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Japan Earthquake: 6.7 तीव्रता के भूकंप ने हिलाया जापान का पूर्वोत्तर, टली सुनामी की बड़ी आपदा

Japan Earthquake: आज सुबह जापान में आए तेज झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया, जब अचानक धरती जोरदार तरीके से हिलने लगी (earthquake). भारतीय समयानुसार सुबह 8:14 बजे महसूस किए गए इन झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 मापी गई। शुरुआत में सुनामी चेतावनी जारी की गई, जिससे तटीय इलाकों में चिंता बढ़ गई, लेकिन कुछ समय बाद एडवाइजरी वापस ले ली गई। हालांकि दहशत का माहौल देर तक बना रहा और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जाते दिखे।

 

Japan Earthquake
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जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने दी विस्तृत जानकारी

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार यह भूकंप देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में आया था (seismic). स्थानीय समयानुसार सुबह 11:44 बजे आए इस झटके का केंद्र आओमोरी प्रीफेक्चर के पूर्वी तट से लगभग 20 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया। पहले जारी की गई सुनामी चेतावनी को एहतियातन लागू रखा गया, लेकिन दो घंटे बाद स्थिति सामान्य होने पर इसे हटा लिया गया। राहत की बात यह रही कि तत्काल किसी बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं मिली।


तटीय इलाकों में समुद्र की उथल-पुथल से बढ़ी बेचैनी

समुद्री क्षेत्र में 6.7 तीव्रता का यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि इसका कंपन दूर-दराज के शहरों में भी दर्ज किया गया (tsunami). शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार इसकी गहराई मात्र 10.7 किलोमीटर थी, इसलिए सतह पर झटकों की तीव्रता अपेक्षाकृत अधिक महसूस की गई। तट के पास रहने वाले लोग इस अचानक आए दबाव से घबरा गए और कई जगह लोग अपने घरों से बाहर निकलते दिखे। भूकंप के साथ जारी की गई सुनामी चेतावनी ने घबराहट और बढ़ा दी।


सुनामी चेतावनी ने बढ़ाई चिंता, पर बाद में हटा अलर्ट

भूकंप के तुरंत बाद जारी चेतावनी में 1 मीटर तक ऊंची लहरों के उठने की आशंका जताई गई थी (alert). इस वजह से कई तटीय क्षेत्रों में दोपहर तक अलर्ट जारी रहा। लोग समुद्र के पास जाने से बचते रहे और प्रशासन ने एहतियाती निर्देश जारी किए। हालांकि दोपहर तक समुद्र सामान्य पाया गया, जिसके बाद एडवाइजरी को पूरी तरह वापस ले लिया गया। तटीय शहरों में थोड़ी राहत का माहौल लौटा, लेकिन हल्की घबराहट अभी भी लोगों के मन में बनी है।


एक हफ्ते में चौथी बार कांपा जापान

पिछले सात दिनों में चौथी बार जापान में भूकंप आने से यहाँ के नागरिकों में लगातार चिंता बनी हुई है (tremor). सप्ताह की शुरुआत में सोमवार को 7.6 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हुए थे और कई क्षेत्रों में हल्का नुकसान भी हुआ। इसके बाद मंगलवार को होंचो शहर में 6.7 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए थे। बुधवार को आओमोरी और होक्काइडो में 6.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप महसूस किया गया। अब शुक्रवार को फिर 6.7 तीव्रता का भूकंप आने से लोगों में दहशत और बढ़ गई है।


लगातार भूकंप से वैज्ञानिक भी सतर्क

लगातार तीन दिनों में झटकों की बढ़ती संख्या ने वैज्ञानिकों को भी सतर्क कर दिया है (geological). विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्र टेक्टॉनिक प्लेट्स की सक्रियता के कारण संवेदनशील रहता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में इतनी बार आए कंपन शोध का विषय बन रहे हैं। एजेंसियाँ लगातार डेटा इकट्ठा कर रही हैं और अगले कुछ दिनों के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है। हालांकि अभी तक किसी बड़े खतरे की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियाती तौर पर नागरिकों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।


स्थानीय लोगों में भय, लेकिन व्यवस्था दुरुस्त

भूकंप के बाद जापान में पूरी एडमिनिस्ट्रेशन एक्टिव मोड में आ गई (safety). राहत दल, अग्निशमन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर तटीय इलाकों में स्थिति को नियंत्रित किया। कई जगह लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया और अस्पतालों को हाई-रिस्पॉन्स मोड में रखा गया। जापान दुनिया में उन देशों में गिना जाता है जो भूकंप से निपटने की बेहतरीन तैयारियों के लिए प्रसिद्ध है, और इस घटना में भी उनकी तैयारी देखने को मिली। फिर भी, लगातार झटकों के कारण लोगों में मानसिक दबाव बना हुआ है।


जापान पर बढ़ता भूगर्भीय दबाव—क्या कहती हैं रिपोर्ट्स?

विशेषज्ञों के अनुसार लगातार आ रहे झटके इस बात का संकेत हो सकते हैं कि इलाके के भीतर मौजूद tectonic तनाव बढ़ रहा है (tectonic). वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे क्लस्टर भूकंप कभी-कभी किसी बड़े झटके का पूर्व संकेत भी हो सकते हैं, इसलिए आने वाले दिनों तक सतर्कता बनाए रखना जरूरी है। जापान एजेंसी लगातार समुद्र की गतिविधियों, भूगर्भीय कंपन और प्लेट मूवमेंट का अध्ययन कर रही है ताकि संभावित खतरे की पहचान समय रहते की जा सके।


लोगों के बीच अफवाहों का दौर, सरकार ने अपील की

भूकंपों की श्रृंखला के बाद सोशल मीडिया पर कई गलत सूचनाएँ फैलने लगीं (information). कुछ संदेशों में भारी सुनामी की चेतावनी होने का दावा किया गया, जबकि अधिकारी इसे गलत बताकर लोगों से केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील कर रहे हैं। सरकार ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है और हर अपडेट को तुरंत जारी किया जाएगा। प्रशासन ने लोगों को शांत रहने और आवश्यक सुरक्षा निर्देशों का पालन करने को कहा है।


निष्कर्ष—सलामत है जापान, लेकिन सतर्कता जरूरी

भूकंपों की इस श्रृंखला ने जापान को हिलाकर रख दिया है, लेकिन मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर तैयारी की वजह से नुकसान सीमित रहा (preparedness). आज सुबह आए 6.7 तीव्रता के झटके ने लोगों में डर जगाया, लेकिन समय रहते चेतावनी हटाए जाने से हालात सामान्य होने लगे। वैज्ञानिक और एजेंसियाँ लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। फिलहाल राहत की बात यह है कि कोई बड़ा नुकसान दर्ज नहीं किया गया, लेकिन सतर्कता अभी भी जरूरी है।

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