फ़िल्टर्ड पानी के लंबे समय तक सेवन से हो सकती है ये स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
जब पीने के पानी की बात आती है, तो सावधानी कभी भी पर्याप्त नहीं होती है। हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चला है कि प्लास्टिक की बोतलों से पानी पीने से भी रोग हो रही है। ऐसे में लोग असमंजस में हैं कि कौन सा पानी पिएं। खासकर कोविड के बाद के दौर में स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।

इस कारण लोग पीने के पानी के लिए फिल्टर का सहारा ले रहे हैं। फिल्टर का इस्तेमाल काफी समय से होता आ रहा है और कई लोगों को छोटी उम्र से ही फिल्टर पानी पीने की आदत होती है। लेकिन जानकारों का बोलना है कि फ़िल्टर्ड पानी के लंबे समय तक सेवन से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
पानी न सिर्फ़ प्यास बुझाता है, बल्कि सभी अंगों के पूरा कार्य और शरीर को प्राथमिक ऊर्जा प्रदान करने के लिए भी जरूरी है। और वैसे सारा पानी पीने योग्य नहीं है, इसलिए पूरे विश्व में पीने और शुद्धिकरण के विभिन्न उपायों का इस्तेमाल किया जा रहा है
भले ही आप मानते हों कि ये ढंग पानी को सही कर देंगे, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से शुद्ध, फ़िल्टर किया हुआ पानी आपके लिए खराब है।
आरओ से सही किया गया पानी स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक क्यों है?
शुद्ध जल के साथ मुख्य परेशानी यह है कि यह बहुत अधिक स्वच्छ होता है। हां, यदि पानी बहुत साफ है तो अधिक लोगों को पता चलेगा कि यह अच्छा और पीने योग्य है। लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि सबसे सही पानी भी आपको बीमार कर सकता है। क्योंकि इस सही पानी में जरूरी खनिजों की कमी होती है।
हालाँकि सही पानी में कई विषैले तत्व और धातुएँ होती हैं, यह पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिजों से भरा होता है। यह शरीर में अतिरिक्त सोडियम से निपटने में सहायता करता है और हड्डियों की क्षति और गुर्दे की पथरी के खतरे को कम करता है। लेकिन जानकारों का मानना है कि फ़िल्टर किए गए पानी के कुछ गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
शुद्ध जल की गंभीर समस्याएँ:
- व्याकुल
- कमजोरी
- सिरदर्द
- गंभीर मांसपेशियों में ऐंठन
- दिल की धड़कन कमजोर होना
- कैंसर
- उच्च रक्तचाप
- गैस्ट्रिक और ग्रहणी संबंधी अल्सर
- जीर्ण जठरशोथ
- गले में सूजन
- गर्भावस्था संबंधी जटिलताएँ
यदि फ़िल्टर किए गए पानी का इस्तेमाल भोजन तैयार करने में किया जाता है, तो इससे सब्जियों, मांस और अन्य वस्तुओं में खनिजों की नुकसान भी होगी। लेकिन जब आप खाना पकाने के लिए मिनरल वाटर का इस्तेमाल करते हैं, तो इन तत्वों का हानि बहुत कम होता है।
फ़िल्टर्ड पानी की स्थान इसका प्रयोग करें
पानी को उबाल कर पियें
विशेषज्ञों के अनुसार पानी को उबालकर, चुनकर पीने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। इससे खाना पकाने के लिए उपयुक्त पानी का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यह फ़िल्टर्ड पानी से बेहतर है।
आयोडीन
एक लीटर साफ पानी को पीने योग्य बनाने के लिए उसमें लगभग 4-4 बूंदें आयोडीन की मिलाई जा सकती हैं। यदि पानी का तापमान 21 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है तो आयोडीन सबसे कारगर ढंग से काम करता है। आयोडीन में पानी में उपस्थित कुछ रोगजनक तत्वों को नष्ट करने की शक्ति होती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप जो पानी इस्तेमाल करें उसमें नमक की मात्रा हो। लेकिन हमें यह याद रखना होगा कि अधिक नमक शरीर के लिए अच्छा नहीं है।
 
				
