Ashes 3rd Test Australia vs England: एडिलेड के मैदान पर ट्रेविस हेड का खूंखार अवतार, क्या इंग्लैंड के हाथों से निकल गई एशेज की बाजी…
Ashes 3rd Test Australia vs England: एडिलेड ओवल के ऐतिहासिक मैदान पर एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी स्थिति इतनी मजबूत कर ली है कि अब इंग्लैंड के लिए वापसी की राहें बेहद धुंधली नजर आ रही हैं। खेल के तीसरे दिन का अंत होने तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 4 विकेट खोकर 271 रन बना लिए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मेजबान टीम की कुल (Ashes Series Dominance) बढ़त अब 356 रनों की हो चुकी है। क्रीज पर मौजूद बल्लेबाजों के इरादे देखकर ऐसा लग रहा है कि ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के सामने चौथी पारी में रनों का एक ऐसा पहाड़ खड़ा करना चाहता है, जिसे पार करना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।
ट्रेविस हेड का रिकॉर्ड तोड़ शतक और घरेलू मैदान का जादू
ऑस्ट्रेलिया के स्टार सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें मौजूदा दौर के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में क्यों गिना जाता है। हेड ने इंग्लिश गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए अपने टेस्ट करियर का 11वां शतक जड़ा। एडिलेड ओवल (Travis Head Century) उनका पसंदीदा शिकारगाह बनता जा रहा है, क्योंकि यह इस मैदान पर उनका चौथा टेस्ट शतक है। दिन का खेल खत्म होने तक हेड 142 रनों के विशाल व्यक्तिगत स्कोर पर नाबाद हैं। उनकी बल्लेबाजी में वह आक्रामकता दिखी जिसने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की हर रणनीति को नाकाम कर दिया।
एलेक्स कैरी के साथ शतकीय साझेदारी ने तोड़ा मनोबल
मैदान के एक छोर पर जहां ट्रेविस हेड रनों की बरसात कर रहे थे, वहीं दूसरे छोर पर एलेक्स कैरी ने उनका बखूबी साथ निभाया। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच पांचवें विकेट के लिए अब तक 122 से अधिक रनों की अटूट साझेदारी हो चुकी है। इस दौरान (Alex Carey Batting) कैरी ने भी अपना शानदार अर्धशतक पूरा किया और 52 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। तीसरे सत्र में इन दोनों बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के थके हुए गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। इस साझेदारी की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया अपनी बढ़त को 350 के मनोवैज्ञानिक आंकड़े के पार ले जाने में सफल रहा है।
शुरुआती लड़खड़ाहट और लाबुशेन-ख्वाजा का संयम
दूसरी पारी की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के लिए उतनी सुखद नहीं रही थी जितनी उन्होंने उम्मीद की थी। सलामी बल्लेबाज वीदराल्ड मात्र एक रन बनाकर ब्राइडन कार्स का शिकार बने। इसके बाद मार्नस लाबुशेन और ट्रेविस हेड ने पारी को संभालने की कोशिश की और बढ़त को 100 के पार पहुंचाया। हालांकि, लाबुशेन (Cricket Batting Partnerships) अपनी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और जोश टंग की गेंद पर 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद उस्मान ख्वाजा ने हेड के साथ मिलकर 86 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। ख्वाजा दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से 40 रन बनाकर आउट हुए, जिससे वह अपने अर्धशतक से चूक गए।
इंग्लैंड की पहली पारी और स्टोक्स-आर्चर का जुझारूपन
मैच के तीसरे दिन की सुबह इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 8 विकेट पर 213 रन से आगे बढ़ानी शुरू की थी। एक समय लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया को 100 से अधिक रनों की बढ़त आसानी से मिल जाएगी, लेकिन कप्तान बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर ने ऐसा होने नहीं दिया। इन दोनों (Lower Order Resistance) के बीच नौवें विकेट के लिए 106 रनों की शानदार साझेदारी हुई। स्टोक्स ने कप्तानी पारी खेलते हुए 83 रन बनाए, जबकि आर्चर ने बल्ले से जौहर दिखाते हुए 51 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन पारियों की मदद से इंग्लैंड 286 रन बनाने में सफल रहा और ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को 85 रनों तक सीमित कर दिया।
कंगारू गेंदबाजों का सटीक निशाना और पैट कमिंस की रणनीति
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 371 रनों के जवाब में इंग्लैंड को 286 पर समेटने में कंगारू गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई। कप्तान पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने अपनी सटीक लाइन-लेंथ से इंग्लिश बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया। दोनों ही तेज गेंदबाजों (Australian Bowling Attack) को तीन-तीन सफलताएं मिलीं। अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन ने भी दो विकेट चटकाकर अपनी उपयोगिता साबित की। अंततः मिचेल स्टार्क ने बेन स्टोक्स को बोल्ड कर उस खतरनाक साझेदारी को तोड़ा जिसने ऑस्ट्रेलिया के माथे पर चिंता की लकीरें ला दी थीं।
खेल का मनोवैज्ञानिक मोड़ और कैमरन ग्रीन की असफलता
मैच के बीच में एक समय ऐसा भी आया जब ऑस्ट्रेलिया ने उस्मान ख्वाजा और कैमरन ग्रीन के विकेट लगातार अंतराल पर गंवा दिए थे। जोश टंग ने ग्रीन को मात्र 7 रनों पर आउट कर इंग्लैंड की उम्मीदें जगा दी थीं। उस वक्त ऐसा लगा कि इंग्लैंड खेल में वापसी (Test Match Momentum) कर सकता है, लेकिन हेड और कैरी की जोड़ी ने उन उम्मीदों पर पानी फेर दिया। ग्रीन की विफलता ने ऑस्ट्रेलिया को थोड़ा दबाव में डाला था, पर ट्रेविस हेड के इरादे कुछ और ही थे। उन्होंने न केवल पारी को संभाला बल्कि मैच को इंग्लैंड की पकड़ से पूरी तरह दूर कर दिया।
चौथे दिन की चुनौती और एशेज का भविष्य
अब नजरें चौथे दिन के खेल पर टिकी हैं। ऑस्ट्रेलिया की कोशिश होगी कि वह जल्द से जल्द अपनी बढ़त को 400 या 450 के पार पहुंचाकर पारी घोषित करे। एडिलेड की पिच पर चौथी पारी में बल्लेबाजी करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता, खासकर जब सामने (Ashes Victory Chances) पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाज हों। ट्रेविस हेड जिस फॉर्म में हैं, वह कल सुबह अपने स्कोर को दोहरे शतक में बदलने का प्रयास करेंगे। इंग्लैंड के लिए अब एकमात्र रास्ता यह है कि वे कल सुबह जल्द से जल्द ऑस्ट्रेलिया के बाकी बचे विकेट चटकाएं और चमत्कारिक बल्लेबाजी का प्रदर्शन करें।