अब आप भी घूम सकते हैं दिल्ली के पास इन चार जगह पर जानें
अगर आप दिल्ली के पास किसी हिल स्टेशन पर जाना चाहते हैं तो सबसे पहले दिमाग में लैंसडाउन का नाम आता है। यह स्थान इतनी हरियाली से घिरी हुई है, ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों से भरी हुई है, इसे देखकर ही ऐसा लगता है मानो स्वर्ग उतर आया हो। यहां भयंकर सर्दी में भी बर्फ गिरती है। यदि आप नए वर्ष में यहां घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां ट्रैकिंग और क्लिफ जंपिंग जैसी एक्टिविटीज करना न भूलें। घूमने की जगहें: टिप एन टॉप पॉइंट तक ट्रेक करें और खूबसूरत सूर्यास्त का आनंद लें, सेंट मैरी चर्च और तारकेश्वर महादेव जाएँ। मंदिर। कैसे पहुंचें और लागत: यात्रा की लागत 500 रुपये से प्रारम्भ होती है। कोटद्वार के लिए ट्रेन या बस लें और फिर लैंडडाउन के लिए बस या टैक्सी लें।
ज्यादातर लोगों के लिए राजस्थान केवल जयपुर, उदयपुर या जोधपुर है, लेकिन इस बार आपको कुछ और तलाशना चाहिए। हम बात कर रहे हैं अलवर स्थान की, जो वीकेंड पर घूमने के लिए सबसे बेस्ट है। और यदि आपको सर्दियों में किसी हिल स्टेशन पर जाना पसंद नहीं है, तो गर्म रहने के लिए आप राजस्थान की इन जगहों पर जा सकते हैं। अरावली से घिरा, अलवर अपने किलों जैसे बाला किला, भानगढ़ किला और सिटी पैलेस के माध्यम से राजपूतों की कहानी कहता है। आप सरिस्का टाइगर रिजर्व भी जा सकते हैं, जो पास में ही स्थित है। देखने योग्य स्थान: सुंदर सिलीसेढ़ झील और मोती डूंगरी जाएँ, क्षेत्रीय गट्टे की सब्जी, कचौरी और दूध या लड्डू का स्वाद लें। कैसे पहुंचें और लागत: राउंड ट्रिप की लागत रुपये से प्रारम्भ होती है। 250 रुपये से शुरू। दिल्ली से अलवर के लिए सीधी ट्रेन या बस लें।
जो लोग आध्यात्मिक स्थानों की यात्रा करना पसंद करते हैं उनके लिए वृन्दावन सबसे अच्छी स्थान है। इस क्षेत्र के सबसे पुराने शहरों में से एक, यह हिंदू ईश्वर कृष्ण का बचपन का घर माना जाता है। यह शहर उत्तर हिंदुस्तान की धार्मिक परंपराओं से ओत-प्रोत है, जिसमें कृष्ण के भक्तों को समर्पित सैकड़ों भव्य और बहुत बढ़िया मंदिर हैं। प्रेम मंदिर इस शहर में एक अवश्य देखने योग्य जगह है, यह जगह रात की रोशनी में चमकता है। देखने लायक जगहें: जितना हो सके उतने मंदिरों के दर्शन करें; क्षेत्रीय जलेबी और कचौरी का स्वाद चखें। पेड़ा और लड्डू जैसी कुछ मशहूर मिठाइयाँ अवश्य आज़माएँ। कैसे पहुंचें और लागत: यात्रा लागत 400 रुपये से प्रारम्भ होती है। मथुरा के लिए ट्रेन लें और फिर वृन्दावन के लिए बस या टैक्सी लें।