AI का अगला ‘सुपर-बूस्ट’! $38,000,000,000 का ‘मेगा-कॉन्ट्रैक्ट’, Amazon की पावर पर दौड़ेगा ChatGPT, टेक जगत में बड़ा भूचाल
AI: ओपनएआई और अमेजन के बीच हुआ 7 साल का यह समझौता तकनीकी जगत में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। ओपनएआई ने अमेजन से क्लाउड सेवाएं खरीदने के लिए 38 बिलियन डॉलर की डील की है। इस समझौते का उद्देश्य ओपनएआई के बढ़ते एआई मॉडल्स को और अधिक कंप्यूटिंग क्षमता प्रदान करना है। कंपनी को अब अमेजन के विशाल क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ लाखों Nvidia ग्राफिक्स प्रोसेसर तक पहुंच मिलेगी, जिससे उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम्स के विकास को गति मिलेगी।

डील का महत्व और उद्योग पर असर
AI इंडस्ट्री आज ऐसे मोड़ पर है जहां कंप्यूटिंग पावर की मांग तेजी से बढ़ रही है। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन का कहना है कि कंपनी आने वाले वर्षों में 30 गीगावॉट कंप्यूटिंग रिसोर्स तैयार करने के लिए 1.4 ट्रिलियन डॉलर तक निवेश करेगी। इतनी विशाल क्षमता के जरिए न केवल नए एआई मॉडल्स को ट्रेन किया जा सकेगा बल्कि वैश्विक स्तर पर AI की गुणवत्ता और स्पीड में भी भारी सुधार होगा।
इस कदम से एआई इंडस्ट्री में एक नई प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है, जहां तकनीकी कंपनियां अधिक प्रभावी क्लाउड और कंप्यूटिंग संसाधनों के लिए एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही हैं।
अमेजन वेब सर्विसेज के लिए बड़ी सफलता
AWS के लिए यह डील एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पिछले कुछ समय से बाजार में यह धारणा बन रही थी कि AWS माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों से पीछे रह गया है। लेकिन इस समझौते ने साबित कर दिया कि अमेजन अभी भी क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर की रेस में अग्रणी स्थिति में है।
डील के बाद अमेजन के शेयरों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और कंपनी की कुल वैल्यू में लगभग 140 बिलियन डॉलर का इजाफा देखा गया। इससे निवेशकों में कंपनी के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ है।
ओपनएआई के सीईओ की प्रतिक्रिया
सैम ऑल्टमैन ने इस साझेदारी को “भविष्य के एआई विकास की नींव” बताया है। उनका कहना है कि फ्रंटियर AI मॉडल्स को स्केल करने के लिए विशाल और भरोसेमंद कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है, जो AWS पूरी तरह प्रदान करेगा। ओपनएआई ने घोषणा की है कि वह तुरंत AWS सेवाओं का उपयोग शुरू करेगा और 2026 के अंत तक पूरी क्षमता ऑनलाइन हो जाएगी। 2027 के बाद इस क्षमता को और बढ़ाने की योजना है।
इस समझौते के तहत अमेजन हजारों Nvidia चिप्स (GB200 और GB300 AI Accelerators) इंस्टॉल करेगा। इन चिप्स का उपयोग ChatGPT और अन्य उन्नत एआई मॉडल्स की ट्रेनिंग और रीयल-टाइम प्रोसेसिंग में किया जाएगा।
गूगल, ओरेकल और माइक्रोसॉफ्ट के साथ अन्य साझेदारियाँ
AI केवल अमेजन पर निर्भर नहीं रहना चाहता। इसलिए कंपनी ने गूगल क्लाउड और ओरेकल क्लाउड के साथ भी समझौते किए हैं। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के साथ 250 बिलियन डॉलर की Azure क्लाउड डील पहले से सक्रिय है।
हालांकि, इतने बड़े पैमाने के निवेश को लेकर वॉल स्ट्रीट पर सवाल उठ रहे हैं कि कंपनी इस वित्तीय दबाव को कैसे संभालेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, ओपनएआई की वार्षिक आय 2025 के अंत तक 20 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है, लेकिन घाटा भी समान रूप से बढ़ने की संभावना है।
एआई का भविष्य और वैश्विक प्रभाव
यह साझेदारी केवल दो कंपनियों के बीच का व्यापारिक समझौता नहीं है, बल्कि यह एआई के भविष्य की दिशा तय करने वाला कदम है। आने वाले वर्षों में इससे न केवल ChatGPT जैसे मॉडलों की क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि हेल्थकेयर, एजुकेशन, साइबर सिक्योरिटी और बिजनेस एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में भी AI आधारित समाधानों का विस्तार होगा



