मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली में विपक्षी दल की बुलाई अगली बैठक
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को दिल्ली में विपक्षी दल की अगली बैठक बुलाई है। यह समाचार तब आई जब कांग्रेस पार्टी पार्टी दो विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती में आगे चल रही है। शुरुआती रुझानों से पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ को बरकरार रखने और तेलंगाना को जीतने के लिए तैयार है। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि कांग्रेस पार्टी प्रमुख ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की अहम बैठक बुलाई है। इस दौरान पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों पर भी चर्चा की जा सकती है।
INDIA गठबंधन चार राज्यों के चुनाव परिणामों का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है। चुनावों में कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शन पर काफी कुछ निर्भर करेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि नतीजों से 2024 के आम चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने की तैयारियों को बल मिलेगा। हालांकि टीएमसी, आप और समाजवादी पार्टी जैसी पार्टियों ने सीट-बंटवारे पर जल्द चर्चा करने की उत्सुकता व्यक्त की है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने तक विचार-विमर्श को स्थगित करने का विकल्प चुना है।
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एक और दक्षिणी राज्य में गवर्नमेंट बनाने की ओर कांग्रेस
कर्नाटक के बाद कांग्रेस पार्टी पार्टी अब एक और दक्षिणी राज्य में गवर्नमेंट बनाने के बहुत करीब है। रुझानों में कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस पार्टी 119 में से 65 सीट पर बढ़त बनाए हुए है। इस चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान हुआ था। शुरुआती रुझानों के अनुसार, कांग्रेस पार्टी राज्य में सत्तारूढ़ हिंदुस्तान देश समिति (बीआरएस) से आगे है। बीआरएस 39 सीट पर आगे है। बीजेपी (भाजपा) छह और ऑल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चार सीट पर बढ़त बनाए हुए है। दक्षिणी राज्य में गवर्नमेंट बनाने के लिए किसी भी दल को साधारण बहुमत हासिल करेन के लिए कम से कम 60 सीट जीतनी होंगी।
के। चन्द्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस 2014 में तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिए जाने के बाद से सत्ता पर काबिज है। इसने 2018 का चुनाव भी जीता था। पार्टी इस बार भी लगातार तीसरी बार जीत की आशा कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने सत्तारूढ़ दल को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से पूरे जोर-शोर से चुनाव प्रचार अभियान चलाया था। बीजेपी ने भी अपने प्रचार अभियान के दौरान सत्तारूढ़ गवर्नमेंट के विरुद्ध तीखा धावा किया था।
छत्तीसगढ़ में फिर एक बार कांग्रेस पार्टी सरकार?
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को हो रही मतगणना के शुरुआती रुझानों में सत्ताधारी दल कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच कांटे की भिड़न्त है। हालांकि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से गवर्नमेंट बनाती नजर आ रही है। रुझानों के अनुसार कांग्रेस पार्टी 50, बीजेपी 40 सीट पर आगे हैं। राज्य में किसी भी पार्टी को गवर्नमेंट बनाने के लिए 46 सीटों की आवश्यकता है। राज्य में सात और 17 नवंबर दो चरणों में मतदान हुआ था। मतदान फीसदी 76.31 फीसदी रहा।