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Govind Narayan Singh Death Anniversary : जानें इनका जीवन परिचय और अनसुने किस्से

गोविन्द नारायण सिंह (अंग्रेज़ी: Govind Narayan Singh, जन्म- 25 जुलाई, 1920; मृत्यु- 10 मई, 2005) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के राजनीतिज्ञ तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व पाँचवें सीएम थे. वह 30 जुलाई 1967 से 12 मार्च 1969 तक मध्य प्रदेश के सीएम तथा 26 फ़रवरी, 1988 से 24 जनवरी, 1989 तक बिहार के गवर्नर रहे.

परिचय

गोविन्द नारायण सिंह का जन्म 25 जुलाई, 1920 को रामपुर बघेलान मध्य प्रदेश में हुआ था. उनके पिता का नाम अवधेश प्रताप सिंह था. वे विन्ध्य प्रदेश के प्रथम सीएम थे. उनका शादी मई, 1945 में श्रीमती पद्यावती देवी के साथ हुआ था. वे 5 बेटों और एक बेटी के पिता थे. उनके बेटे हर्ष सिंह पहली बार 1980 में रामपुर बघेलान से विधायक चुने गए और फिर कांग्रेस, भाजपा और राष्ट्रीय समता दल की टिकट पर चुनाव जीते. सन 1941 में गोविन्द नारायण सिंह क्रांतिकारी गतिविधियों के लिये नजरबन्‍द कर दिये गए थे. 1942 के अगस्‍त आन्‍दोलन से 1944 तक जेल काटा. 1946 से 1947 के अन्‍त तक बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में लेक्‍चरर तथा गवेषणा कार्य भी किया.

शिक्षा

गोविन्द नारायण सिंह जी ने एमए, एलएलबी की पढ़ाई की और उन्होंने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी किया.

कॅरियर

  • सन 1946 से 1947 के अन्‍त तक गोविन्द नारायण सिंह ने बनारस हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय में लेक्‍चरर तथा गवेषणा कार्य किया.
  • 1948 में भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिये चुने जाने पर विन्‍घ्‍य प्रदेश गवर्नमेंट के भीतर असिस्‍टेन्‍ट रीजनल कमिश्‍नर के पद पर नियुक्त हुए और कार्यभार ग्रहण करने के दूसरे दिन ही पद त्‍याग दिया.
  • विद्यार्थी जीवन से ही बनारस में 1941 से 1946 तक विद्यार्थी संघ और विद्यार्थी कांग्रेस पार्टी के अध्‍यक्ष में भी रहे.
  • 1952 के सामान्‍य निर्वाचन में विन्‍ध्‍य प्रदेश विधान सभा के सदस्‍य निर्वाचित हुए.
  • 1953 से 1957 तक विन्‍ध्‍य प्रदेश कांग्रेस पार्टी कमेटी के अध्‍यक्ष भी चार वर्षों तक रहे.
  • विन्‍ध्‍यप्रदेश विधान सभा सदस्‍य के रूप में जागीरदारी उन्‍मूलन समिति, भू-राजस्‍व समिति, लोक लेखा समिति तथा अन्‍य विभिन्‍न समितियों में कार्य किया.
  • मध्‍य प्रदेश विधान सभा की सदस्‍यता में 1957 से 1959 तक लोक लेखा समिति के सभापति रहे. इसके बाद याचिका समिति के सभापति बने. उपमंत्री बनने पर सभापति के पद से त्‍यागपत्र दे दिया.
  • प्रदेश कांग्रेस पार्टी की चुनाव समिति के सदस्‍य भी रहे.
  • 15 अगस्त, 1960 से उपमंत्री, तत्‍पश्‍चात् उप गृहमंत्री तथा 27 मई, 1963 से उपमंत्री लोककार्य (सिंचाई) रहे.
  • 30 सितम्बर, 1963 से स्‍थानीय शासन मंत्री, संविद शासन काल में मुख्‍यमंत्री, मध्‍य प्रदेश बने.

मृत्यु

गोविन्द नारायण सिंह जी की मौत 10 मई, 2005 को हुई

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