ये है फोन चार्ज करने का सही तरीका
फोन चार्ज न हो तो ऐसा लगता है कि सारा काम ही रुक गया है। कई लोग तो टेलीफोन को लेकर इतने परेशान रहते हैं कि जरा सी चार्जिंग कम होते ही तुरंत उसे प्लग में लगा देते हैं। टेलीफोन का इस्तेमाल तो हम काफी समय से कर रहे हैं लेकिन बहुत कम लोग ऐसे होंगे जो टेलीफोन चार्ज करने के ठीक ढंग के बारे में जानते होंगे। जी हां, यदि आपसे कोई कहे कि अभी तक आप जिस ढंग से टेलीफोन को चार्ज कर रहे हैं वह तरीका ही गलत है तो हो जाएंगे न आप भी शॉक।
फोन के लिए उसकी बैटरी बहुत महत्वपूर्ण है और यदि समय के साथ बैटरी ही खराब होने लगे तो मतलब टेलीफोन भी खराब। इसलिए ये बहुत महत्वपूर्ण है कि टेलीफोन के चार्जिंग के कुछ रूल को जरूर फॉलो किया जाए ताकि टेलीफोन शीघ्र से खराब न हो जाए।
कई लोग ऐसे होते हैं जो टेलीफोन को तब तक चार्ज पर नहीं लगाते हैं जब तक उसकी बैटरी पूरी तरह से समाप्त (0%) न हो जाए, या फिर 5-10% बची हो। लेकिन ऐसा करना टेलीफोन की बैटरी लाइफ के लिए अच्छा नहीं है। एक्सपर्ट्स ये कहते हैं कि टेलीफोन की बैटरी को पूरी तरह डिस्चार्ज या फिर फुल चार्ज नहीं करना चाहिए।
कुछ लोग टेलीफोन को पूरी ड्रेन कर लेते हैं और फिर पूरी रात के लिए उसे चार्जिंग पर छोड़ देते हैं। ऐसा करने से टेलीफोन की बैटरी पर असर पड़ता है, और उसकी लाइफ कम होने लगती है।
कहा जाता है कि सबसे अच्छी प्रैक्टिस ये है कि जब टेलीफोन 90% तक पहुंच जाए तो चार्जर को निकाल देना चाहिए। इसके अतिरिक्त उसी चार्जर का इस्तेमाल करें जो कि आपके टेलीफोन के साथ मिला है। या फिर कभी भी चार्जर खराब हो जाए तो ओरिजिनल चार्जर का ही इस्तेमाल करें।
सभी करते हैं ये वाली गलती!
आखिर में एक आम गलती जो हम में से ज्यादातर लोग करते हैं वह ये है कि टेलीफोन चार्ज पर लगाकर इस्तेमाल करते रहना। टेलीफोन को चार्जिंग पर प्लग करके इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे टेलीफोन के प्रोसेसर पर बल पड़ता है।