Varanasi Murder Case Mystery: वाराणसी में हैवानियत की हदें पार, पति ने शक के चक्कर में किया बड़ा कांड
Varanasi Murder Case Mystery: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी के चोलापुर इलाके से एक ऐसी रूह कांपने वाली खबर आई है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। एक शख्स ने अपनी ही पत्नी की इतनी बेरहमी से हत्या की कि पुलिस के अनुभवी अधिकारी भी दंग रह गए। अवैध संबंधों के मामूली शक में (Vicious Spousal Homicide) को अंजाम देने वाले इस पति ने दरिंदगी की सारी सीमाएं लांघ दीं। इस वारदात ने कैथोर गांव सहित पूरे जिले में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
बजड़े के ढेर में छिपा मिला क्षत-विक्षत शव
वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र स्थित कैथोर गांव में रविवार की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक बगीचे में महिला की लाश मिली। गांव के सोनू नामक व्यक्ति ने दयाराम यादव के बगीचे में पशुओं के चारे का ढेर लगा रखा था। सुबह जब वह चारा लेने पहुंचा, तो डंठल के नीचे (Mutilated Body Discovery) देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। महिला का चेहरा इस कदर विकृत किया गया था कि उसे देख पाना भी मुश्किल था। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स मौके पर पहुंच गए।
टैटू के निशान ने खोल दी पहचान की गुत्थी
मृतका का चेहरा ईंट से बुरी तरह कूंचा गया था, जिससे उसकी शिनाख्त करना नामुमकिन लग रहा था। लेकिन मृतका के हाथों पर बने टैटू पुलिस के लिए सबसे बड़ा सुराग साबित हुए। एक हाथ पर ‘GP’ के साथ दिल का निशान और दूसरे पर ‘PL’ लिखा था। इसके आधार पर (Victim Identification Process) शुरू हुई और कड़ी मशक्कत के बाद मृतका की पहचान 26 वर्षीय लक्ष्मी त्रिपाठी के रूप में हुई। लक्ष्मी चौबेपुर के सोनबरसा की रहने वाली थी और उसने अपने पहले पति की मृत्यु के बाद प्रदीप मिश्रा से दूसरी शादी की थी।
ऑटो में बिठाकर मौत के सफर पर ले गया पति
पुलिस ने जब शक के आधार पर लक्ष्मी के पति प्रदीप मिश्रा को हिरासत में लिया, तो रोंगटे खड़े कर देने वाला सच सामने आया। प्रदीप ने कबूल किया कि उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर गहरा शक था। इसी सनक में उसने शुक्रवार की रात लक्ष्मी को मारने का जाल बुना। वह उसे (Premeditated Murder Conspiracy) के तहत ऑटो में घुमाने के बहाने घर से ले गया। जैसे ही वह कैथोर गांव के पास एक सुनसान इलाके में पहुंचे, प्रदीप ने अपना खौफनाक इरादा जाहिर कर दिया।
दरिंदगी: मफलर से घोंटा गला और ईंट से वार
प्रदीप ने बताया कि उसने पहले अपने मफलर से लक्ष्मी का गला घोंटकर उसे मौत की नींद सुला दिया। लेकिन उसकी हैवानियत यहीं नहीं रुकी। पहचान छिपाने और अपना गुस्सा निकालने के लिए उसने (Brutal Crime Scene) पर लक्ष्मी के दोनों पैर तोड़ दिए। इसके बाद पास में पड़ी एक भारी ईंट उठाकर उसने लक्ष्मी के चेहरे और सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। उसने चेहरा तब तक कूंचा जब तक कि वह पूरी तरह विकृत नहीं हो गया, ताकि पुलिस उसे पहचान न सके।
खूनी ईंट और बिखरे सुरागों की बरामदगी
क्राइम ब्रांच और चोलापुर पुलिस ने घटनास्थल की सघन तलाशी ली। बगीचे से कुछ ही दूरी पर खून से सनी वह ईंट बरामद हुई, जो इस जघन्य अपराध का सबसे बड़ा हथियार थी। फोरेंसिक टीम ने (Forensic Evidence Analysis) के दौरान वहां से खून के नमूने, एक चप्पल और एक पायल बरामद की है। एसीपी सारनाथ विदुष सक्सेना के अनुसार, घटनास्थल पर चारों तरफ फैले खून के धब्बे उस रात के संघर्ष और दर्द की गवाही दे रहे थे।
अपराधी निकला हैवान पति प्रदीप मिश्रा
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी प्रदीप मिश्रा कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि एक शातिर अपराधी है। उस पर (Criminal Background Profile) की जांच के दौरान पता चला कि पहले से ही मारपीट और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। वह अपनी आदतों से मजबूर था और अक्सर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। उसकी इस अपराधिक प्रवृत्ति और शक की बीमारी ने अंततः एक मासूम महिला की जान ले ली।
इंसाफ की आस और पुलिस की कार्रवाई
वाराणसी पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एडीसीपी नीतू कादयान ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विस्तृत चार्जशीट तैयार की जा रही है। पुलिस का लक्ष्य (Fast Track Trial) के जरिए आरोपी को फांसी या उम्रकैद जैसी कड़ी सजा दिलाना है। इस घटना ने समाज के सामने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि घरेलू हिंसा और अंधा शक किस कदर एक हंसते-खेलते परिवार को कब्रिस्तान में तब्दील कर सकता है।