शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए आप भी पहनें ये रत्न
हम सभी शनिदेव की पूजा करते हैं क्योंकि हम सभी जानते हैं कि यदि शनि साढ़ेसाती, महादशा या ढैय्या में हो तो इसका हमारे जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है. शनि के इस नकारात्मक असर से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे रत्न बताए गए हैं जिनके सेवन से शनि की कृपा हम पर बनी रहेगी और हमें इस कष्ट से मुक्ति मिल जाएगी.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली में ग्रहों की शुभ और अशुभ स्थिति का आदमी के जीवन पर अच्छा या बुरा असर पड़ता है. कुंडली में सभी ग्रहों के बीच शनि की अशुभ स्थिति काफी कष्टकारी मानी जाती है. मान्यता के मुताबिक यदि शनि की कुदृष्टि हो तो आदमी का जीवन दुख और परेशानियों से भरा रहता है. जीवन में खुशियां नहीं रहती और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है. रत्न शास्त्र में ऐसे कई रत्नों का वर्णन किया गया है जिनकी शक्ति से कुंडली में ग्रहों के अशुभ असर को शुभ असर में बदला जा सकता है. शनि के अशुभ असर को दूर करने के लिए कुछ फायदेमंद रत्नों का भी उल्लेख किया गया है. आइए जानते हैं वे विशेष रत्न जो शनि के असर को कम करते हैं.
फ़िरोज़ा रत्न- कुंडली में शनि को मजबूत करने के लिए फ़िरोज़ा रत्न पहनना बहुत लाभ वाला माना जाता है. इस रत्न को पहनने से बृहस्पति भी मजबूत स्थिति में होता है. यह रत्न आत्मविश्वास बढ़ाता है. घरेलू विवादों से मुक्ति मिलती है. इस रत्न को शुक्रवार, गुरुवार और शनिवार को धारण किया जा सकता है. अगर फ़िरोज़ा रत्न को चांदी या पंचधातु की अंगूठी में पहना जाए तो यह अधिक फायदेमंद होता है.
लाजवर्त रत्न- शनि गुनाह से बचने के लिए लाजवर्त रत्न धारण करना भी शुभ माना जाता है. यह रत्न कुंडली में तीन ग्रहों शनि, राहु और केतु के अशुभ असर से राहत दिलाता है और जीवन की सभी कठिनाइयों को दूर करता है. मान्यता के मुताबिक इस रत्न को धारण करने से जॉब और व्यापार में आ रही परेशानियों से राहत मिलती है. लाजवर्त रत्न को शनिवार के दिन चांदी की अंगूठी में धारण करने से शुभ रिज़ल्ट मिलते हैं.
नीलम रत्न- ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि की महादशी, साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ असर से बचने के लिए नीलम रत्न धारण करना बहुत फायदेमंद माना जाता है. शनि ग्रह का अगुवाई करने वाला रत्न नीलम है. नीलम रत्न सिर्फ़ बहुत मेहनती और मेहनती लोगों के लिए ही लाभ वाला होता है. ऐसा माना जाता है कि यह रत्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को तुरंत ठीक कर देता है. मन एकाग्र रहता है। इस रत्न को शनिवार के दिन धारण करना बहुत शुभ माना जाता है.