सीआईडी ने अमरावती इनर रिंग रोड घोटाला मामले में नारा लोकेश से की पूछताछ शुरू
आंध्र प्रदेश सीआईडी ने मंगलवार को अमरावती इनर रिंग रोड भ्रष्टाचार मुद्दे में टीडीपी महासचिव नारा लोकेश से पूछताछ प्रारम्भ की। लोकेश सुबह 9:55 बजे गुंटूर जिले के ताडेपल्ली में सीआईडी के आर्थिक क्राइम शाखा-द्वितीय कार्यालय पहुंचे। सीआईडी ने मुद्दे में लोकेश को आरोपी नंबर 14 (ए-14) बनाया था। सीआईडी ने इनर रिंग रोड मुद्दे में पूछताछ के लिए लोकेश को उसके समक्ष मौजूद होने का नोटिस जारी किया।
इस मुद्दे में सीएम के रूप में नायडू के कार्यकाल के दौरान विभिन्न कंपनियों को कथित तौर पर अनुचित संवर्धन की पेशकश करने के लिए अमरावती राजधानी शहर के मास्टर प्लान, इनर रिंग रोड संरेखण और बीज पूंजी में “हेरफेर” करना शामिल है। लोकेश आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे हैं। सीआईडी ने निवेदन किया कि लोकेश प्रारम्भ में हेरिटेज फूड्स लिमिटेड के बैंक खाते का विवरण प्रदान करे। हालाँकि, बाद में उन्होंने इस जरूरत को माफ कर दिया। इसके अलावा, सीआईडी ने लोकेश को पूछताछ के दौरान अपने वकीलों को मौजूद रहने की अनुमति दी, हालांकि उन्हें एक अज्ञात दूरी पर रहना होगा।
आंध्र प्रदेश के सीएम वाई।एस। जगन मोहन रेड्डी ने बोला कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष एन। चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी से उनका कोई लेना-देना नहीं है और उनके मन में नायडू के विरुद्ध कोई द्वेष नहीं है। रेड्डी ने दावा किया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और इनकम टैक्स (आईटी) विभाग ने पूर्व सीएम नायडू के विरुद्ध आरोपों की जांच की और बाद में गिरफ्तारी की। उन्होंने बोला कि आईटी विभाग ने उन्हें (तेदेपा प्रमुख को) नोटिस भी भेजा था। नायडू अभी कौशल विकास निगम के धन के कथित दुरुपयोग मुद्दे में राजामहेंद्रवरम केंद्रीय कारावास में न्यायिक हिरासत में हैं। इल्जाम है कि इस कथित घोटाले में राज्य के खजाने को 300 करोड़ रुपये से अधिक का हानि हुआ।

