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क्या है NDPS की धारा 27ए जो एल्विश यादव की गिरफ्तारी की बन गई वजह

रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मुद्दे में कारावास भेजे गए एल्विश यादव को जमानत दिलाने के लिए उच्च न्यायालय से लेकर उच्चतम न्यायालय तक के वकील जुटे हैं. एल्विश के वकीलों की टीम सोमवार को नोएडा आई और लुक्सर कारावास भी गई थी. हालांकि एनडीपीएस एक्ट की धारा-27ए एल्विश के लिए कठिनाई का सबब बन गई है.


एक्ट की धारा-27ए की वजह से फिल्मस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और सुशांत सिंह राजपूत मुद्दे में अदाकारा रिया चक्रवर्ती को कई दिनों तक कारावास में रहना पड़ा था. तीन नवंबर 2023 को जब पीएफए की तरफ से एल्विश समेत अन्य पर जब केस दर्ज किया गया था तब वन्य जीव अधिनियम और आईपीसी की धारा 120बी एफआईआर में थी.

सांपों के जहर सप्लाई करने और विष का कारोबार करने के इल्जाम में कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के अनुसार कई धाराएं बढ़ाई है. इनमें एनडीपीएस 8/20/27/ 27ए/29/30/32 शामिल है. इन धाराओं के अनुसार गुनेहगार पाए जाने पर एल्विश को 20 वर्ष तक की सजा हो सकती है. इसके साथ इस जुर्माना भी लगाया जा सकता है.

सुप्रीम न्यायालय के वकील पीयूष भारद्वाज के अनुसार एनडीपीएस की धारा 27-ए एल्विश को सबसे अधिक परेशान कर सकती है. एनडीपीएस एक्ट लगने के बाद उसे कारावास भेजना पुलिस के लिए सरल हो गया.

क्या है एनडीपीएस एक्ट
नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 को आमतौर पर एनडीपीएस एक्ट के रूप में जाना जाता है. इसके अनुसार नशीली दवाइयों या पदार्थ के उत्पादन, विनिर्माण, खेती, कब्जा, ब्रिकी, खरीद या सेवन करने पर यह एक्ट लगाया जाता है.
कोर्ट में 24 घंटे की हड़ताल
सूरजपुर न्यायालय में सोमवार को वकीलों की तरफ से 24 घंटे की स्ट्राइक की घोषणा की गई. एक वकील के बेटे के साथ हुई घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी. अब एल्विश के मुद्दे में भी जमानत अर्जी दाखिल करने में समय लग सकता है.

एल्विश की मां के रोने का वीडियो वायरल
एल्विश के कारावास जाने के बाद फॉलोवर्स भिन्न-भिन्न ढंग से सोशल मीडिया पर उसका समर्थन कर रहे हैं. सोमवार को एल्विश की मां के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो के कमेंट बॉक्स में एल्विश के समर्थन में लोग कमेंट कर रहे हैं. साथ ही नोएडा पुलिस की कार्रवाई पर विरोध जता रहे हैं.

सब ठीक होगा हौसला रखो
एल्विश के दोस्त और हमेशा साथ रहने वाले लव कटारिया ने सोशल मीडिया पर उसके प्रशंसकों के नाम पोस्ट किया है. इसमें सब ठीक होगा, हौसला रखने की बात लिखी है. साथ ही बोला गया है कि आवर ब्वॉय नीड्स स्ट्रेंथ. जय श्री राम. वहीं एक वीडियो में उसके दोस्त सब ठीक होने और एल्विश भाई अच्छे हैं जैसी बाते कहते दिख रहे हैं.

ये सबूत बने एल्विश के गले की फांस
आपको बता दें कि रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मुद्दे में घिरे यूट्यूबर एल्विश यादव पर सांपों के साथ का वायरल वीडियो भारी पड़ गया. इसके साथ ही सपेरों से जुड़े कई लोगों के साथ ऑडियो और सपेरों से बरामद विष की एफएसएल रिपोर्ट एल्विश की गिरफ्तारी और कारावास जाने का कारण बन गया. ऑडियो, वीडियो और एफएसएल रिपोर्ट जब पुलिस ने न्यायालय में रखा तब न्यायालय ने एल्विश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
बहुचर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव पुलिस की नोटिस पर रविवार को नोएडा आया था. उसे यह अहसास नहीं था कि पुलिस उसे अरैस्ट कर सकती है. इस कारण वह सिर्फ़ दो लोगों के साथ आया. पिछले बार की तरह इस बार उसके साथ वकीलों की फौज नहीं थी. एल्विश रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे सेक्टर-73 स्थित फार्म हाउस पहुंचा. इसके बाद पुलिस की एक टीम उससे पूछताछ करने वहां गई.

पुलिस की टीम उससे पूछताछ करने के लिए अपने साथ सेक्टर-29 पुलिस चौकी ले गई और वहां पूछताछ के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया. जब पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और मेडिकल कराने जिला हॉस्पिटल पहुंची तब भी उसके चेहरे पर कोई डर का रेट नहीं था. नोएडा पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम बहुत ही चुपचाप किया.

पुलिस को यह संभावना थी कि यदि एल्विश की गिरफ्तारी शीघ्र फैल गई तो उसके फॉलोवर्स आकर बवाल कर सकते हैं. इस कारण पुलिस ऑफिसरों ने इस पूरे ऑपरेशन को सीक्रेट रखा. जब पुलिस की टीम एल्विश यादव को लेकर सूरजपुर न्यायालय पहुंची और वहां अपना पक्ष रखा तो एल्विश के वकील का तर्क काम नहीं आया. पुलिस सभी साक्ष्यों, एफएसएल रिपोर्ट को न्यायालय के सामने रखकर अपील की थी कि एल्विश यादव का बाहर रहना वन्य जीव के लिए घातक है. बाहर रहकर यह साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ भी कर सकता है.
मुझे कुछ नहीं कहना है
रविवार को जब पुलिस टीम सेक्टर-29 पुलिस चौकी पर पूछताछ कर रही थी तब सबसे पहला प्रश्न यही था कि आपका सांपों के विष, रेव पार्टी में विष सप्लाई करने और सपेरों के साथ क्या संबंध है. इस पर एल्विश यादव ने छूटते ही बोला कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है. इसके बाद इससे संबंधित कई प्रश्न पूछे गए लेकिन एल्विश की तरफ से एक ही जबाव मिला.
पुलिस ने 150 से अधिक प्रश्न पूछे
नोएडा पुलिस की टीम ने एल्विश यादव से 150 से अधिक प्रश्न पूछे. इसमें अधिकांश जबाव में कुछ नहीं कहा तो कुछ के जबाव हां या ना में दिया. पुलिस ने पीएफए मुकदमा से जुड़े चार सपेरों और उसके साथी राहुल यादव से संबंध में प्रश्न किए. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए सांपों के साथ कई वीडियो को लेकर भी प्रश्न पूछे. हालांकि वह इस दौरान प्रश्नों को टालता रहा और पुलिस को इसमें योगदान नहीं किया. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई.

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