जाने बांस का मुरब्बा बनाने की विधि
बात जब खाने-पीने की होती है, तो लोग कई बार स्वाद के साथ हेल्थ बेनिफिट्स भी ढूंढते हैं। ऐसी चीजों का सेवन करना चाहते हैं जो उनके स्वाद के साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखे। बांस का मुरब्बा (Bamboo Murabba) ऐसे ही चीजों में शामिल है। कई बार बांस का नाम सुन लोग सोचते हैं कि बांस एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसका इस्तेमाल केवल बाहर के कामों के लिए किया जाता है। लेकिन बांस (बैंबू शूट्स) का मुरब्बा भी तैयार किया जाता है। यह मुरब्बा सभी बांस का नहीं बनता है। इसकी स्पेशल खेती बिहार के गया में की जाति है। पहाड़ों पर भी इसका प्रोडक्शन होता है।
कैसे बनता है बांस का मुरब्बा?
बांस का मुरब्बा बनाने का तरीका बहुत सरल है। इसे खाकर आप कई रोंगों से बच सकते हैं। गोरखपुर में 50 वर्षों से मुरब्बा बेचने वाले प्राणनाथ बताते हैं कि जिस बांस से मुरब्बा बनता है, उसका प्रोडक्शन पहाड़ों पर होता है। मुरब्बा बनाने के लिए पहले बांस को छीलते हैं। फिर उसे पतला-पतला काटते हैं। फिर पिनअप करके 3 दिन तक पानी में भिगोकर रखते हैं। उसके 1 दिन बाद चासनी में भिगोकर रखते हैं। दूसरे दिन इसमें शहद डाल देते हैं। उसके बाद यह मुरब्बा तैयार हो जाता है। 280 रुपये किलो से इस मुरब्बे की आरंभ होती है।
बांस का मुरब्बा खाने के लाभ
बांस का मुरब्बा हेल्थ के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। इसको बनाने का तरीका थोड़ा अलग होता है। प्राणनाथ बताते है कि बांस (बैंबू शूट्स) का मुरब्बा खाने से लोगों कि किडनी, लिवर घुटने में दर्द जैसी कई रोग दूर हो जाती है। खाने वाले बांस में प्रोटीन, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और कई महत्वपूर्ण मिनरल्स के साथ विटामिन उपस्थित रहते हैं। साथ में फैट की मात्रा बहुत कम होती है। (बैंबू शूट्स) के कई अद्भुत स्वास्थ्य फायदा हैं इसलिए इसका इस्तेमाल मुरब्बे के रूप में किया जाता है।