Zohran Mamdani: मदानी ने मेयर बनते ही आव्रजन नीति पर छेड़ी बहस, क्या होगा अगला कदम…
Zohran Mamdani: अमेरिका के सबसे प्रभावशाली शहरों में से एक, न्यूयॉर्क ने इस बार इतिहास रच दिया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के जोहरान ममदानी ने मेयर पद का चुनाव जीतकर न सिर्फ एक नया अध्याय लिखा, बल्कि उन्होंने प्रवासी समुदाय के आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। बुधवार को जनता को संबोधित करते हुए ममदानी ने अपने विजयी भाषण में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का उल्लेख किया और उनके ऐतिहासिक भाषण Tryst with Destiny से प्रेरणा ली।

नेहरू के आदर्शों से जुड़ी ऐतिहासिक जीत
Zohran Mamdani ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए नेहरू के प्रसिद्ध शब्दों को दोहराया—“एक क्षण आता है जो इतिहास में बहुत कम आता है, जब हम पुराने से नए में प्रवेश करते हैं।” उन्होंने कहा कि यह क्षण केवल उनके लिए नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए है जिसने बदलाव में विश्वास रखा। उनके इस वक्तव्य के बाद समारोह स्थल तालियों से गूंज उठा। ममदानी ने कहा कि यह जीत किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि उन सभी की है जिन्होंने समानता, विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों में भरोसा रखा।
प्रवासी समुदाय की शक्ति का प्रदर्शन
जोहरान ममदानी ने अपने भाषण में प्रवासी समुदाय की भूमिका को विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क वही शहर है जिसे प्रवासियों ने अपने परिश्रम और समर्पण से बनाया, और आज यह एक प्रवासी के नेतृत्व में आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यह जीत उन लोगों की है जिन्होंने कभी हार नहीं मानी और जिन्होंने अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष किया।
ममदानी ने कहा, “हम अब दूसरों को खेल के नियम तय नहीं करने देंगे। अब वही नियम सबके लिए लागू होंगे, चाहे वे किसी भी समुदाय या पृष्ठभूमि से हों।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर अमेरिका बदलाव चाहता है, तो उसे समान अवसर और न्याय के सिद्धांतों पर चलना होगा।
डोनाल्ड ट्रंप को मिली खुली चुनौती
अपने भाषण के दौरान ममदानी ने अमेरिकी राजनीति की दिशा को भी खुलकर चुनौती दी। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीधे संबोधित करते हुए कहा कि “न्यूयॉर्क अब डर के नहीं, बल्कि साहस के रास्ते पर चलेगा।” उन्होंने कहा कि “अगर कोई शहर यह दिखा सकता है कि एक तानाशाही मानसिकता को कैसे हराया जा सकता है, तो वह वही शहर है जिसने उसे जन्म दिया था।”
ममदानी ने कहा, “किसी तानाशाह को हराने का सबसे अच्छा तरीका है उन परिस्थितियों को खत्म करना जिन्होंने उसे सत्ता दी। यही तरीका है एक बेहतर और समावेशी समाज बनाने का।” उनके शब्दों ने न केवल दर्शकों में जोश भर दिया, बल्कि उन्होंने प्रवासियों और अल्पसंख्यकों को भी यह संदेश दिया कि उनकी आवाज अब हाशिए पर नहीं रहेगी।
नए युग की शुरुआत
जोहरान ममदानी की जीत अमेरिकी राजनीति में एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। वे न केवल न्यूयॉर्क के पहले दक्षिण एशियाई और मुस्लिम मेयर बने हैं, बल्कि उन्होंने यह भी साबित किया है कि लोकतंत्र की असली ताकत विविधता में निहित है। उनके नेतृत्व में न्यूयॉर्क एक ऐसा शहर बनने की राह पर है, जो समानता, अवसर और सम्मान की भावना को और मजबूत करेगा।
उनकी यह जीत उन लाखों प्रवासियों के लिए प्रेरणा है जो अमेरिका को अपनी नई पहचान के रूप में देखते हैं। ममदानी का संदेश स्पष्ट है—“अब वक्त आ गया है कि हम डर से नहीं, बल्कि उम्मीद और एकता की ताकत से आगे बढ़ें।



