गायत्री राठौड़ ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटन जगत को राजस्थान आने का दिया निमंत्रण
जयपुर . जापान के ओसाका शहर में जापान टूरिज्म एक्सपो के पहले दिन राजस्थान टूरिज्म के पवेलियन ने जापानी और अन्तरराष्ट्रीय पर्यटन बिरादरी का दिल जीत लिया. राजस्थान पर्यटन की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़, संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच एवं उप निदेशक दलीप सिंह राठौड़ जापान के ओसाका पहुंच गये हैं. यहां का राजस्थान पवेलियन जापानी और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन प्रतिनिधियों को खूब आकर्षित कर रहा है.
गायत्री राठौड़ ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन जगत को राजस्थान आने का निमंत्रण दिया. उन्होंने बोला कि ‘पधारो म्हारे देश’…सिर्फ एक स्लोगन नहीं, ये राजस्थान की संस्कृति है. उन्होंने कहा की राजस्थान पर्यटन विभाग के मुताबिक इस वर्ष सितंबर तक राज्य में आने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की अनुमानित संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है. इस साल राज्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्यारहवें से सातवें जगह पर पहुंच गया है. यह गौरतलब उपलब्धि दर्शाती है कि राजस्थान पर्यटन आने वाले भविष्य में राज्य की जीडीपी के लिए एक प्रमुख उत्प्रेरक के रूप में उभरने की ओर अग्रसर है. उन्होंने बोला कि राजस्थान में पर्यटन के सभी जरूरी तत्व जैसे कि आयकोनिक स्मारक और हैरिटेज क्षेत्र, विशेष हैरिटेज गांव और शिल्पग्राम, अनुभावात्मक पर्यटन, मरूस्थलीय पर्यटन,सहासिक पर्यटन, वाइलल्डलाइफ और ईकोटूरिज्म, ट्राइबल टूरिज्म, कल्चरल टूरिज्म, क्राफ्ट और कूजिन पर्यटन, वीकएण्ड गेटवे टूरिज्म, धार्मिक टूरिज्म, वैडिंग टूरिज्म, वैलनैस टूरिज्म, (मेडीकल टूरिज्म), ग्रामीण टूरिज्म और फिल्म टूरिज्म आदि और पैलेस ऑन व्हील्स है. पर्यटन के यह सभी जरूरी तत्व राजस्थान को एमआईसीई टूरिज्म के लिए पहली पसंद बनाते हैं .
गौरतलब है कि जापान एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स (JATA) 26 से 29 अक्टूबर तक चार दिनों के लिए इंटेक्स ओसाका में ‘टूरिज्म एक्सपो जापान 2023 का आयोजन किया जा रहा है. पिछले चार सालों में ओसाका में यह पहला एक्सपो आयोजित किया जा रहा है. इस एक्सपो की थीम है कि पर्यटन यात्रा एक त्यौहार की तरह है जो आपको भविष्य से मिलवाता है. इस थीम को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन उद्योग के भविष्य से जोड़ा गया है. यहां पर ‘क्रूज़,’ ‘साहसिक यात्रा,’ ‘खेल पर्यटन,’ ‘अकादमी’ और ‘पर्यटन एसडीजी’ की विशेष प्रदर्शनियां भी लगाई गई है.
एक्सपो के पहले दिन पर्यटन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने के लिए नेटवर्किंग का कैसे इस्तेमाल किया जाए, इस रूपरेखा पर विचार-विमर्श करते हुए एक स्वागत कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया.