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राजस्थान के 4 जिलों में हेरोइन तस्करी के 23 मामले आये सामने

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जयपुर. क्या राजस्थान अगला उड़ता पंजाब होगा? इस प्रश्न पर सभी हलकों में चर्चा हो रही है, क्योंकि राज्य के सीमावर्ती शहरों में नशीले पदार्थों की स्मग्लिंग के मुद्दे बढ़ गए हैं, जिनकी सीमाएं पड़ोसी राज्यों से मिलती हैं.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पाक के निकट राजस्थान के चार जिलों में पिछले ढाई वर्ष में हेरोइन स्मग्लिंग के 23 मुद्दे सामने आ चुके हैं.

इन मौकों पर राज्य में 125 किलोग्राम हेरोइन लाई गई. दरअसल पुलिस ने दो वर्ष में एक करोड़ रुपये की नशीली गोलियां, कैप्सूल और इंजेक्शन बरामद किए हैं.

पिछले ढाई वर्ष में यहां ड्रग स्मग्लिंग के 9000 मुद्दे दर्ज किए गए हैं और 11,000 लोगों को हिरासत में लिया गया.

सूत्रों ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि आठ पुलिसकर्मी भी ड्रग तस्करों के साथ मिले हुए पाए गए हैं.

पुलिस टीमों ने पुष्टि की कि पंजाब के स्मग्लर अब श्रीगंगानगर, बीकानेर और बाड़मेर के रास्ते पाक से नशीला पदार्थ और हथियार ला रहे हैं. उन्होंने पुष्टि की कि पिछले कई महीनों में ड्रोन से नशीला पदार्थ गिराने के मुद्दे बढ़े हैं.

जहां पंजाब में हर 20-30 किलोमीटर पर एक बटालियन होती है, वहीं यहां 50 किलोमीटर की दूरी पर एक बटालियन होती है, जो तस्करों के लिए वरदान है.

आधिकारिक सूत्रों ने बोला कि पंजाब ने अपनी सीमाओं पर नज़र बढ़ा दी है और सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है और इसलिए स्मग्लर प्लान बी पर काम कर रहे हैं और राजस्थान की सीमाओं पर नजर रख रहे हैं.

राजस्थान में एक बटालियन के पास 50 किलोमीटर क्षेत्र पर नजर रखने की जिम्मेदारी है. वैसे यहां जनसंख्या के साथ-साथ सैनिक भी कम हैं, इसलिए ड्रग स्मग्लर इन जगहों को स्वर्ग की तरह मान रहे हैं. इन शहरों में श्री गंगानगर, बीकानेर का खाजूवाला और बाड़मेर शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि जैसलमेर में सीमा पर मजबूत सड़क नेटवर्क का अभाव है और इसलिए वहां नशीला पदार्थों के तस्करों का आना-जाना कम है.

पाकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करों के तार पंजाब के तस्करों से जुड़े हुए हैं. अब कई तस्करों के राजस्थान के लोगों के साथ पारिवारिक संबंध हैं और इसलिए यहां नशीले पदार्थों की स्मग्लिंग में सरलता होती है.

नशीले पदार्थों के व्यापार के जाल को आईएसआई, खालिस्तानी आतंकियों और पाक के अन्य आतंकी समूहों का भी समर्थन प्राप्त है. प्रमुख ड्रग तस्करों के तार पंजाब के तस्करों से जुड़े हुए हैं, जिनकी नजर अब राजस्थान की सीमाओं पर है.

हाल ही में पुलिस ने स्वरूप सिंह नामक आदमी को पंजाब और दिल्ली में हेरोइन सप्लाई करने के इल्जाम में अरैस्ट किया था. उसने कबूल किया कि उसकी चचेरी बहन की विवाह पाक में हुई है. पाक के बिलाल और गुलाब नाम के दो लोगों ने वहां से उसका नंबर लिया और उससे जुड़े.

उसने अपने पहले कोशिश में हेरोइन के चार पैकेट और फिर नार्मर में हेरोइन के नौ पैकेट गिराए. तस्करों ने उन्हें एक पैकेट के लिए 1 लाख रुपये दिए और फिर इस ‘माल’ को पंजाब और दिल्ली की पार्टियों में पहुंचाया गया.

एडीजी अपराध दिनेश एमएन का बोलना है कि टीम यहां ड्रग तस्करों की चेन को समाप्त करने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा, “हम इस मुद्दे की गहनता से जांच कर रहे हैं, क्योंकि इसका पाक कनेक्शन है.

हाल ही में जून में, सीमा सुरक्षा बल ऑफिसरों ने राजस्थान के गंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया. राजस्थान के गंगानगर जिले के श्रीकरणपुर में सीमा सुरक्षा बल जवानों ने एक ड्रोन को मार गिराया. सूत्रों ने बोला कि ज्यादातर पंजाब स्थित स्मग्लर पाक से ड्रोन के जरिए पहुंचाई जाने वाली दवाओं की डिलीवरी ले रहे हैं.

बीएसएफ ने राजस्थान के गंगानगर में भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन को भी मार गिराया

अधिकारियों ने बोला कि पाक के साथ सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से दवाओं की स्मग्लिंग बढ़ रही है. राजस्थान के गंगानगर जिले के श्रीकरणपुर में सीमा सुरक्षा बल जवानों ने एक ड्रोन को मार गिराया सूत्रों ने बोला कि ज्यादातर पंजाब स्थित स्मग्लर पाक से ड्रोन के जरिए पहुंचाई जाने वाले नशीला पदार्थों की डिलीवरी ले रहे हैं.

मई में भी श्री करणपुर क्षेत्र में ड्रोन की मूवमेंट देखी गई थी, जिस पर सीमा सुरक्षा बल ने फायरिंग की थी और उसके बाद सर्च ऑपरेशन में एक संदिग्ध आदमी को पकड़ा था और खेत में पड़े हेरोइन के दो पैकेट भी बरामद किए थे. इस घटना के बाद सीमा सुरक्षा बल और पुलिस ने संयुक्त रूप से क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया.

पाकिस्तानी तस्करों द्वारा भारतीय सीमा पर ड्रोन के जरिए हेरोइन की खेप गिराई जाती है, जिसकी डिलीवरी लेने के लिए ज्यादातर पंजाब से स्मग्लर आते हैं. स्मग्लर एक निश्चित जगह पर फेंकी गई हेरोइन की खेप को उठाने की प्रयास करते हैं. कई बार सीमा सुरक्षा बल जवानों की तत्परता से ये स्मग्लर पकड़े भी जाते हैं.

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