Gorakhpur Love Affair Case: प्रेमी के लिए ‘चोरी-छुपे’ निकली थी, शहर की गलियों में खोई, फिर पुलिस की ‘लाइट’ ने खोला नया ड्रामा
Gorakhpur Love Affair Case: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सामने आया यह मामला स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। शाहपुर थाना क्षेत्र के पादरी बाजार में गुरुवार देर रात एक युवती प्रेमी से मिलने निकली, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनीं कि वह सीधे पुलिस चौकी पहुंच गई। यह घटना न केवल चौंकाने वाली (Shocking) है, बल्कि शहरी सुरक्षा और युवाओं की मानसिक स्थिति पर भी सवाल खड़े करती है।

देर रात प्रेमी से मिलने की योजना
गुरुवार रात करीब 11:30 बजे युवती घर से निकली थी। उसका उद्देश्य केवल प्रेमी से मुलाकात करना था, लेकिन रात का समय और अपरिचित इलाका उसके लिए कठिन (Difficult) साबित हुआ। पादरी बाजार इलाके में वह प्रेमी को तलाशती रही, लेकिन काफी देर तक कोई सफलता नहीं मिली।
भटकते-भटकते पहुंची पुलिस चौकी
काफी देर तक इंतजार और तलाश के बाद युवती ने खुद को असहाय महसूस किया। रास्ता न मिलने और अकेलेपन की वजह से वह सीधे पादरी बाजार पुलिस चौकी पहुंच गई। इस कदम को पुलिस ने भी संवेदनशील (Sensitive) माना, क्योंकि देर रात किसी युवती का इस तरह पहुंचना सामान्य नहीं था।
पुलिस को दी गई गलत जानकारी
शुरुआती पूछताछ में युवती ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने बताया कि वह संगम चौराहा स्थित मानस विहार कॉलोनी की रहने वाली है और रास्ता भटक गई है। पुलिस को उसकी बातों में असंगति (Inconsistency) नजर आई, जिसके बाद पूछताछ को और गहन किया गया।
गहन पूछताछ में सामने आया सच
जब पुलिस ने सख्ती और धैर्य के साथ पूछताछ की तो युवती ने सच स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह देवरिया जिले की मूल निवासी है और वर्तमान में बेतियाहाता इलाके में किराए पर रहकर पढ़ाई कर रही है। यह खुलासा मामले को महत्वपूर्ण (Important) मोड़ पर ले आया।
फोन पर बातचीत के बाद मिलने का फैसला
युवती ने पुलिस को बताया कि संगम चौराहा इलाके के एक युवक से उसकी काफी समय से जान-पहचान थी। गुरुवार रात फोन पर बातचीत के बाद दोनों ने मिलने का फैसला किया। यह निर्णय उस समय युवती को सामान्य (Normal) लगा, लेकिन हालात जल्द ही बदल गए।
कमरा तलाशते हुए रास्ता भटक गई युवती
मानस विहार कॉलोनी पहुंचने के बाद युवती प्रेमी का कमरा खोजती रही। इसी दौरान वह रास्ता भटक गई। जब उसने युवक को फोन किया तो संपर्क नहीं हो सका। यह स्थिति युवती के लिए डरावनी (Fearful) बनती चली गई।
अकेलेपन और डर ने पहुंचाया पुलिस के पास
देर रात सुनसान इलाका, संपर्क टूटना और रास्ता न मिलना—इन सबने युवती को मानसिक रूप से परेशान कर दिया। खुद को सुरक्षित रखने के लिए उसने पुलिस चौकी जाना ही बेहतर समझा। पुलिस के अनुसार यह निर्णय उसकी समझदारी (Wisdom) को दर्शाता है।
पुलिस ने परिजनों से किया संपर्क
पूछताछ के बाद जब पुलिस को यकीन हो गया कि युवती अब पूरी सच्चाई बता रही है, तो उसके परिजनों से संपर्क किया गया। परिजनों को पूरी स्थिति से अवगत कराया गया, ताकि किसी भी तरह की भ्रम (Confusion) की स्थिति न बने।
परिजनों के हवाले की गई युवती
कुछ समय बाद परिजन पादरी बाजार पुलिस चौकी पहुंचे। आवश्यक औपचारिकताओं के बाद पुलिस ने युवती को सुरक्षित उनके हवाले कर दिया। इस दौरान पुलिस ने युवती को भविष्य में सावधानी बरतने की सलाह (Advice) भी दी।
इलाके में चर्चा का विषय बना मामला
यह घटना पादरी बाजार और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसे युवाओं की जल्दबाजी और सुरक्षा को लेकर चेतावनी (Warning) के रूप में देख रहे हैं। पुलिस भी इसे एक संवेदनशील लेकिन सामान्य तरीके से सुलझाया गया मामला बता रही है।
सुरक्षा और जागरूकता का संदेश
यह पूरा घटनाक्रम समाज के लिए एक संदेश है कि देर रात अकेले निकलते समय सतर्कता बेहद जरूरी है। पुलिस की तत्परता और युवती की सूझबूझ ने किसी बड़े हादसे को टाल दिया। यह मामला प्रेरणादायक (Instructive) भी है कि मुश्किल में कानून की मदद लेना सही कदम होता है।



