दिल्ली चुनाव : शाह ने बीजेपी के संकल्प पत्र पार्ट-3 से उठाया पर्दा, कहा- वादे नहीं होते हैं…
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी मुख्यालय में बीजेपी का ‘संकल्प पत्र’ जारी किया. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे.

अमित शाह ने बोला आज दिल्ली 2025 विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र का आखिरी हिस्सा जारी करने के लिए मैं आप सबके सामने मौजूद हुआ हूं.जैसे कि बीजेपी की परंपरा है, हम चुनाव को बहुत गंभीरता से लेते हैं, चुनाव को जनसंपर्क का माध्यम भी मानते हैं.और चुनावों के माध्यम से बनने वाली सरकारों के नीति निर्धारण को निश्चित करने के लिए हम जनता के बीच जाकर चुनाव में बीजेपी से उनकी क्या अपेक्षा है, ये जानकारी भी एकत्र करते हैं.
गृहमंत्री ने बोला बीजेपी के लिए संकल्प पत्र विश्वास का प्रश्न होता है और करने वाले कामों की सूची होता है.ये कोरे वादे नहीं होते हैं.2014 से नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के अंदर politics of performance को स्थापित किया है और बीजेपी ने जितने भी चुनाव आए, उनमें जो वादे किए थे उन्हें पूरा करने का गंभीरता से कोशिश किया है.
इसलिए दिल्ली प्रदेश बीजेपी ने महिलाओं, युवाओं, जेजे कलस्टर के निवासियों, असंगठित मजदूरों, मध्यम आय वर्ग, व्यापारियों, पेशेवरों के साथ नीचे तक जाकर सुझाव प्राप्त करने का काम किया है.अलग-अलग प्रकार के 1 लाख 8 हजार लोगों ने अपने सुझाव दिए हैं.62 प्रकार की भिन्न-भिन्न समूहों की बैठक की गई और 41 LED वैन के माध्यम से हमने सुझाव मांगे.
केजरीवाल पर निशान साधते हुए शाह ने बोला दिल्ली में केजरीवाल ऐसी गवर्नमेंट चला रहे हैं, जो वादे करते हैं, उन्हें पूरा नहीं करते हैं और फिर से असत्य के एक बहुत बड़े पुलिंदे और भोले से चेहरे के साथ जनता के सामने मौजूद होते हैं.मैंने अपने सियासी जीवन में इतनी सफाई से असत्य बोलने वाला आदमी नहीं देखा है.केजरीवाल ने बोला था कि मैं, मेरी गवर्नमेंट का कोई मंत्री सरकारी बंगला नहीं लेंगे.लेकिन इन्होंने बंगला लिया, यहां तक तो ठीक था, लेकिन 51 करोड़ से अधिक खर्च करके 4 बंगलों को एकसाथ मिलाकर इन्होंने एक शीश महल बना दिया.
शाह ने बोला केजरीवाल ने बोला था कि 7 वर्ष में मैं यमुना को बिल्कुल शुद्ध कर दूंगा और बोला था कि मैं दिल्लीवालों के सामने यमुना में डुबकी लगाऊंगा.मैं केजरीवाल जी को याद कराना चाहता हूं कि केजरीवाल जी दिल्ली की जनता आपकी उस विश्वप्रसिद्ध डुबकी की राह देख रही है कि कब आप डुबकी लगाओगेइन्होंने (केजरीवाल और AAP ने) काम नहीं करने का एक नया तरीका ढूंढा है.कोई भी काम नहीं करना है तो ये कहते हैं कि हमें पूर्ण राज्य का दर्जा दे दीजिए.जब इन्होंने वादा किया और चुनाव लड़ा तो क्या इन्हें दिल्ली का स्टेटस मालूम नहीं था क्या!केवल बहाने बनाना इनकी फितरत है.

