अपना दर्द बयां करते हुए कार्तिक आर्यन ने कही ये बड़ी बात
अभिनेता ने आगे कहा, “लेकिन कभी-कभी ऐसा महसूस होता है कि संवेदनशील स्वभाव या इसके पीछे के आदमी को नजरअंदाज कर दिया जाता है. मैं हर बार कॉमेडी नहीं करूंगा. मैं हमेशा लोगों को हंसा नहीं सकता… केवल साक्षात्कार में ही नहीं, बल्कि साक्षात्कार में भी आप जिस तरह की फिल्में चुनते हैं, उससे पता चलता है कि आप कितने संवेदनशील आदमी हैं. मेरी पिछली फिल्म ‘सत्यप्रेम की कथा’ में मैंने शायद एक संवेदनशील भूमिका निभाया था, या अब ‘चंदू चैंपियन’ में वह पहलू सामने आ सकता है.‘
कार्तिक ने ऐसी भूमिकाओं को कारगर ढंग से चित्रित करने के लिए चरित्र को भीतर से महसूस करने के महत्व पर बल दिया. उन्होंने कहा, “अगर आप इसे अंदर से महसूस नहीं करेंगे तो वह चीज बाहर नहीं आएगी. ‘चंदू चैंपियन’ में मैंने मुरलीकांत पेटकारा का भूमिका निभाया है, जिन्होंने पैरालंपिक में फ्रीस्टाइल तैराकी में पहला गोल्ड जीता था और 9 का सामना किया था.” भारत-पाकिस्तान युद्ध में गोलियां फिल्म का निर्देशन कबीर खान ने किया है.