Gold Silver Price Record: सोने-चांदी की कीमतों में आया बड़ा उछाल, 1.40 लाख के करीब पहुंचा सोना
Gold Silver Price Record: घरेलू और अंतरराष्ट्रीय सराफा बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। बुधवार को भारतीय वायदा बाजार में (Gold Price Hike) सोने के भाव ने एक ऐसी ऊंचाई को छू लिया, जिसकी कल्पना कुछ समय पहले तक नहीं की गई थी। सोने की कीमतें 1,38,676 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं। इस जबरदस्त तेजी के कारण निवेशकों के बीच हलचल बढ़ गई है और हर कोई बाजार की अगली दिशा को लेकर चिंतित और उत्साहित दोनों है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर और भू-राजनीति का असर
वैश्विक स्तर पर भी सोने की चमक फीकी पड़ने का नाम नहीं ले रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 4,500 डॉलर प्रति औंस के जादुई आंकड़े को पार कर गई है। जानकारों का मानना है कि (Global Economic Tension) अमेरिका में मौद्रिक नीति में होने वाली संभावित नरमी और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है। संकट के समय में सोना हमेशा से सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है।
चांदी की कीमतों ने भी लगाई लंबी छलांग
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी अपनी तेजी का सिलसिला बरकरार रखा है। मार्च 2026 के अनुबंध वाली चांदी की कीमतों में भी भारी उछाल देखा गया। यह (Silver Market Trend) करीब 1.93 फीसदी की तेजी के साथ 2,23,887 रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। लगातार चौथे दिन चांदी में आई यह बढ़त औद्योगिक मांग और निवेश के बढ़ते प्रवाह का परिणाम मानी जा रही है, जिससे खरीदारों की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है।
विशेषज्ञों की राय और भविष्य का अनुमान
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषकों के अनुसार, सोने में आई इस अभूतपूर्व तेजी के पीछे अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में (Federal Reserve Interest Rates) कटौती की उम्मीद एक प्रमुख कारक है। इसके अतिरिक्त, कमजोर होता अमेरिकी डॉलर और गोल्ड ईटीएफ में लगातार बढ़ता निवेश सोने को मजबूती प्रदान कर रहा है। विश्लेषकों का अनुमान है कि घरेलू बाजार में कीमतें जल्द ही 1,40,500 रुपये के स्तर को भी पार कर सकती हैं।
1979 के बाद की सबसे बड़ी सालाना तेजी
बाजार के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2025 सोने के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष साबित हो रहा है। इस साल सोने की कीमतों में (Gold Annual Growth) लगभग 70 फीसदी की बढ़त देखी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह 1979 के बाद की सबसे मजबूत सालाना तेजी है। यदि वैश्विक अनिश्चितता और आर्थिक तनाव इसी तरह बने रहते हैं, तो आने वाले समय में कीमती धातुओं की कीमतों में और अधिक उछाल देखने को मिल सकता है।