जो बाइडेन ने समलैंगिक यौन संबंधों के दोषी हजारों पूर्व सैन्यकर्मियों को किया माफ, कही ये बात
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने समलैंगिक यौन संबंधों के गुनेहगार हजारों पूर्व सैन्यकर्मियों को माफ कर दिया है. बाइडेन ने बोला कि वह ‘एक ऐतिहासिक गलती को सुधार रहे हैं.’ बाइडेन के इस कदम से उन सैनिकों को क्षमा मिली है, जिन्हें ‘यूनिफॉर्म कोड ऑफ मिलिट्री जस्टिस’ के पूर्व अनुच्छेद 125 के अनुसार गुनेहगार ठहराया गया था, जिसमें समलैंगिकता को क्राइम माना जाता था. हालांकि अब इस कानून को खारिज कर दिया गया है.
पूर्व सैन्यकर्मी ले सकेंगे लाभ
अमेरिकी सेना में यह कानून 1951 में क्रियान्वित किया गया, वर्ष 2013 में इसमें दोबारा संशोधन किया गया और इसमें सिर्फ़ बलपूर्वक कृत्य पर रोक लगाई गई. अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा इन सैन्यकर्मियों को माफ किए जाने से अब वो यह सबूत पाने की अर्जी दाखिल कर सकेंगे कि उनकी दोषसिद्धि खत्म कर दी गई है साथ ही वो वेतन तथा अन्य फायदा पाने के लिए भी आवेदन कर सकेंगे.
क्षमादान के अधिकार का किया उपयोग
बाइडेन ने एक बयान में कहा, ‘‘आज मैं अपने क्षमादान अधिकार का इस्तेमाल करके कई पूर्व सैन्यकर्मियों को क्षमा करके एक ऐतिहासिक गलती को सुधार रहा हूं, जिन्हें सिर्फ़ इसलिए गुनेहगार ठहराया गया कि वो ऐसे हैं.’’ उन्होंने कहा, ”हमारे सभी सैनिकों के प्रति हमारा समान दायित्व है, इसमें हमारे एलजीबीटीक्यू समुदाय से आने वाले सैनिक भी शामिल हैं, जिन्हें किसी भी खतरे से निपटने के लिए मुनासिब प्रशिक्षण दिया जाता है और जब तक वो घर वापस लौटते हैं तो उनकी और उनके परिवारों की देखभाल की जाती है. आज हम उस दिशा में प्रगति कर रहे हैं.”
‘ऐतिहासिक कदम’
‘मॉर्डन मिलिट्री’ ने बोला कि यह फैसला “न्याय और समानता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम” है. साथ ही उन्होंने सेना से भी जल्द क्षमा को स्वीकृति देने का आह्वान किया. यह ‘एलजीबीटीक्यू प्लस’ सेवा सदस्यों और उनके परिवारों का सबसे बड़ा संगठन है.