झारखण्ड

झांसी में बेटे के सामने नंदी में कूदा पिता, हुई मौत

झांसी में बेटे के सामने पिता ने 50 फीट ऊंचे पुल से बेतवा नदी में छलांग लगा दी. वह सरकारी इंटर कॉलेज में फोर्थ क्लास कर्मचारी थे और बहुत पूजा-पाठ करते थे. प्याज-लहसुन तक नहीं खाते थे, लेकिन 8 दिनों से नॉनवेज खाने लगे थे और हर समय मरने की बात कहते थे.

मंगलवार-बुधवार की रात करीब 1:30 बजे पिता ने बेटे को टेलीफोन कर बोला कि अब मरने जा रहा हूं. बेटा बेतवा नदी के पुल पर पहुंचा तो पिता पुल की रेलिंग पर खड़े थे. बेटा कहता रहा है कि पापा एक बार बात सुन लो, लेकिन पिता ने छलांग लगा दी. इससे उनकी मृत्यु हो गई.

5 वर्ष से लहसुन-प्याज तक नहीं खाया

मृतक का नाम संजीव कुमार (42) पुत्र गेंदालाल था. वह बरुआसागर कस्बे के सिनोरा मोहल्ला के रहने वाले थे. मृतक के बेटे राज ने कहा कि “मेरे पिता पं रामसहाय इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे. वे बालाजी महाराज के परम भक्त थे. घर में बहुत पूजा-पाठ करते थे. पिछले 5 वर्षों से पिता ने लहसुन-प्याज तक नहीं आया. हर माह वो बालाजी महाराज के दर्शन करने राजस्थान जाते थे.

दो माह पहले की थी बेटे की शादी

मृतक के मामेरे भाई राजू ने कहा कि संजीव कुमार ने 23 अप्रैल को अपने बेटे राज की विवाह पूजा से की थी. विवाह के बाद 14 जून को वह बेटा-बहू को लेकर बालाजी महाराज के दर्शन करने राजस्थान गए थे. साथ में परिवार के अन्य लोग भी गए थे. इस बार संजीव ने गुटखा छोड़कर आने की बात कही थी. लेकिन जब 18 जून को परिवार घर लौटने लगा तो रास्ते में संजीव सुसाइड करने की बात कहने लगे थे. परिवार ने उनकाे समझाया भी था. मगर वे किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे.

5 दिन से घर से लापता थे संजीव

बेटे ने आगे कहा कि मंदिर से 18 जून को लौटकर घर आए तो पिता उल्टी-सीधी बातें करने लगे थे. अगले दिन से नॉनवेज खाना प्रारम्भ कर दिया. 20 जून को भी नॉनवेज खाया. इसके बाद रात के समय वह घर से चले गए और लौटकर नहीं आए. अपना मोबाइल भी उन्होंने बंद कर लिया था.

25-26 जून की रात करीब 1:30 बजे पिता ने नए नंबर से मुझे कॉल लगाया. कहा कि बेतवा नदी में कूदकर सुसाइड करने जा रहा है. बेटे से 10 मिनट तक वार्ता की. इस पर बेटा बाइक लेकर नदी के पुल पर पहुंच गया.

पिता ने नहीं सुनी बेटे की बात

बेटे ने कहा कि रात को पुल पर पहुंचा तो पिता रेलिंग पर खड़े थे. मुझे देखकर कहे कि मैं कूद रहा हूं. मैंने उनसे बोला कि पापा बात सुन लो हमारी. मैं जैसे ही आगे बढ़ा तो पिता ने पुल से नदी में छलांग लगा दी. इसके बाद घरवालों और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने नाव लेकर नदी में पहुंची और मृतशरीर को बरामद कर लिया.

पत्नी की पहले हो चुकी है मौत

संजीव की मृत्यु के बाद घर में मातम का माहौल है. संजीव की पत्नी बबीता की 15 वर्ष पहले रोग से मृत्यु हो गई थी. संजीव अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. पिता की मृत्यु के बाद उनको अनुकंपा जॉब मिली थी. संजीव की दो बेटी और एक बेटा है. बड़ी बेटी पूनम और बेटा राज की विवाह हो चुकी है. जबकि एक बेटी मुस्कान अभी अविवाहित है

 

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