Lok Sabha Election: 5वें चरण में कुल 695 उम्मीदवारों में केवल 1.79 फीसदी महिलाएं
Lok Sabha Election: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के विश्लेषण से पता चला है कि लगभग 23 फीसदी उम्मीदवार ने अपने विरुद्ध आपराधिक मुद्दे घोषित किए हैं और लगभग 18 फीसदी उम्मीदवारों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मुद्दे लंबित हैं। एडीआर ने बोला कि 20 मई को पांचवें चरण में कुल 695 उम्मीदवारों में सिर्फ़ 82 (11.79 फीसदी) महिलाएं हैं।
पहले चरण में सबसे अधिक स्त्री उम्मीदवार
चुनाव के पहले चरण में 135 (आठ प्रतिशत) स्त्री उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जबकि दूसरे चरण में यह आंकड़ा 100 (आठ प्रतिशत) था। इसी तरह, चुनाव के तीसरे चरण में 123 (नौ प्रतिशत) तो चौथे चरण में 170 (10 प्रतिशत) स्त्री उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा।
122 उम्मीदवारों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले
पांचवें चरण में जांच के दायरे में आने वाले 695 उम्मीदवारों में से 18 फीसदी (122 उम्मीदवार) पर गंभीर आपराधिक मुद्दे लंबित हैं, जिनमें हत्या, मर्डर का प्रयास, स्त्रियों के विरुद्ध क्राइम और नफरत फैलाने वाले भाषण शामिल हैं। तीन उम्मीदवारों ने अपने विरुद्ध गुनाह सिद्धि की घोषणा की है। एडीआर और ‘नेशनल इलेक्शन वॉच’ ने पांचवें चरण में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि, वित्तीय स्थिति, शिक्षा और लैंगिक पहचान जानने के लिए उनके द्वारा दाखिल किए गए हलफनामों का विश्लेषण किया।
बीजेपी के 30 फीसदी उम्मीदवारों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले, कांग्रेस पार्टी के 39 प्रतिशत
रिपोर्ट में आपराधिक मामलों का पार्टी-वार ब्योरा भी दिया गया है। प्रमुख पार्टियों में एआईएमआईएम के चार में से दो (50 फीसदी), सपा (सपा) के 10 में से चार (40 फीसदी), कांग्रेस पार्टी के 18 में से सात (39 फीसदी), शिवेसना के छह में से दो (33 फीसदी), बीजेपी के 40 में से 12 (30 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने स्वयं घोषित किया है कि उन पर गंभीर आपराधिक मुद्दे हैं। इसी तरह तृण मूल काँग्रेस के सात में से दो (29 प्रतिशत), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चार में से एक (25 प्रतिशत), शिवसेना (यूबीटी) के आठ में से एक (13 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मुद्दे घोषित किए हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 उम्मीदवारों ने स्त्रियों के विरुद्ध क्राइम से संबंधित मुद्दे घोषित किए हैं। इन 29 उम्मीदवारों में से एक ने दुष्कर्म (भारतीय दंड संहिता की धारा 376) से संबंधित इल्जाम होने की घोषणा की है, जबकि 10 उम्मीदवारों ने अपने विरुद्ध नफरत फैलाने वाला भाषण देने से संबंधित मुद्दे घोषित किए हैं।
33 फीसदी उम्मीदवार ‘करोड़पति’
विश्लेषण के अनुसार 33 फीसदी उम्मीदवार ‘करोड़पति’ हैं। प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 3.56 करोड़ रुपये पाये गई। सबसे अधिक संपत्ति वाले शीर्ष तीन उम्मीदवारों ने 110 करोड़ रुपये से लेकर 212 करोड़ रुपये तक की संपत्ति घोषित की है।
42 फीसदी उम्मीदवारों की योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच
एडीआर ने बोला कि उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यताएं चिंता पैदा करती हैं, क्योंकि 42 फीसदी उम्मीदवारों की योग्यता 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच है, सिर्फ़ 50 फीसदी उम्मीदवार स्नातक या इससे अधिक है। एडीआर ने बोला कि 26 उम्मीदवार डिप्लोमाधारक हैं, जबकि 20 उम्मीदवार सिर्फ़ साक्षर हैं और पांच उम्मीदवार निरक्षर हैं।