BJP Uttarakhand Politics: लोकतंत्र के देवता से लगी गुहार, भाजपा को रावण का वंशज बताकर हरीश रावत ने छेड़ी राजनीतिक जंग
BJP Uttarakhand Politics: उत्तराखंड की शांत वादियों में उस वक्त राजनीतिक तूफान आ गया जब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मालरोड पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा पर अब तक का सबसे कड़ा प्रहार किया। रावत ने तीखे लहजे में कहा कि भाजपा के लोग रावण के वंशज हैं और सत्ता के मद में चूर होकर अहंकार के साथ अपनी बात कहते हैं। उन्होंने (Political Rhetoric in Uttarakhand) का सहारा लेते हुए सीधे लोकतंत्र के देवता से प्रार्थना की कि विपक्षी संघर्ष के साथ न्याय किया जाए और सत्ताधारियों को भी वैसी ही बेरोजगारी का स्वाद चखाया जाए, जैसी आज विपक्ष झेल रहा है।
प्राइम लैंड के सौदों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
हरीश रावत ने केवल व्यक्तिगत टिप्पणी ही नहीं की, बल्कि राज्य के संसाधनों को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने बेहद भावनात्मक अपील करते हुए आरोप लगाया कि उत्तराखंड की बेशकीमती और प्राइम लैंड को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बाहरी लोगों को बेचने का काम किया है। रावत का मानना है कि यदि यही सिलसिला जारी रहा, तो (Land Laws in Uttarakhand) के कमजोर होने के कारण आने वाले समय में मूल निवासियों के हाथ में केवल एक खोखला राज्य रह जाएगा। उन्होंने बहुमूल्य जमीनों के धड़ल्ले से हो रहे सौदों को राज्य की अस्मिता पर चोट करार दिया।
मनरेगा से गांधी का नाम हटाने पर बढ़ा विवाद
कांग्रेस के दिग्गज नेता ने मनरेगा योजना का नाम बदलकर ‘वीबी जी राम जी’ करने के प्रस्ताव पर भी गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार जान-बूझकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम को योजनाओं से क्यों मिटाना चाहती है। रावत ने कहा कि (Gandhian Ideology vs BJP) के इस टकराव में सरकार यह भूल रही है कि गांधी जी से बड़ा राम भक्त कोई नहीं था, जिन्होंने अंतिम सांस लेते समय भी ‘हे राम’ कहा था। कांग्रेस ने इसे भाजपा का एक बड़ा षड्यंत्र करार देते हुए देशभर में जनजागरण अभियान चलाने की घोषणा की है।
कांग्रेस का वादा: सत्ता में वापसी और गांधी के नाम पर योजनाएं
हरीश रावत ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस गांधी जी के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने घोषणा की कि यदि भविष्य में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो वे महात्मा गांधी के सम्मान में एक दर्जन नई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू करेंगे। वर्तमान सरकार पर (Political Branding Controversy) का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा भगवान राम को आम जनता से छीनकर उसे अपनी बपौती बनाना चाहती है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी और सरकार की मंशा को बेनकाब करने का काम करेगी।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का करारा पलटवार
हरीश रावत के बयानों पर पलटवार करने में भाजपा ने भी देर नहीं की। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने चुटकी लेते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के पास अब कोई ठोस काम नहीं बचा है। जोशी ने आरोप लगाया कि (Internal Party Conflict in Congress) के बीच हरीश रावत दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक पूरी तरह बेरोजगार हो चुके हैं। उन्होंने रावत की सक्रियता को केवल मीडिया में बने रहने की एक जुगत बताया और कहा कि रावत जैसे बड़े कद के नेता को इतने छोटे और स्थानीय मुद्दों पर सड़कों पर बैठने की शोभा नहीं देती।
संतरे खाने और समोसे तलने पर कसा तंज
गणेश जोशी ने हरीश रावत के विरोध प्रदर्शन के तरीकों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे मीडिया की सुर्खियों में रहने के लिए कहीं भी बैठ जाते हैं। उन्होंने कहा कि कभी रावत संतरे खाते हुए दिखते हैं तो कभी वे समोसे तलने लग जाते हैं, जो उनके ‘खालीपन’ को दर्शाता है। जोशी ने (Leadership Crisis in Uttarakhand) का जिक्र करते हुए कहा कि रावत जिन मुद्दों को उठा रहे हैं, उन पर कांग्रेस का कोई छोटा नेता भी बात कर सकता था, लेकिन रावत अपनी गिरती राजनीतिक साख बचाने के लिए खुद ही हर जगह पहुंच जाते हैं।
पटरी व्यापारियों के विस्थापन पर सरकार की सफाई
रेहड़ी-पटरी संचालकों और वेंडरों के मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री ने सरकार का पक्ष मजबूती से रखा। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा पूरी तरह साफ है और सिस्टम के तहत पात्र व्यापारियों का विस्थापन और पुनर्वास किया जाएगा। (Vendor Displacement Policy) के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि निकाय चुनाव के घोषणा पत्र के वादे के अनुसार वेंडरों का स्थायी समाधान निकाला जा रहा है। सरकार केवल उन्हीं जरूरतमंद लोगों को समायोजित करेगी जो वास्तव में वंचित हैं, जबकि मजबूत आर्थिक स्रोत वाले लोगों का चिह्नीकरण अलग से किया जा रहा है।
स्थानीय बेरोजगारों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री गणेश जोशी ने रावत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि स्थानीय युवाओं और बेरोजगारों को रोजगार के अवसरों से जोड़ना धामी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार (Employment Opportunities in Uttarakhand) को लेकर गंभीर है और किसी भी बाहरी व्यक्ति को स्थानीय हितों पर अतिक्रमण नहीं करने दिया जाएगा। हरीश रावत द्वारा राज्य को ‘खोखला’ बताने के बयान को उन्होंने जनता को गुमराह करने वाला बताया और कहा कि उत्तराखंड विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है, जिसे विपक्ष पचा नहीं पा रहा है।