स्वास्थ्य

Health Tips: बदले मौसम में बढ़ा वायरल बुखार का प्रकोप, तुरंत लें डॉक्टर की मदद

What to do When you have Fever: मौसम में परिवर्तन की वजह से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर हिंदुस्तान में बुखार, सिरदर्द और खांसी-जुकाम का दौर चल रहा है डॉक्टरों का बोलना है कि जब भी ऋतु चेंज होती है तो बॉडी उसके हिसाब से अपने आप को एडजस्ट करती है शरीर में परिवर्तन का यह दौर 3-4 दिन तक चलता है और उसके बाद शरीर सामान्य होकर ठीक हो जाता है लेकिन बुखार आने पर लोग घबराहट में अपने आप ही कई तरह की जांच करवाने लग जाते हैं, जिससे पैसों की बर्बादी होती है

डॉक्टर अनुज कुमार ने बताए टिप्स

झारखंड में सीनियर चिकित्सक अनुज कुमार सोशल मीडिया पर हेल्थ अवेयरनेस के लिए जाने जाते हैं वे अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर विभिन्न बीमारियां और उनसे जुड़े निदान के बारे में बताते रहते हैं अब उन्होंने बुखार के बारे में अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है जिसे आपको जानना चाहिए, जिससे आप शीघ्र स्वस्थ हो सकें और उपचार के नाम पर प्राइवेट अस्पतालों में लुट भी न सकें

बुखार आने पर क्या करें 

  • ज़्यादा से ज़्यादा आराम करें
  • बुख़ार आने पर पैरासिटमोल की गोली लें
  • ज़्यादा से ज़्यादा पेय पदार्थ लें
  • सुपाच्य भोजन लें

खा सकते हैं चावल- अंडे

ये एक ग़लत अवधारणा है कि बुख़ार में चावल या अंडा नहीं ख़ाना चाहिये आप बिलकुल ले सकते हैं लेकिन इन्हें सीमित मात्रा में ही लें तो अच्छा रहेगा थोड़ी मात्रा में इन्हें खाने से शरीर को हानि नहीं होता है वे कहते हैं कि मौसमी बुखार होने पर कुछ अन्य बातों का भी इस्तेमाल करना चाहिए

– पीने का पानी उबाल कर फिर ठंढा कर के पियें

– गरम पानी में नमक डाल कर gargle करें

– ORS घोल का इस्तेमाल करें

ऐसे मुद्दे में तुरंत लें चिकित्सक की मदद

यदि आप पहले से ही अन्य रोग से ग्रसित हैं

यदि दवाई से भी बुख़ार कम ना हो या 3 दिनों के बाद भी बुख़ार आएं

– बुख़ार के साथ साथ पेट दर्द, डायरिया जैसे लक्षण हों

– शरीर पे लाल धब्बे जैसे निशान आ जाएं

कई बार दूसरी रोग की वजह से भी आता है बुखार

डॉक्टर अनुज कुमार कहते हैं कि यदि ऐसे हालात दिखाई दें तो बिल्कुल से किसी बड़े हॉस्पिटल में जाने के बजाय अपने निकट रहने वाले किसी भी फिजिशियन चिकित्सक को दिखाएं यदि वहां से चेकअप करवाने की राय मिले तो तब जरूर करवाना चाहिए कई बार बुखार किसी अन्य रोग की वजह से भी आ जाता है लिहाजा टेस्ट करवाने पर पता चल जाता है कि बुखार क्यों आ रहा है इसके बाद उसका पूरा उपचार करवाया जा सकता है

 

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