Zubeen Garg Death Investigation: सिंगापुर पुलिस ने जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत पर तोड़ी चुप्पी
Zubeen Garg Death Investigation: असम के संगीत जगत के चमकते सितारे जुबीन गर्ग की असमय मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। 19 सितंबर को सिंगापुर के अथाह समंदर में तैरते समय (Singer Zubeen Garg) हुई इस दुखद घटना ने कई सवाल खड़े किए थे। अब महीनों के इंतजार के बाद सिंगापुर पुलिस बल ने इस हाई-प्रोफाइल मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की हर बारीकी पर नजर रख रहे हैं, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
साजिश के दावों पर क्या कहती है विदेशी पुलिस?
सिंगापुर पुलिस बल (SPF) ने गुरुवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में स्पष्ट किया है कि वे कोरोनर्स अधिनियम 2010 के तहत इस मामले की गहनता से पड़ताल कर रहे हैं। जांच अधिकारियों ने प्रारंभिक (Singapore Police Statement) रिपोर्ट के आधार पर बताया है कि अब तक की छानबीन में उन्हें गायक की मौत के पीछे किसी भी तरह की आपराधिक साजिश या ‘फाउल प्ले’ का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। यह बयान उन अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश है जो सोशल मीडिया पर लगातार तैर रही थीं।
न्याय की प्रक्रिया और कोरोनर जांच का अगला चरण
कानूनी प्रक्रिया के मुताबिक, जब पुलिस अपनी पूरी तफ्तीश समाप्त कर लेगी, तो तमाम निष्कर्ष राज्य कोरोनर को सौंप दिए जाएंगे। यह प्रक्रिया (Coroner Inquiry Process) पूरी तरह से पारदर्शी होगी, जिसमें मौत के सटीक कारणों और उन परिस्थितियों का विश्लेषण किया जाएगा जो उस मनहूस दिन घटी थीं। यह एक तथ्य-खोज प्रक्रिया है जिसे सिंगापुर की न्याय प्रणाली में अत्यंत विश्वसनीय और महत्वपूर्ण माना जाता है।
जनवरी 2026 में सामने आएगा मौत का असली सच
प्रशंसकों और परिवार के लिए अगले कुछ महीने काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं क्योंकि मुख्य कोरोनर जांच (CI) के लिए जनवरी और फरवरी 2026 का समय निर्धारित किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि (Death Cause Investigation) इस निर्धारित समय सीमा के भीतर ही सार्वजनिक रूप से अंतिम निष्कर्ष साझा किए जाएंगे। तब तक सभी को आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार करना होगा ताकि कानूनी रूप से इस अध्याय को बंद किया जा सके।
पेशेवर जांच और अफवाहों से बचने की सख्त हिदायत
सिंगापुर पुलिस ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा है कि वे इस मामले को पूरी संजीदगी और पेशेवर तरीके से देख रहे हैं। उन्होंने जनता और संबंधित पक्षों से (Official Police Probe) अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें। पुलिस ने सख्त लहजे में कहा है कि लोग बिना किसी पुष्टि के भ्रामक जानकारी न फैलाएं और न ही सोशल मीडिया पर चल रही मनगढ़ंत कहानियों या अटकलों पर विश्वास करें।
भारत में दाखिल चार्जशीट और हत्या के संगीन आरोप
एक तरफ सिंगापुर पुलिस साजिश से इनकार कर रही है, वहीं दूसरी तरफ भारत में इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है। विशेष जांच टीम ने भारतीय अदालत में (Murder Charges Allegations) दाखिल की गई अपनी चार्जशीट में चौंकाने वाले दावे किए हैं। इस आरोपपत्र में गायक के सचिव सिद्धार्थ शर्मा और महोत्सव आयोजक श्यामकानू महंता सहित चार लोगों को मुख्य आरोपी बनाया गया है, जिन पर हत्या जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।
वह आखिरी शाम और अधूरा रह गया संगीत का सफर
20 सितंबर को सनटेक सिंगापुर कन्वेंशन एंड एक्जिबिशन सेंटर में चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव का आयोजन होना था, जहां जुबीन को अपनी आवाज का जादू बिखेरना था। लेकिन (North East India Festival) उस कार्यक्रम से महज एक दिन पहले ही नियति ने कुछ और ही लिख रखा था। समंदर की लहरों के बीच जुबीन का शांत हो जाना न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि संगीत की दुनिया के लिए एक अपूरणीय क्षति बन गया है।
इंसाफ की उम्मीद और प्रशंसकों का अटूट विश्वास
असम के हर घर में आज भी जुबीन के गीत गूंजते हैं और उनके करोड़ों प्रशंसक बस एक ही मांग कर रहे हैं कि उनके पसंदीदा कलाकार को न्याय मिले। विदेशी धरती पर (International Legal Case) चल रही इस कानूनी प्रक्रिया और भारत में दाखिल चार्जशीट के बीच का अंतर्विरोध मामले को और अधिक पेचीदा बना रहा है। अब सभी की नजरें 2026 में होने वाली कोरोनर जांच पर टिकी हैं, जो इस रहस्यमयी मौत से पर्दा उठाएगी।