अंतर्राष्ट्रीय

पकिस्तान में बीते 6 दिनों में गर्मी और हीटस्ट्रोक से 568 लोगों की हो चुकी मौत

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी का कराची शहर रहस्यमय और चिंताजनक प्रवृत्ति से जूझ रहा है, क्योंकि महानगर के विभिन्न इलाकों में मिले अज्ञात शवों की संख्या अब 22 तक पहुंच गई है. मंगलवार को पांच नए मृतशरीर मिले, जिससे अज्ञात मौतों की बढ़ती सूची में बढ़ोत्तरी हुआ है. क्षेत्रीय मीडिया के अनुसार, पाक के एक गैर-लाभकारी कल्याण संगठन (NGO), छीपा वेलफेयर एसोसिएशन के अनुसार, नवीनतम पीड़ितों में से तीन नशे के आदी प्रतीत होते हैं. संगठन के स्वयंसेवकों के प्रयासों के बावजूद, 22 शवों में से किसी की भी पहचान नहीं हो पाई है. एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, पकिस्तान में बीते 6 दिनों में गर्मी और हीटस्ट्रोक से 568 लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

छीपा वेलफेयर एसोसिएशन के प्रवक्ता ने एक बयान में बोला कि स्वयंसेवकों को मंगलवार को कराची के भिन्न-भिन्न इलाकों में पांच और मृतशरीर मिले. प्रवक्ता ने बोला कि, “उनमें से तीन लोग नशे के आदी लग रहे थे, हालांकि अभी तक एक भी मृतशरीर की पहचान नहीं हो पाई है.” रिपोर्ट के अनुसार, महानगर में एम्बुलेंसों का नेटवर्क चलाने वाले गैर-सरकारी संगठन ने पुष्टि की है कि आज की बरामदगी के बाद अज्ञात शवों की संख्या 22 तक पहुंच गई है.

इसमें बोला गया है कि इनमें से करीब दो दर्जन मृतशरीर अब भी लावारिस हैं, क्योंकि मृतकों के कोई सम्बन्धी उन्हें लेने नहीं आए. इन मौतों का कारण बंदरगाह शहर में चल रही भयंकर गर्मी को कहा गया है, जिससे बड़ी संख्या में नागरिक प्रभावित हुए हैं और उनमें से कई को हीटस्ट्रोक के कारण विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. कराची में एक अन्य मानवीय संगठन, ईधी फाउंडेशन के अज़ीम खान के एक अधिकारी ने कहा कि मृतकों में से अधिकतर नशे के आदी थे, जो भयंकर गर्मी के कारण नशे के असर में आकर मर गए. कराची के विभिन्न इलाकों में एक दर्जन से अधिक अज्ञात आदमी मृत पाए गए हैं. इस बीच, कराची में एक बुजुर्ग नागरिक पर ड्रग उपयोगकर्ताओं के एक समूह ने क्रूरतापूर्वक धावा किया, क्योंकि उसने अपने घर के बाहर खुलेआम ड्रग्स का सेवन करने के बारे में उनसे बात की थी. जानकारी के अनुसार, पीड़ित ने अपने घर के सामने युवाओं को ड्रग गतिविधि में शामिल होने से रोकने का कोशिश किया, जिससे युवा भड़क गए और परिणामस्वरूप बुजुर्ग आदमी के साथ गंभीर अत्याचार हुई.

यह घटना पाक में नशीली दवाओं के दुरुपयोग की बढ़ती परेशानी को खुलासा करती है, विशेष रूप से हाल के सालों में आइस (जिसे क्रिस्टल मेथामफेटामाइन के रूप में भी जाना जाता है) के बढ़ते इस्तेमाल को. क्रिस्टल मेथ एक अत्यधिक नशे की लत और ताकतवर उत्तेजक है जो व्यक्तियों और पूरे समाज पर विध्वंसक असर डाल सकता है. पाक में बर्फ का इस्तेमाल विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच प्रचलित है. इस दवा को अक्सर एक पार्टी ड्रग के रूप में देखा जाता है जो ऊर्जा, सतर्कता और आत्मविश्वास को बढ़ा सकता है, जिससे यह त्वरित नशे की तलाश करने वाले युवाओं के लिए सुन्दर हो जाता है. आइस ड्रग की उपलब्धता में सरलता तथा अन्य दवाओं की तुलना में इसकी अपेक्षाकृत कम लागत के कारण युवा पाकिस्तानियों के बीच इसकी लोकप्रियता बढ़ी है.

 

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