बहुत अधिक चीनी हमारे शरीर के प्रोटीन को पहुंचाती है नुकसान
स्वास्थ्य सुझाव: चीनी खाने की ख़्वाहिश किसी भी समय हो सकती है. लेकिन यह सोचने वाली बात है कि आपकी लालसा कब लालसा में बदल जाती है. कई अध्ययनों से पता चला है कि चीनी खाने की ख़्वाहिश कभी-कभी हो सकती है. लेकिन यदि आपके साथ ऐसा बार-बार हो रहा है तो आपको कभी-कभार चिकित्सक से मिलना चाहिए. आप यह भी जानते होंगे कि चीनी की तुलना सफेद जहर से की गई है. इसलिए गुड़ को शरीर के लिए लाभ वाला माना जाता है. अधिक चीनी खाने से तनाव, नींद की कमी, ख़राब जीवनशैली बढ़ती है. दिन-ब-दिन चीनी की खपत बढ़ती जा रही है. अधिक चीनी खाने से दांत खराब हो जाते हैं.

चीनी की तुलना सड़क पर मिलने वाली दवाओं से की गई है और
अगर आप कुछ मीठा खाने के इच्छुक हैं तो अक्सर यह अच्छी बात नहीं है. शोध के अनुसार, चीनी की तुलना नशे की लत वाली दवाओं से की गई है. ज्यादा चीनी खाने से दिमाग को भी हानि पहुंचता है. दांतों में कैविटी, टाइप-2 डायबिटीज, दिल बीमारी के साथ-साथ इनसे जुड़ी कई अन्य बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं.
मैग्नीशियम की कमी
सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आपको किस प्रकार की मीठे की लालसा है? अगर आपका चॉकलेट खाने का मन है. तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी है, जो वास्तव में एक सामान्य कमी है. चॉकलेट की लालसा का एक सकारात्मक पक्ष भी है. शोध के अनुसार, डार्क चॉकलेट वास्तव में एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो आपके स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है और दिल बीमारी के खतरे को कम कर सकती है. यह आपकी स्वास्थ्य को हानि पहुंचाए बिना लाभ पहुंचा सकता है.
अन्य पोषक तत्वों या विटामिन की कमी
यदि आप फल खाने के इच्छुक हैं, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में आयरन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट की कमी है. तो आपको बार-बार फल खाने का मन करता है.
बीपी में उतार-चढ़ाव
अगर आपको अचानक मीठा खाने का मन हो तो इसका मतलब है कि आपका बीपी ऊपर-नीचे हो रहा है. जब आपका बीपी लो होता है तो आपको मीठा खाने की ख़्वाहिश होती है. ऐसे में चिकित्सक हमेशा यही राय देते हैं कि यदि आपको ऐसी क्रेविंग होती है तो खाने में प्रोटीन और फाइबर का सेवन अधिक करें. अधिक फल खायें.
बहुत अधिक चीनी हमारे शरीर के प्रोटीन को हानि पहुंचाती है
जब हम बहुत अधिक चीनी खाते हैं, तो यह हमारे रक्त में घुलना प्रारम्भ कर देती है और शरीर के प्रोटीन के साथ मिल जाती है. जिसके कारण त्वचा पर बुढ़ापा दिखने लगता है. चीनी प्रोटीन को तोड़ती है और कोलेजन और इलास्टिन को तोड़ती है. जिसके कारण त्वचा में रूखापन और त्वचा पर झुर्रियां दिखाई देने लगती हैं.
 
				
