Chandigarh Sector-16: चंडीगढ़ में एंबुलेंस और लग्ज़री कार की टक्कर से मचा हड़कंप
Chandigarh Sector-16: शनिवार दोपहर चंडीगढ़ के सेक्टर-16 अस्पताल के बाहर अचानक अफरा-तफरी फैल गई, जब एक तेज रफ्तार एंबुलेंस ने सामने खड़ी मर्सिडीज कार को जोरदार टक्कर मार दी। भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों का आगे-पीछे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के तुरंत बाद कुछ समय के लिए ट्रैफिक भी अव्यवस्थित ( disorganized) हो गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई।

हादसा कैसे हुआ
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मर्सिडीज कार अस्पताल के सामने लगे लाइट प्वाइंट पर रेड सिग्नल का इंतजार कर रही थी। तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रही एंबुलेंस सीधे जाकर उससे टकरा गई। टक्कर के प्रभाव से एंबुलेंस का फ्रंट हिस्सा टूटकर बिखर गया, जबकि मर्सिडीज (Mercedes) कार का पिछला भाग दब गया। आवाज इतनी तेज थी कि आसपास मौजूद लोग तुरंत मौके पर पहुंच गए और स्थिति को समझने लगे।
एंबुलेंस में मौजूद गंभीर मरीज
एंबुलेंस के अंदर एक हार्ट का गंभीर मरीज मौजूद था, जिसे लेह-लद्दाख से हवाई मार्ग के जरिए चंडीगढ़ लाया गया था। एयरपोर्ट से उसे सीधे पीजीआई ले जाया जा रहा था, लेकिन अस्पताल के सामने ही यह हादसा हो गया। टक्कर लगते ही एंबुलेंस स्टाफ ने मरीज की हालत संभालने की कोशिश की और स्थिति को नियंत्रित (controlled) किया। तत्काल दूसरी एंबुलेंस को बुलाया गया और मरीज को सुरक्षित तरीके से उसमें शिफ्ट कर पीजीआई के लिए रवाना किया गया।
मौके पर पुलिस की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही सेक्टर-16 थाना पुलिस और ट्रैफिक पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। दोनों वाहनों को सड़क से हटाकर मार्ग को तुरंत चालू कराया गया ताकि अन्य वाहनों को परेशानी न हो। पुलिस के अनुसार, हादसे की जांच जारी है और एंबुलेंस चालक से पूछताछ की जाएगी ताकि दुर्घटना के वास्तविक (Real) कारणों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय लोगों में चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों के बीच यह चर्चा शुरू हो गई कि तेज रफ्तार आपातकालीन (emergency) वाहनों की वजह से ऐसे हादसे अक्सर होते हैं। लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया कि अस्पताल क्षेत्रों में विशेष निगरानी बढ़ाई जाए ताकि मरीजों और राहगीरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अस्पताल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद अस्पताल प्रशासन (Hospital Administration) ने भी ट्रैफिक पुलिस से सिग्नल और मोड़ पर निगरानी बढ़ाने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि यहां रोजाना बड़ी संख्या में मरीज, एंबुलेंस और निजी वाहन आते-जाते हैं, इसलिए अतिरिक्त (Excessive) सावधानी बेहद जरूरी है।



