Madhya Pradesh Election 2023: बीजेपी ने महिलाओं के लिए किया ये ऐलान
वैसे तो हमारे राष्ट्र में स्त्रियों को आधी जनसंख्या के तौर पर पेश किया जाता है। लेकिन चुनावों की बात करें तो मतदाता के तौर पर स्त्रियों को काफी कम अहमियत मिलती हैं। लेकिन धीरे-धीरे ही सही, अब चुनाव और राजनीति में स्त्रियों को अहमियत दी जाने लगी है। महिलाएं अब सत्ता को बनाने और उसे बदलने दोनों का दमखम रखती हैं। शायद यही कारण है कि अब स्त्रियों का वोट अपनी तरफ करने के लिए स्त्रियों को साधने वाले चुनावी वादे किए जाने लगे हैं और स्त्रियों के लिए कई नयी योजनाओं की शुरूआत की जाने लगी है।

बता दें कि राज्य में कुछ महीनों में ही चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में चुनाव से पहले ही सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी पार्टी राज्य की स्त्रियों को साधने में जुट गई है। बता दें कि जहां एक ओर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘लाडली बहना योजना’ प्रारम्भ की तो वहीं कांग्रेस पार्टी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में कांग्रेस पार्टी की गवर्नमेंट बनने पर ‘नारी सम्मान योजना’ प्रारम्भ किए जाने का घोषणा किया है।
बीजेपी का स्त्रियों के लिए ऐलान
बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव से पहले ही स्त्रियों के लिए घोषणाओं की झड़ी लगानी प्रारम्भ कर दी है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज ने लाडली बहन योजना की शुरूआत की। बता दें कि इस योजना के अनुसार हर महीने स्त्रियों को 1 हजार रुपए दिए जाते हैं। वहीं चुनाव को पास में देखकर शिवराज गवर्नमेंट ने इस राशि में 250 रुपए और बढ़ाए जाने की घोषणा की है।
सीएम शिवराज ने घोषणा करते हुए बोला कि अक्टूबर महीने से हर महीने 1250 रुपए स्त्रियों के खाते में आएंगे। साथ ही स्त्रियों को सस्ता गैस सिलेंडर मौजूद करवाया जाएगा। स्त्रियों के खाते में गवर्नमेंट हर महीने 600 रुपए डालेगी। वहीं 450 रुपए में केवल गैस सिलेंडर पड़ेगा।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री चौहान ने पुलिस और दूसरी भर्तियों में भी स्त्रियों को 30 की बजाय 35 फीदसी आरक्षण दिए जाने का घोषणा किया है। बता दें कि शिक्षकों के पदों पर स्त्रियों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। गवर्नमेंट बहन-बेटियों के विद्यालय फीस का भी जिम्मा उठाएगी।
सीएम शिवराज ने घोषणा किया है कि पात्र स्त्रियों को आजीविका मिशन से लोन की सुविधा दी जाएगी। वहीं इस पर पड़ने वाले ब्याज को गवर्नमेंट भरेगी। स्त्रियों को छोटे-मोटे उद्योग के लिए इंडस्ट्रियल एरिया में प्लॉट मिलेगा। ताकि स्त्रियों की मासिक आय कम से कम 10 हजार रुपये हो जाए।
कांग्रेस भी नहीं है पीछे
बता दें कि ना केवल बीजेपी बल्कि कांग्रेस पार्टी की नजरें भी स्त्री वोटरों पर है। ऐसे में जहां शिवराज सिंह चौहान ने स्त्रियों के लिए इन सौगातों की घोषणा की। तो वहीं कांग्रेस पार्टी पार्टी के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी नारी सम्मान योजना का घोषणा कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी राज्य में स्त्रियों के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी। उन्होंने 5 गारंटियों को 11 वचनों में बदल दिया है।
जानिए स्त्रियों पर क्यों है फोकस
राज्य में स्त्रियों पर सबसे अधिक फोकस की वजह चुनावी राजनीति में स्त्रियों की भागीदारी बढ़ना है। बता दें कि यहां पर बीते कुछ वर्षों में स्त्री मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। वहीं चुनावों में भी स्त्रियों की वोटिंग का फीसदी बढ़ा है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस समय राज्य में 5.39 करोड़ वोटर्स हैं। जिनमें से 2.60 करोड़ यानी 48 प्रतिशत से अधिक स्त्री मतदाता हैं। आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में पांच वर्ष में 35 लाख से अधिक मतदाता बढ़े हैं।
जिनमें से 19 लाख स्त्री मतदाता और 16 लाख पुरुष मतदाता हैं। वहीं राज्य में 52 में से 41 जिलों में स्त्री मतदाताओं की संख्या अधिक है। कुछ वर्षों पहले तक की बात करें तो राज्य में एक हजार पुरुष मतदाता पर 926 स्त्री मतदाता हुआ करती थीं। लेकिन अब यह आंकड़ा 1000 मर्दों पर 931 स्त्री मतदाताओं का हो गया है। वहीं चुनावों में स्त्री मतदाता की भागीदारी के आंकड़े भी काफी दंग करने वाले हैं। वर्ष 2018 में राज्य में 74 प्रतिशत स्त्रियों ने वोट डाला था। जबकि वर्ष 2013 में चुनाव के दौरान स्त्रियों की 70 प्रतिशत वोटिंग थी। ऐसे में 5 वर्ष के अंदर स्त्रियों का वोटिंग फीसदी 4 प्रतिशत बढ़ा है।
 
				
