गिरिडीह सीट पर चंद्रप्रकाश चौधरी, जयराम महतो और मथुरा महतो के बीच है दिलचस्प मुकाबला
ऐसे में दूसरे जातीय समूहों की गोलबंदी और समर्थन के आधार पर बनने वाले समीकरणों का आकलन किया जा रहा है. साल 2019 के चुनाव में जीत दर्ज करने वाले आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी ने 6 लाख 48 हजार 277 वोट हासिल किए थे. जबकि, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी झामुमो के जगरनाथ महतो को 3 लाख 99 हजार 930 वोट मिले थे. राज्य की यह एकमात्र सीट है, जो बीजेपी ने साल 2019 के बाद इस दफा भी आजसू पार्टी के लिए छोड़ी है. हालांकि, 1989 से लेकर 2014 तक इस सीट पर कुल नौ बार हुए चुनावों में बीजेपी ने कुल छह बार जीत दर्ज की थी.
चंद्रप्रकाश चौधरी
पिछले चुनाव में आजसू पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी को बीजेपी का भरपूर समर्थन मिला था. इस बार बीजेपी के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं में चंद्रप्रकाश चौधरी की उम्मीदवारी पर खास उत्साह नहीं दिख रहा. इसकी वजह यह है कि पिछले पांच सालों में चौधरी ने बीजेपी के क्षेत्रीय नेताओं-कार्यकर्ताओं से अधिक संपर्क नहीं रखा. इस बात का अहसास स्वयं चंद्रप्रकाश चौधरी को भी है. पिछले सप्ताह उन्होंने बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर इस “भूल” के लिए माफी मांगी.
मथुरा महतो
झामुमो के मथुरा महतो इस सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. वह पार्टी के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं. इसी लोकसभा सीट के भीतर आने वाली टुंडी सीट के विधायक हैं. इस सीट से वह कुल तीन बार विधानसभा पहुंच चुके हैं. राज्य गवर्नमेंट में दो बार मंत्री भी रहे हैं.
जयराम महतो
तीसरे अहम प्रत्याशी जयराम महतो ने पिछले तीन-चार वर्षों से झारखंड की भाषा और स्थानीयता के मामले पर संघर्ष करने वाले फायरब्रांड युवा नेता के रूप में अच्छी पहचान बनाई है. राज्य भर में उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ जुटती रही है. इस चुनाव में उनकी राजनीतिक हैसियत की पहली परीक्षा होनी है.
मौजूदा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के पहले इस सीट से तीन कुर्मी नेता विनोद बिहारी महतो, राजकिशोर महतो और टेकलाल महतो जीत दर्ज कर चुके हैं. इन तीनों में से कोई दूसरी बार लोकसभा नहीं पहुंच पाए. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि चंद्रप्रकाश दूसरी बार यहां से संसद तक की राह नाप पाते हैं या नहीं. बहरहाल, तीनों दिग्गज प्रत्याशी जनसंपर्क अभियान में जोर-शोर से जुटे हैं. यहां मतदान 25 मई को होना है. कुल छह विधानसभा क्षेत्रों में फैले इस लोकसभा सीट पर वोटरों की संख्या 18 लाख 40 हजार 296 है. (IANS)