स्पोर्ट्स

ये है रियाग पराग की जिंदगी का सबसे बड़ा मकसद

हिंदुस्तान और जिम्बाब्वे के बीच 6 जुलाई से पांच मैचों की टी20 सीरीज का आगाज होने जा रहा है. जिम्बाब्वे  के लिए असम के बल्लेबाज रियाग पराग को भी भारतीय स्क्वॉड में स्थान मिली है. उन्हें पहली बार भारतीय टीम में चुना गया है. पराग ने इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में कमाल का प्रदर्शन किया था. उन्होंने राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के लिए 15 मैचों में 52.09 की औसत से 573 रन बनाए, जिसमें चार अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं. पराग स्वप्न पूरा होने की दलीज पर है. उन्होंने इंटरनेशनल डेब्यू से पहले अपनी जीवन का एक बड़ा मकसद कहा है.

‘मैं लोगों के लिए इसे बदलना चाहता’

पराग ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, “बड़े होते हुए मुझे हमेशा लगता था कि हमारे क्षेत्र के लोग स्वयं को बड़े सपने देखने से रोकते हैं. मैं इसे बदलना चाहता हूं. मैं अभी तक उस स्तर (अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी) पर नहीं पहुंचा हूं. मैं राष्ट्र के लिए खेलना चाहता हूं. एक बार जब मैं ऐसा कर लूंगा तो लोग जान जाएंगे कि उनके पास एक रास्ता है, एक रोड मैप है, जो उनके अपने लोगों में से एक है, वो वहां पहुंच गया है. अब मैं इंडियन प्रीमियर लीग में खेल चुका हूं और लोगों को यह एहसास हो गया है कि भले ही आप असम जैसे छोटे राज्य से हों, आप उस स्तर तक पहुंच सकते हैं.

‘आईपीएल उतना बड़ा लक्ष्य नहीं’

उन्होंने आगे कहा, “लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग उतना बड़ा लक्ष्य नहीं हो सकता. आप एक वर्ष खेल सकते हैं और फिर गायब हो सकते हैं. लेकिन जब मैं राष्ट्र के लिए खेलूंगा, मुझे लगता है कि तब असली रोडमैप तय होगा. उन्हें वास्तव में इसका पालन करने की आवश्यकता नहीं है. वे इसके लिए अपने मुताबिक राह बना सकते हैं.” पराग को इंडियन प्रीमियर लीग 2024 से पहले के संस्करणों में अपने प्रदर्शन और कुछ मैदान के बाहर की टिप्पणियों के लिए काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था. पराग का बोलना है कि जितनी ट्रोलिंग, वह उसके हकदार नहीं थे.

‘लोग एक स्विच की तरह बदलते हैं’

पराग ने कहा, “यह सरल नहीं है. पिछले वर्ष के बाद, मैंने स्वयं से बात की. और इस तरह की वापसी पर्सनल है क्योंकि मुझे उन चीजों को सहना पड़ा जिसका मैं वास्तव में हकदार नहीं था. हो सकता है कि मेरी तैयारी में कमी रही हो, हो सकता है कि मैं कुछ चीजों में कमी रही हो, लेकिन फिर भी मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. मुझे लगा कि मैं इतनी ट्रोलिंग के लायक नहीं था, लेकिन मैं क्या कर सकता था? लोग बिना किसी परवाह के कुछ न कुछ कहते रहेंगे. पिछले वर्ष उन्होंने बोला कि मैं इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के लिए पर्याप्त अच्छा नहीं था. अब वे मुझे भारतीय टीम में चाहते हैं. इसलिए लोग बदलते हैं, एकदम एक स्विच की तरह.

Related Articles

Back to top button