मानसून सत्र के दूसरे दिन सत्तापक्ष ने मणिपुर घटना को लेकर भाजपा पर साधा निशाना
Jharkhand Assembly Monsoon Session 2023: झारखंड विधानसभा मानसून सत्र का दूसरा दिन काफी हंगामेदार रहा। सदन की कार्यवाही प्रारम्भ होते ही बवाल प्रारम्भ हो गया। पूरा प्रश्नकाल हंगामे और विरोध के बीच ही प्रश्नकाल चला। सुदेश महतो, अमर बाउरी सहित विपक्ष कई विधायकों ने झारखंड में विधि प्रबंध को लेकर हेमंत गवर्नमेंट को घेरा। वहीं, सत्तापक्ष ने मणिपुर घटना को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा और उससे प्रश्न किया। मानसून सत्र के दूसरे दिन हंगामे के बीच ही वीत्तीय साल 2023-2024 का पहला अनुपूरक बजट भी पेश हुआ।
मणिपुर घटना पर सत्ता पक्ष का सवाल, झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर पर विपक्ष ने घेरा
प्रश्नकाल में सबसे पहले विधायक प्रदीप यादव ने मणिपुर मामले को उठाया और बोला कि, मणिपुर में अत्याचार के के दौरान प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई बार मन की बात की लेकिन मणिपुर मुद्दे में खामोशी साधी रही। इसके बाद सदन में काफी अधिक बवाल प्रारम्भ हो गया। विधायक विपक्ष से उत्तर मांग रहे थे। उत्तर में बीजेपी विधायकों ने झारखंड में विधि प्रबंध को लेकर प्रश्न किया। उन्होंने बोला कि आदिवासी की हत्याएं हो रही है, बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, झारखंड जल रहा है। उन्होंने बोला कि राज्य में अपराध बढ़ता जा रहा है। इसी दौरान विपक्ष ने हेमंत गवर्नमेंट से इस्तीफे की भी मांग की।
जेपी पटेल पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने ली चुटकी
इधर बवाल करते वीजेपी विधायक वेल में आ गए और हेमंत गवर्नमेंट हाय-हाय के नारे लगाने लगे। विधानसभा स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने पहले सभी से अपने-अपने आसन पर जाने की अपील की। इस बीच उन्होंने जय प्रकाश भाई पटेल पर चुटकी लेते हुए बोला कि अखबारों की सूचना के अनुसार आप आसन में बैठिए और आप सभी को अपने-अपने सीट पर ले जाएं, यह आपकी पहली परीक्षा होगी।
पूरे प्रश्नकाल में एक ही प्रश्न लिया जा सका
विरोध के बीच ही प्रश्नकाल चला। पूरे प्रश्नकाल के दौरान महज एक प्रश्न लिया जा सका, जहां विनोद सिंह ने गवर्नमेंट से प्रश्न किया कि बलात्कार और पॉक्सो में सजा की रेट 25 प्रतिशत से कम है। उन्होंने यह भी पूछा कि राज्य में 90 प्रतिशत थानों में एक भी स्त्री दारोगा नहीं है। ऐसे में क्या स्त्री दारोगा पद के लिए आरक्षण का प्रावधान होगा? इस प्रश्न के उत्तर में संसदीय कार्य मंत्री रामेश्वर उरांव ने बोला कि स्त्री दारोगा पद के लिए किसी तरह का आरक्षण का प्रावधान नहीं है। हालांकि, थानों में स्त्री दारोगा के रिक्त पदों को भरने की कवायद की जरूर जाएगी।
RTE की नयी शर्तों के कारण विद्यालयों का संचालन कठिन : सरयू राय
प्रश्नकाल के बाद सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी गई। दोबारा कार्यवाही प्रारम्भ होने के बाद शून्यकाल और ध्यानाकर्षण चला। विधायक सरयू राय ने शिक्षा विभाग से जुड़ा ध्यानाकर्षण प्रश्न किया और बोला कि राज्य में 40,000 प्राइवेट विद्यालय चल रहे हैं, लेकिन आरटीई की नयी शर्तों के कारण इन विद्यालयों का संचालन कर पाना कठिन हो रहा है। उत्तर में प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बोला कि बोला कि आरटीई की यह नियमावली 2010 में बने हैं। ऐसे में 99 प्रतिशत विद्यालय ऐसे हैं, जिनपर यह नियम लागू नहीं होता है। हालांकि, कुछ मुश्किल शर्तों पर संशोंधन के लिए गवर्नमेंट विचार कर रही है।
सीपी सिंह ने ली मिथिलेश ठाकुर की चुटकी
सरयू राय के ध्यानाकर्षण प्रश्न पर प्रभारी मंत्री मिथिलेश ठाकुर के उत्तर पर विधायक सीपी सिंह ने चुटकी लेते हुए पूछा कि क्या कोई नए मंत्री आ गए हैं। उस पर मंत्री ने भी मजाकिया अंदाज में उत्तर दिया कि आपसे ही प्रेरित हैं। आप तो बुढापे में जवान हो रहे हैं। बालों में रंग लगा रहे हैं, हम तो जवानी में जवान रह रहे हैं। उस पर सीपी सिंह ने बोला कि आपने अलग से बाल लगवाए हैं। सीपी सिंह और मिथिलेश ठाकुर के इस वार्ता में सदन में खूब ठहाके भी लगे।
पेश हुआ 11,988 करोड़ का अनुपूरक बजट
ध्यानाकर्षण के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस बीच वित्तीय साल 2023-24 का पहला अनुपूरक बजट भी पेश हुआ, जहां वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 11,988 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया।