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Vastu Tips: परिवार में नहीं रहेगी आर्थिक तंगी, अपनाएं वास्तु के ये नियम

Vastu Tips :  वास्तु नियमों के मुताबिक आपके घर में रखी हुई हर एक चीज सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा देती है और किसी न किसी तत्व का अगुवाई भी करती है. पंचतत्वों के संतुलन और सकारात्मक वस्तुओं से घर में खुशहाली बनी रहती है वहीं इनके असंतुलित होने से अनेक तरह की परेशानियां आ सकती हैं ,इसलिए वास्तु में हर चीज को रखने के लिए स्थान निर्धारित की गई है.

 

ऐसा करें ,परिवार में रहेगा प्यार

पति-पत्नी में नहीं बनती और आए दिन टकराव होते हैं,लगातार जीवन में तनाव बना रहता है तो हाथी के जोड़े को बेडरूम में उत्तर दिशा में रखना चाहिए. इससे दंपती के जीवन में खुशहाली बनी रहती है.आपसी प्यार बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है कि हाथी का जोड़ा रखते समय उनका चेहरा एक दूसरे की तरफ होना चाहिए, पीठ होने से उनका नेगेटिव असर रिश्तों पर पड़ता है.शयन कक्ष में ड्रेसिंग टेबल हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में रखनी चाहिए,सोते समय शीशे को ढक दें.

नहीं रहेगी आर्थिक तंगी

अपने जीवन में अधिक धन और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए अपने घर की उत्तर दिशा में कुबेर और दक्षिण दिशा क्षेत्र में लाल घोड़े के जोड़े को रखें. यह आपके चुने हुए करियर में विकास और व्यापार में कामयाबी की आसार को बढ़ाता है. सब कुछ ठीक होने के बाद भी आपको लगता है कि हमारे हाथ में धन नहीं रुकता तो आपको अपने घर के दक्षिण-पूर्व दिशा क्षेत्र से नीला रंग हटाने की ज़रुरत है. इस दिशा में हल्का नारंगी और गुलाबी रंगों का प्रयोग करें.

नहीं पड़ेंगे बीमार

घर के अंदर लगे हुए मकड़ी के जाले, धूल-गंदगी को समय-समय पर हटाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं रहती, जिससे आप बीमार नहीं पड़ते. मानसिक रूप से निरोग रहने के लिए घर में बनी हुई क्यारियों या गमलों में लगे हुए पौधों को नियमित रूप से पानी देना चाहिए. यदि कोई पौधा सूख जाए तो उसे तुरंत वहां से हटा दें. पूर्व दिशा में सिर और पश्चिम दिशा में पैर करके सोने से आध्यात्मिक भावनाओं में वृद्धि होती है.

सही ले पाएंगे निर्णंय

कई बार जीवन में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं कि ये तय करना कठिन हो जाता है कि क्या ठीक है और क्या गलत, उस स्थिति से निपटने के लिए घर या कार्यालय में अपने लक्ष्य की ओर चलते  हुए ऊंट की तस्वीर या इसकी प्रतिमा को रखना काफी लाभप्रद हो सकता है क्योंकि ये आदमी की सहनशीलता को भी बढ़ाता है जिससे आदमी ठीक निर्णंय लेने में सक्षम बनता है. इसी प्रकार मानसिक स्पष्टता और प्रज्ञा का दिशा क्षेत्र उत्तर-पूर्व में पूजा करने से आपको हमेशा परमात्मा का मार्गदर्शन मिलता रहता है.

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