Alaska Airlines pilot incident: अलास्का एयरलाइंस पायलट केस में अदालत ने दिया कड़ा संदेश, जानें डिटेल मेंं…
Alaska Airlines pilot incident: अमेरिका की अलास्का एयरलाइंस के एम्ब्रेयर ई75 रीजनल जेट में 2023 में हुई घटना अब कानूनी निर्णय (Verdict) तक पहुंच चुकी है। सिएटल से सैन फ्रांसिस्को जा रहे इस विमान में 83 यात्री और क्रू मौजूद थे, जब एक ऑफ-ड्यूटी पायलट ने कथित तौर पर नशे की हालत में कॉकपिट में खतरनाक हरकत की। यह मामला इसलिए भी गंभीर (Serious) माना गया, क्योंकि पायलट उड़ान नहीं भर रहा था, बल्कि जंप सीट पर बैठा हुआ था।

जंप सीट पर बैठा पायलट कैसे बना खतरा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट जोसेफ एमर्सन कॉकपिट की जंप सीट पर बैठकर यात्रा कर रहा था। एयरलाइन ने बताया कि फ्लाइट पूरी तरह भरी होने के कारण उसे यह सीट दी गई थी। आमतौर पर जंप सीट पर बैठना सामान्य (Routine) प्रक्रिया मानी जाती है, लेकिन इस बार यही व्यवस्था संकट का कारण बन गई।
अचानक खींचे इंजन शट-ऑफ हैंडल
घटना के दौरान एमर्सन ने ऊपर लगे दो शट-ऑफ हैंडल को खींचने की कोशिश की। इन हैंडल का इस्तेमाल आग लगने जैसी आपात (Emergency) स्थिति में इंजन बंद करने के लिए किया जाता है। यदि यह प्रयास सफल हो जाता, तो विमान की सुरक्षा पर गंभीर खतरा पैदा हो सकता था। कॉकपिट में मौजूद दूसरे पायलट ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए उसे रोका।
सामने आया ऑडियो, बढ़ी सनसनी
इस घटना से जुड़ा ऑडियो सामने आने के बाद मामला और चौंकाने (Shocking) वाला हो गया। ऑडियो में दूसरा पायलट एमर्सन को रोकते हुए और गुस्से में डांटते हुए सुना जा सकता है। इसके बाद वह हांफते हुए एयर ट्रैफिक कंट्रोल से इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगता है। यह संवाद विमानन सुरक्षा में मानवीय दबाव (Pressure) की झलक देता है।
सुरक्षित लैंडिंग और गिरफ्तारी
स्थिति को संभालते हुए विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई और जोसेफ एमर्सन को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा (Disaster) टल गया। इस घटना ने यह सवाल खड़ा किया कि कॉकपिट एक्सेस और ऑफ-ड्यूटी क्रू की निगरानी कितनी प्रभावी है।
नशे का कबूलनामा: मैजिक मशरूम का असर
पूछताछ में एमर्सन ने स्वीकार किया कि उसने दो दिन पहले मैजिक मशरूम का सेवन किया था। उसने बताया कि वह नींद की कमी से जूझ रहा था और उसे भ्रम हुआ कि वह कहीं फंसा हुआ है। उसके अनुसार, उसे लगा कि हैंडल खींचने से वह “जाग” जाएगा। यह बयान मानसिक भ्रम (Delusion) और नशे के खतरनाक संयोजन को दर्शाता है।
“तीन सेकेंड” का पछतावा
एमर्सन ने कहा कि उसे अब समझ आता है कि वे उसकी जिंदगी के सबसे निर्णायक तीन सेकेंड थे। यह स्वीकारोक्ति उसके पश्चाताप (Remorse) को दिखाती है, लेकिन साथ ही यह भी बताती है कि विमानन जैसे संवेदनशील क्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य और नशा कितना बड़ा जोखिम बन सकता है।
दोष स्वीकार, सजा और शर्तें
कानूनी प्रक्रिया में एमर्सन ने क्रू के काम में बाधा डालने के आरोप को स्वीकार कर लिया। दोष स्वीकार करने के बदले अदालत ने उसे पहले जेल में बिताए 46 दिनों की सजा को मानते हुए रिहा कर दिया। हालांकि, उस पर तीन साल की निगरानी रहेगी और इस अवधि में उसे विमान उड़ाने की अनुमति नहीं होगी। यह फैसला संतुलित (Balanced) माना जा रहा है, जिसमें दंड और सुधार—दोनों पर जोर है।
विमानन सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद विमानन विशेषज्ञों ने कॉकपिट एक्सेस नियमों और ऑफ-ड्यूटी पायलट्स की जांच (Scrutiny) पर सवाल उठाए हैं। क्या केवल सीट उपलब्धता के आधार पर जंप सीट देना सुरक्षित है? क्या नशा और थकान की स्क्रीनिंग पर्याप्त है? ये प्रश्न भविष्य की नीतियों को आकार (Shape) दे सकते हैं।
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
अलास्का एयरलाइंस ने कहा है कि वह सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा कर रही है। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च (Supreme) प्राथमिकता है, और किसी भी तरह की ढील स्वीकार्य नहीं। यह घटना एक चेतावनी है कि छोटी चूक भी बड़े खतरे में बदल सकती है।



