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राहुल गांधी अभी भी लोकसभा चुनाव में मिली हार से नहीं उबर पाए : पीयूष गोयल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को सबसे बड़ा शेयर बाजार भ्रष्टाचार होने का इल्जाम लगाते हुए इसकी जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग की. हालांकि, इसी को लेकर बीजेपी की ओर से पलटवार किया गया है. भाजपा नेता पीयूष गोयल ने बोला कि राहुल गांधी अभी भी लोकसभा चुनाव में मिली हार से उबर नहीं पाए हैं. अब वह बाजार के निवेशकों को गुमराह करने की षड्यंत्र रच रहे हैं. आज हिंदुस्तान पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है.

गोयल ने स्पष्ट रूप से बोला कि आज राहुल गांधी ने प्रेसवार्ता कर जो बीजेपी और हमारे नेताओं पर अनाप-शनाप इल्जाम लगाए हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष की हार की हताशा से राहुल गांधी जी उबर नहीं पाए हैं. अब राहुल गांधी बाजार के इंवेस्टर्स को भी गुमराह करने की षड्यंत्र रच रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि आज पूरी दुनिया, हिंदुस्तान को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में स्वीकार करती है. मोदी जी ने राष्ट्र को आश्वस्त किया है कि उनके तीसरे टर्म में राष्ट्र विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.

भाजपा नेता ने स्पष्ट रूप से बोला कि मोदी जी के तीसरे टर्म में आने से राहुल गांधी परेशान नजर आ रहे हैं. इसलिए वो (राहुल गांधी) अपने बयानों के साथ विदेश और राष्ट्र के निवेशकों को भ्रमित करने की प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बोला कि मोदी गवर्नमेंट के पिछले 10 सालों में पहली बार हमारा बाजार कैप 5 ट्रिलियन $ से अधिक हो गया है. आज हिंदुस्तान का इक्विटी बाजार दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं के बाजार कैप में शामिल हो गया है…हम जानते हैं कि मोदी गवर्नमेंट के अनुसार बाजार में सूचीबद्ध पीएसयू का बाजार कैप 4 गुना बढ़ गया है.

बीजेपी नेता पीयूष गोयल कहते हैं, “10 वर्ष पहले जब यूपीए गवर्नमेंट सत्ता में थी, उस समय हिंदुस्तान का बाजार कैप 67 लाख करोड़ रुपये था…आज बाजार कैप बढ़कर 415 लाख करोड़ रुपये हो गया है….” राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को इल्जाम लगाया कि पीएम नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दी गई शेयर खरीदने की राय और फिर चुनाव के बाद आए झूठे एग्जिट पोल के कारण स्टॉक बाजार में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है जिसमें निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए. उन्होंने बोला कि इस आपराधिक कृत्य में पीएम और गृह मंत्री और एग्जिट पोल करने वालों की किरदार की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए.

राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, पहली बार हमने नोट किया कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री ने स्टॉक बाजार पर टिप्पणी की…फिर एक जून को झूठे एग्जिट पोल आए. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के आंतरिक सर्वें में 220 सीट मिल रही थी, लेकिन एग्जिट पोल में अधिक सीटें दिखाई गईं. राहुल गांधी का बोलना था, तीन जून को स्टॉक बाजार सारे रिकॉड तोड़ देता है, चार जून को खटाक से नीचे चला जाता है. हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया गया था. खुदरा निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गए. उन्होंने प्रश्न किया कि पीएम और गृह मंत्री ने निवेश की राय क्यों की? पांच करोड़ निवेशकों को शेयर खरीदने की राय क्यों दी गई? लाभ उठाने वाले विदेशी निवेशक कौन हैं? कांग्रेस पार्टी नेता ने बोला कि यह स्टॉक बाजार सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है तथा आपराधिक कृत्य है और इस मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी का गठन होना चाहिए. राहुल गांधी ने बोला कि इसमें प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और एग्जिट पोल करने वालों की किरदार की जांच होनी चाहिए.

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