उत्तर प्रदेश

BLIND TRUST: तांत्रिक की बेतुकी बातों में आकर पति ने पत्नी-बच्चों के साथ की ये हैवानियत

UP NEWS: अंधविश्वास जब हद से गुजर जाता है, तो वह सिर्फ़ एक आदमी को नहीं, बल्कि पूरे परिवार को बर्बादी की कगार पर ला खड़ा करता है ऐसा ही एक चौंकाने वाला मुद्दा आगरा के थाना हरीपर्वत क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक स्त्री ने अपने पति पर तांत्रिक के कहने पर क्रूरता और उत्पीड़न के गंभीर इल्जाम लगाए हैं स्त्री के अनुसार, पति ने पहले उसके साथ तांत्रिक क्रियाएं कर शारीरिक और मानसिक अत्याचार किया और बाद में अपने ही बच्चों को भी इन अमानवीय प्रयोगों का शिकार बनाया

10 08 2022 tantrik fruad 22969513

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22 वर्ष पहले हुई शादी, लेकिन जल्द ही उजड़ गया ससुराल का सपना

पीड़िता मंजू, जो नगला बैनी प्रसाद, बजीरपुरा निवासी चुन्नीलाल की बेटी हैं, ने पुलिस में कम्पलेन दर्ज कराते हुए कहा कि उनकी विवाह 22 साल पूर्व दिल्ली के नेहरू विहार, भजनपुरा निवासी रोहित आर्य के साथ हुई थी शुरूआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन विवाह के तीन-चार महीने बाद ही पति का वास्तविक चेहरा सामने आने लगा छोटी-छोटी बातों पर वह झगड़ता, हाथापाई करता और अपमानजनक व्यवहार करता था

तांत्रिक की गिरफ्त में आया पति, पत्नी पर प्रारम्भ किए अजीबोगरीब प्रयोग

मंजू के अनुसार, कुछ सालों बाद उसका पति एक तांत्रिक के संपर्क में आया और उसके जीवन में एक अजीब मोड़ आ गया पति तांत्रिक के बताए तरीकों पर आंख मूंदकर विश्वास करने लगा तांत्रिक के कहने पर वह घर में विचित्र अनुष्ठान करने लगा और पीड़िता को आपत्तिजनक हालातों में तांत्रिक क्रियाओं का हिस्सा बनाने लगा इन क्रियाओं के दौरान वह न सिर्फ़ मानसिक दबाव डालता था, बल्कि शारीरिक अत्याचार भी करता था

बच्चों को भी नहीं छोड़ा, मानसिक यातना देकर किया उत्पीड़न

पति की हरकतों से तंग आकर मंजू ने विवशता में घर छोड़ दिया, लेकिन उसका बेटा और बेटी घर में ही रह गए जब पत्नी घर छोड़ गई, तो पति की हैवानियत यहीं नहीं रुकी उसने बच्चों के साथ भी तांत्रिक प्रयोग करने प्रारम्भ कर दिए उन्हें भी मारना-पीटना, उनके ऊपर तांत्रिक क्रियाएं आजमाना, और मानसिक प्रताड़ना देना प्रारम्भ कर दिया भय और असुरक्षा के माहौल में जी रहे बच्चों ने एक दिन हौसला जुटाकर घर छोड़ दिया और अपनी मां के पास जा पहुंचे

थाना हरीपर्वत पहुंची पीड़िता, पुलिस ने की गंभीर धाराओं में एफआईआर

बच्चों के साथ पीड़िता मंजू थाना हरीपर्वत पहुंची और पुलिस को पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी दी स्त्री के बयान और बच्चों की हालत को देखते हुए पुलिस ने तुरन्त मुद्दा दर्ज कर लिया और जांच प्रारम्भ कर दी है पुलिस ऑफिसरों का बोलना है कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है और गुनेहगार के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी

सामाजिक पहलू: अंधविश्वास बन रहा पारिवारिक विनाश का कारण

इस घटना ने एक बार फिर समाज में फैले अंधविश्वास और ढोंगी तांत्रिकों के असर को उजागर कर दिया है जब एक शिक्षित समाज में रहने वाला आदमी तर्क और विज्ञान को छोड़कर तांत्रिकों की बातों में फंसकर अपने ही परिवार का जीवन नरक बना देता है, तो यह न सिर्फ़ कानून प्रबंध बल्कि सामाजिक चेतना के लिए भी एक गंभीर प्रश्न बन जाता है

मानवाधिकार जानकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का बोलना है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को सिर्फ़ कानूनी सहायता ही नहीं, बल्कि मानसिक परामर्श और पुनर्वास की भी जरूरत होती है बच्चों पर किए गए ऐसे मानसिक अत्याचारों का असर उनके पूरे जीवन पर पड़ सकता है

पुलिस की अपील: अंधविश्वास से दूर रहें, कानून का सहारा लें

आगरा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अंधविश्वास और तांत्रिकों के झांसे में आने के बजाय कानून और विज्ञान पर विश्वास करें यदि किसी को इस तरह की किसी गतिविधि की जानकारी हो, तो वह तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें समाज की जागरूकता ही ऐसे अपराधों पर रोक लगा सकती है

न्याय की राह पर बढ़ी मंजू, अब आशा है न्याय की

मंजू और उसके बच्चों की यह लड़ाई अब कानूनी मोड़ ले चुकी है सालों की पीड़ा के बाद उन्होंने हौसला दिखाकर आवाज उठाई है यह सिर्फ़ एक परिवार की नहीं, बल्कि उन कई स्त्रियों की कहानी है जो अंधविश्वास, घरेलू अत्याचार और सामाजिक दबाव की शिकार होती हैं अब देखना यह है कि कानून की नजर में इस अंधविश्वास की बलि चढ़े परिवार को कितना और कब तक इन्साफ मिलता है

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