Pakistan: आखिर किसने उठाई पाकिस्तान सरकार से इमरान खान को रिहा करने की मांग…
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान कारावास में बंद हैं. कारावास में बंद रहते हुए भी वो राष्ट्र की मौजदूा गवर्नमेंट पर राजनीतिक हमले करते रहे हैं. हाल ही में पाक के पीएम शहबाज शरीफ ने इमरान खान को शांति का प्रस्ताव देते हुए बोला था कि यदि उन्हें कारावास में “परेशानी” का सामना करना पड़ रहा है तो वह उनके साथ वार्ता कर सकते हैं. पाक तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक खान, अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल होने के बाद से अपने विरुद्ध दर्ज करीब 200 मामलों में से कुछ में गुनेहगार ठहराए जाने के बाद पिछले वर्ष अगस्त से कारावास में बंद हैं.
मनमाने ढंग से किया गया कैद
भले ही पाक के पूर्व पीएम इमरान खान कारावास में बंद हैं लेकिन अब उनके समर्थन में भी आवाजें उठने लगी हैं. मानवाधिकार के लिए काम करने वाले, संयुक्त देश के एक समूह ने मांग कर दी है कि कारावास में बंद पाक के पूर्व पीएम इमरान खान को तुरन्त रिहा किया जाए. इस समूह का दावा है कि खान को ‘‘अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए मनमाने ढंग से’’ कैद किया गया है. जिनेवा स्थित संयुक्त देश के समूह ‘‘वर्किंग ग्रुप ऑन आर्बिट्रेरी डिटेन्शन’’ ने खान के विरुद्ध दर्ज आपराधिक मुद्दे की समीक्षा करने के बाद यह मांग की है.
पाकिस्तान ने नहीं की टिप्पणी
संयुक्त देश के समूह की मांग पर पाक गवर्नमेंट की ओर से अभी कोई टिप्पणी नहीं आई है. समूह ने बोला कि करप्शन के मुद्दे में खान को कारावास में बंद करने का ‘‘कोई कानूनी आधार नहीं है और ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें चुनाव लड़ने के वास्ते अयोग्य ठहराने के लिए ऐसा किया गया.’’ समूह ने आगे कहा, ‘‘खान के अभिव्यक्ति या विचार रखने के अधिकार का दमन करने के लिए उन्हें कैद में रखा गया और उन्हें ‘‘निष्पक्ष सुनवाई और मुनासिब प्रक्रिया के अधिकार’’ से भी वंचित किया गया. इसने खान की तुरन्त रिहाई की मांग करते हुए बोला कि यह एक ‘‘उचित समाधान’’ है. खान की पाक तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने संयुक्त देश के समूह की मांग को सराहनीय कदम कहा है.