गर्मियों में लीची खाने से चेहरे पर निखार और इन रोगों में होता है सुधार
पाली। गर्मी बढ़ने के साथ-साथ रसीले फलों की डिमांड काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसे में गर्मियों में इन दिनों बात करें तो एक ऐसा फल है जो रसीला तो होता ही है साथ ही शरीर में ठंडक प्रदान करने का काम भी करता है। गर्मियों में सबसे अधिक बिकने वाला लीची नाम का यह फल लोगों को खूब पसंद तो आता ही है साथ ही लोग इसका जूस भी पीकर गर्मी में राहत पाने की प्रयास करते है। यह गुठलीदार फल है जिसकी डिमांड गर्मियों के इन दो से तीन महीनों तक काफी अधिक बढ़ जाती है। यह एक ऐसा फल है जो न सिर्फ़ स्वास्थ्य के लिए लाभ वाला है बल्कि लोगों के दिल खुश करने का काम भी यह फल करता है। लीची में पानी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है। लीची एक ऐसा फल है जो जिसको खाने से चेहरे पर भी काफी अच्छा निखार आता है ऐसे में लड़कियां भी इस फल को काफी पसंद से खाती हैं।
शरीर के लिए लाभदायक
प्रो। डा। प्रेम प्रकाश व्यास, पूर्व डीन डा। सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसमें विटामिन-बी 6, विटामिन-सी, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम और फोलेट जैसे पोषक तत्व उपस्थित होते हैं, जो शरीर को कई फायदा पहुंचाते हैं। लीची का जूस पीने से शरीर की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। लीची का जूस पीने से वजन घटाने से लेकर ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने तक में सहायता मिलती है।
इम्यूनिटी होगी मजबूत
लीची के जूस में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। इसे पीने से शरीर की इम्यूनिटी यानी बीमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके नियमित सेवन से आप कई तरह की गंभीर रोंगों और संक्रमण से बच सकते हैं।
गर्मी में नहीं होगा डिहाइड्रेशन
गर्मी के मौसम में शरीर से पसीना अधिक निकलता है, जिसके कारण डिहाइड्रेशन की परेशानी हो सकती है। ऐसे में लीची का जूस पीना काफी लाभ वाला हो सकता है। इसमें पानी भरपूर मात्रा में होता है, जिसकी वजह से यह शरीर को हाइड्रेट रखता है। इसमें उपस्थित पोषक तत्व गर्मियों में शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने में सहायता करते हैं।
ब्लड प्रेशर को भी करता है कंट्रोल
लीची के जूस में पोटेशियम होता है, जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायता करता है। इसे पीने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और दिल स्वस्थ रहता है। इसके नियमित सेवन से स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी दिल से जुड़ी रोंगों का जोखिम कम होता है।सीबीएसई बोर्ड के रिज़ल्ट सामने आ चुके हैं। बोर्ड चाहता है कि उनके बच्चे अच्छा प्रदर्शन करें, इसके लिए बच्चों के लिए तरह-तरह की नीतियां तैयार की जाती हैं। वहीं, सीबीएसई बोर्ड द्वारा अब बच्चों की पढ़ाई में सुधार करने के लिए टीचरों को भी तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है।