज रफ्तार मिलने की उम्मीद है। सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विस्तृत लेख के माध्यम से जनता को संबोधित करते हुए (Government Strategic Planning) के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि साल 2005 से ही उनकी सरकार ने न्याय के साथ विकास और सुशासन के सिद्धांतों पर चलते हुए हर वर्ग और क्षेत्र के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया है।

दोगुनी आय और एक करोड़ नौकरियों का महालक्ष्य
सात निश्चय-3 का पहला और सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ ‘दोगुना रोजगार-दोगुनी आय’ को बनाया गया है। इस निश्चय के तहत राज्य की प्रति व्यक्ति औसत आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है, जो बिहार की अर्थव्यवस्था के लिए (Per Capita Income Growth) का एक क्रांतिकारी मोड़ साबित होगा। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार के लिए दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाया जाएगा। सरकार ने अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं के लिए नौकरी और स्वरोजगार के अवसर पैदा करने का बड़ा संकल्प लिया है। इसके लिए एक समर्पित युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग का गठन भी किया जा चुका है, जो विशेष रूप से युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा देने का काम करेगा।
पूर्वी भारत का नया टेक हब बनेगा समृद्ध बिहार
‘समृद्ध उद्योग-सशक्त बिहार’ इस मिशन का दूसरा बड़ा आधार है, जिसका उद्देश्य राज्य को औद्योगिक क्रांति की ओर ले जाना है। बिहार को पूर्वी भारत का नया (Technology Hub Development) बनाने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में तीन उच्चस्तरीय समितियों का गठन किया गया है। सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में राज्य के भीतर 50 लाख करोड़ रुपये का निजी निवेश सुनिश्चित करना है। स्थानीय उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ‘बिहार विपणन प्रोत्साहन निगम’ की स्थापना की गई है। इसके अतिरिक्त, बंद पड़ी 9 चीनी मिलों को पुनः शुरू करने और 25 नई चीनी मिलों की स्थापना का निर्णय लिया गया है, जो ग्रामीण रोजगार के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
कृषि रोड मैप और मखाना उत्पादन से ग्रामीण समृद्धि
तीसरा निश्चय ‘कृषि में प्रगति-प्रदेश की समृद्धि’ पूरी तरह से किसानों के हितों को समर्पित है। वर्ष 2024 से 2029 के लिए गठित चौथे कृषि रोड मैप के कार्यों में तेजी लाई जाएगी, जिससे (Agriculture Production Policy) को नया विस्तार मिलेगा। विशेष रूप से मखाना के उत्पादन और प्रसंस्करण को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए एक अलग ‘मखाना रोड मैप’ तैयार किया गया है। डेयरी सेक्टर को मजबूती देने के लिए प्रत्येक पंचायत में ‘सुधा’ बिक्री केंद्र खोले जाएंगे और दुग्ध उत्पादन समितियों का जाल बिछाया जाएगा। सरकार का संकल्प है कि बिहार के हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचे, ताकि मानसून पर निर्भरता को कम किया जा सके।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और नई एजुकेशन सिटी का सपना
शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार के लिए ‘उन्नत शिक्षा-उज्ज्वल भविष्य’ को चौथा निश्चय बनाया गया है। राज्य में एक अलग उच्च शिक्षा विभाग का गठन पहले ही किया जा चुका है, जो (Higher Education Reforms) की दिशा में कार्य कर रहा है। इसके तहत पुराने और प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में अपग्रेड किया जाएगा। बिहार में एक नई ‘एजुकेशन सिटी’ का निर्माण भी किया जाएगा, जहां विश्वस्तरीय शैक्षणिक सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। यह पहल राज्य के मेधावी छात्रों को पलायन करने से रोकेगी और उन्हें अपने ही प्रदेश में बेहतर भविष्य के अवसर प्रदान करेगी।
चिकित्सा सेवाओं का कायाकल्प और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
‘सुलभ स्वास्थ्य-सुरक्षित जीवन’ के पांचवें निश्चय के तहत बिहार के स्वास्थ्य ढांचे को पूरी तरह बदलने की तैयारी है। प्रखंड स्तर के केंद्रों को विशिष्ट चिकित्सा केंद्रों और जिला अस्पतालों को (Healthcare Infrastructure Expansion) के तहत सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में विकसित किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहन राशि और सरकारी डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने जैसी कड़ियां नीतियां लाई जा रही हैं। पीपीपी मोड के माध्यम से नए मेडिकल कॉलेजों में आधुनिक इलाज और अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि राज्य का हर नागरिक बिना किसी कठिनाई के गुणवत्तापूर्ण उपचार प्राप्त कर सके।
आधुनिक एक्सप्रेस-वे और स्मार्ट शहरों का विस्तार
छठा निश्चय ‘मजबूत आधार-आधुनिक विस्तार’ राज्य के बुनियादी ढांचे को नई पहचान देगा। शहरों के विस्तार के साथ-साथ नए आधुनिक नियोजित शहरों का विकास किया जाएगा, जिसमें (Urban Connectivity Infrastructure) को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके तहत 5 नए एक्सप्रेस-वे सड़कों का निर्माण और ग्रामीण सड़कों का दो लेन चौड़ीकरण किया जाएगा। ऊर्जा के क्षेत्र में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना है। साथ ही, बिहार में फिल्मों की शूटिंग के लिए फिल्म सिटी और स्पोर्ट्स सिटी के निर्माण से मनोरंजन और खेल जगत में भी राज्य की धाक जमेगी।
ईज ऑफ लिविंग और सबका सम्मान: नीतीश का अटूट भरोसा
सात निश्चय-3 का अंतिम और सातवां निश्चय ‘सबका सम्मान-जीवन आसान’ यानी ईज ऑफ लिविंग है। इसके माध्यम से आधुनिक तकनीक और नवाचार का उपयोग कर प्रशासन को अधिक संवेदनशील और पारदर्शी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्ण विश्वास जताया है कि (Good Governance Implementation) की इस नई कड़ी से बिहार विकसित राज्यों की पहली पंक्ति में खड़ा होगा। यह विजन केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रगति यात्रा की 430 स्वीकृत योजनाओं और सात निश्चय-2 के बचे हुए कार्यों को भी इसी अभियान के साथ तेजी से पूरा किया जाएगा। सुशासन की इस नई लहर से हर बिहारी के जीवन में खुशहाली आने की उम्मीद है।



