ईरानी हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने ईरानी राजदूत को किया तलब
पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव बढ़ने से दुनिया में एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है। कूटनीतिक टकराव के बाद ईरानी सेना ने पाक के बलूचिस्तान में हवाई धावा कर दिया, जिससे टकराव और बढ़ गया।

दूसरी ओर, पाक ने दावा किया कि उसकी सेना ने ईरान की सीमा पर आक्रमण किया था और कथित आतंकी ठिकानों पर धावा किया था।
बुधवार को ईरानी हवाई हमले के बाद पाक ने ईरानी राजदूत को तलब किया। हमले को लेकर ईरान ने साफ कर दिया है कि अपने नागरिकों के विरुद्ध किसी भी आतंकी कार्रवाई पर राष्ट्र की प्रतिक्रिया निर्णायक और कठोर होगी।
इस कार्रवाई से दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव बढ़ गया है। ईरान और पाक कभी गहरे दोस्त हुआ करते थे लेकिन अब दोनों एक दूसरे पर हमलावर हैं।
यह सब बवाल किस बात को लेकर है?
16 जनवरी को ईरान ने पाक में आतंकवादी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों पर बमबारी की। ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने बलूचिस्तान प्रांत के एक गांव पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिसमें जैश अल-अदल के दो मुख्यालय नष्ट हो गए।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बोला है कि हमले में दो मासूम बच्चों की मृत्यु हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गईं।
ईरान की यह कार्रवाई उसके हालिया हमलों की शृंखला का हिस्सा है। पाकिस्तान में हमले से कुछ घंटे पहले ईरान ने सीरिया और इराक में भी मिसाइल हमले किए थे। दरअसल, ईरान के शहर करमान में हुए दोहरे आत्मघाती बम विस्फोट में 80 से अधिक ईरानी नागरिक मारे गए थे। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। ईरान को संदेह है कि हमले में जैश अल-अदल का भी हाथ हो सकता है।
ईरान की यह कार्रवाई उसके हालिया हमलों की शृंखला का हिस्सा है। पाकिस्तान में हमले से कुछ घंटे पहले ईरान ने सीरिया और इराक में भी मिसाइल हमले किए थे।
ईरान के शहर करमान में दोहरे आत्मघाती बम विस्फोटों में 80 से अधिक ईरानी नागरिक मारे गए। इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। ईरान को संदेह है कि हमले में जैश अल-अदल का भी हाथ हो सकता है।
अब पाक ने भी आतंकवादियों के ठिकानों पर सेना हमले करने का दावा किया है। इसके विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बोला कि गुरुवार सुबह 4.50 बजे, पाक वायु सेना ने ईरान के सिस्तान-ब्लूचिस्तान प्रांत के सारावन शहर में एक आतंकी ठिकाने पर धावा किया। कार्रवाई में सात विदेशी मारे गए, जिनमें चार महिलाएं और तीन बच्चे शामिल थे।
मंत्रालय ने बोला कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई है। इस ऑपरेशन को मार्ग बार सरमाचर नाम दिया गया है। हम काफी समय से ईरान के साथ इस बारे में बात कर रहे थे।’
उसने लगातार ईरान के सामने अपनी चिंता व्यक्त की है कि कैसे ईरान का गैर-प्रशासित क्षेत्र आतंकियों के लिए स्वर्ग बन गया है। पाकिस्तान ने कई बार ईरान को डोजियर भी सौंपा था। साथ ही आतंकवादी गतिविधियों के कई सबूत भी दिए गए।
ईरान ने क्या कार्रवाई की?
अब ईरान ने अपने विदेश मंत्रालय में पाक के प्रभारी को बुलाकर हमले की जानकारी ली है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने गुरुवार सुबह अपना बयान दर्ज कराया है।
दोनों राष्ट्रों के बीच संबंध
ईरान का क्षेत्रफल पाक से दोगुने से भी अधिक है, जबकि इसकी जनसंख्या पाक से करीब एक तिहाई है। प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध, ईरान के पास दूसरा सबसे बड़ा गैस भंडार, चौथा सबसे बड़ा कच्चे ऑयल का भंडार और जरूरी गैर-ईंधन खनिज संसाधन हैं।
 
				
