India Women vs Sri Lanka Women T20: मैदान पर दिखा स्मृति और जेमिमा का तूफान, श्रीलंका को रौंदकर भारत ने रचा इतिहास
India Women vs Sri Lanka Women T20: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में श्रीलंका के खिलाफ एक तरफा जीत दर्ज की। इस मुकाबले की असली हीरो जेमिमा रोड्रिग्स रहीं, जिन्होंने मैदान के हर कोने में आकर्षक शॉट लगाए और (Unbeaten Half Century) की मदद से भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। जेमिमा ने अपनी 44 गेंदों की नाबाद पारी में 10 शानदार चौके जड़े और 69 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी इस पारी ने श्रीलंकाई गेंदबाजों के आत्मविश्वास को पूरी तरह हिला कर रख दिया और भारत को पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त दिला दी।
स्मृति मंधाना ने क्रिकेट जगत में रचा नया कीर्तिमान
मैच के दौरान टीम इंडिया की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की, जो उनसे पहले कोई भी भारतीय महिला क्रिकेटर नहीं कर पाई थी। मंधाना ने अपनी 25 रनों की सधी हुई पारी के दौरान (T20I Career Milestones) को एक नए शिखर पर पहुंचा दिया। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 4000 रन का आंकड़ा छूने वाली भारत की पहली और दुनिया की दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई हैं। चामरी अटापट्टू की गेंद पर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से जड़ा गया उनका चौका न केवल दर्शकों का दिल जीत ले गया, बल्कि इतिहास के पन्नों में भी दर्ज हो गया।
कप्तान हरमनप्रीत कौर का ऐतिहासिक 350वां मैच
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए भी यह मैच बेहद खास रहा, क्योंकि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 350 मैच पूरे कर लिए हैं। वह यह मुकाम हासिल करने वाली (First Indian Woman Legend) और विश्व की दूसरी महिला क्रिकेटर बन गई हैं। मैच में उन्होंने जेमिमा के साथ मिलकर 55 रनों की अटूट साझेदारी निभाई और टीम को जीत की दहलीज के पार ले गईं। भले ही वह 15 रनों पर नाबाद रहीं, लेकिन उनकी कप्तानी और मैदान पर मौजूद रहने की रणनीति ने टीम के अन्य बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका दिया।
भारतीय गेंदबाजों ने ओस के बीच दिखाया दमखम
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम को भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत से ही बांधे रखा। हालांकि मैदान पर ओस का असर काफी पहले दिखने लगा था, लेकिन दीप्ति शर्मा और (Spin Bowling Control) के शानदार प्रदर्शन ने मेहमान टीम को केवल 121 रनों पर ही रोक दिया। दीप्ति शर्मा ने अपने कोटे के 4 ओवरों में महज 20 रन देकर एक विकेट लिया और अपनी फील्डिंग से कई निश्चित चौके बचाए। ओस की वजह से गेंद गीली होने के बावजूद भारतीय स्पिनर्स ने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी जारी रखी।
पदार्पण मैच में वैष्णवी शर्मा की किफायती गेंदबाजी
भारतीय टीम के लिए इस मैच में 20 वर्षीय वैष्णवी शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। उन्होंने अपने (Debut Bowling Performance) से सभी को प्रभावित किया और 4 ओवरों में केवल 16 रन खर्च किए। हालांकि श्री चरणी ने उनकी गेंद पर एक आसान कैच टपका दिया, जिससे उन्हें अपना पहला विकेट लेने में सफलता नहीं मिली, लेकिन उनकी धीमी और फ्लाइटेड गेंदों ने श्रीलंकाई बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए तरसा दिया। बाएं हाथ की कलाई की स्पिनर के रूप में उनकी भूमिका आने वाले मैचों में काफी अहम रहने वाली है।
जेमिमा का 12वां ओवर और रनों की बरसात
मैच का सबसे रोमांचक मोड़ तब आया जब जेमिमा रोड्रिग्स ने श्रीलंकाई स्पिनर शशिनी जिम्हानी के ओवर में हमला बोला। उन्होंने (Creative Batting Shots) का बेहतरीन मुजाहिरा पेश करते हुए एक ही ओवर में चार चौके जड़ दिए। इसी धमाकेदार ओवर के दौरान उन्होंने महज 34 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। उनकी बल्लेबाजी की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि उन्होंने किसी भी मौके पर दबाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और स्मृति मंधाना के साथ दूसरे विकेट के लिए 54 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
श्रीलंका की पारी और मध्यक्रम का संघर्ष
श्रीलंका की ओर से सलामी बल्लेबाज विष्मी गुणरत्ने ने सबसे ज्यादा 39 रन बनाए, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला। कप्तान चामरी अटापट्टू ने आक्रामक शुरुआत करने की कोशिश की, लेकिन क्रांति गौड़ ने उन्हें (Stumps Targeted Bowling) से चकमा देकर बोल्ड कर दिया। मध्यक्रम में हसिनी परेरा और हर्षिता समरविक्रमा ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन भारतीय फील्डर्स की मुस्तैदी और गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन के कारण वे एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहीं और पूरी टीम 20 ओवर में केवल 121 रन ही बना सकी।
जीत के बावजूद सुधार की गुंजाइश
भारतीय टीम ने भले ही यह लक्ष्य 14.4 ओवर में आसानी से हासिल कर लिया हो, लेकिन कप्तान हरमनप्रीत कौर ने खराब फील्डिंग और छूटे हुए कैचों पर चिंता जताई है। पावरप्ले के दौरान (Match Fielding Analysis) में पाया गया कि टीम ने दो आसान जीवनदान दिए, जो किसी बड़े मैच में भारी पड़ सकते थे। हालांकि, जीत के उत्साह के बीच इन कमियों को ढक दिया गया, लेकिन सीरीज के अगले मैचों के लिए टीम इंडिया अपनी फील्डिंग की कमियों को दूर करना चाहेगी