Excelsoft Technologies Share Price: एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज का शानदार डेब्यू, 12.5% प्रीमियम पर लिस्टिंग, GMP के कमजोर संकेतों को किया नजरअंदाज
Excelsoft Technologies Share Price: एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने मंगलवार को शेयर बाजार में धमाकेदार शुरुआत की। ग्रे मार्केट में कमजोर संकेतों के बावजूद कंपनी के शेयर एनएसई पर 135 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए, जो इसके इश्यू प्राइस 120 रुपये से करीब 12.5 प्रतिशत ज्यादा है। सिर्फ 15 रुपये प्रति शेयर का फायदा दिखने में छोटा लग सकता है, लेकिन रिटेल निवेशकों के लिए यह एक लॉट पर 1,875 रुपये का सीधा मुनाफा है। बाजार के जानकार इसे मौजूदा कमजोर सेंटीमेंट में बेहतरीन लिस्टिंग मान रहे हैं।

लिस्टिंग के बाद पहला कारोबार और निवेशकों का रुझान लिस्टिंग के तुरंत बाद शेयर 138 रुपये तक पहुंच गया और फिर मामूली मुनाफावसूली के साथ 134-136 रुपये के दायरे में कारोबार करता दिखा। दिन के अंत तक ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी स्वस्थ रहा, जिससे साफ है कि लॉन्ग टर्म निवेशकों के साथ-साथ शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाई।
कंपनी का बिजनेस मॉडल क्यों है खास? एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज एजुकेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम करने वाली दिग्गज कंपनी है। यह डिजिटल लर्निंग सॉल्यूशंस, कंटेंट डेवलपमेंट, असेसमेंट प्लेटफॉर्म और ई-लर्निंग टूल्स मुहैया कराती है। दुनिया भर के स्कूलों, यूनिवर्सिटी और कॉर्पोरेट क्लाइंट्स के साथ इसका मजबूत नेटवर्क है। खास बात यह है कि कंपनी का 90 प्रतिशत से ज्यादा रेवेन्यू विदेशी बाजारों, खासकर अमेरिका और यूरोप से आता है। इससे रुपये के कमजोर होने पर भी कंपनी को फायदा मिलता रहता है।
आईपीओ की पूरी डिटेल एक नजर में कंपनी ने अपना आईपीओ 9 सितंबर से 11 सितंबर 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खोला था। प्राइस बैंड 114-120 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। रिटेल निवेशकों के लिए मिनिमम लॉट साइज 125 शेयरों का था, यानी एक लॉट के लिए 15,000 रुपये लगाने पड़ते थे। कुल इश्यू साइज करीब 500 करोड़ रुपये का था, जिसमें 180 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और बाकी ऑफर फॉर सेल शामिल था।
सब्सक्रिप्शन स्टेटस ने दिखाया था जबरदस्त भरोसा ग्रे मार्केट प्रीमियम लिस्टिंग से एक दिन पहले सिर्फ 2-3 रुपये ही दिखा रहा था, लेकिन असल सब्सक्रिप्शन में निवेशकों ने जबरदस्त जोश दिखाया। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 3.5 गुना से ज्यादा भरा, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों ने 2.8 गुना और रिटेल कैटेगरी ने करीब 1.9 गुना बोली लगाई। कुल मिलाकर आईपीओ 2.6 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो मौजूदा बाजार हालात में काफी अच्छा माना जा रहा है।
आगे की राह और विशेषज्ञों की राय कई ब्रोकरेज हाउस ने कंपनी को लॉन्ग टर्म के लिए “खरीदें” की सलाह दी है। उनका मानना है कि ग्लोबल एजुकेशन टेक्नोलॉजी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है और एक्सेलसॉफ्ट इसमें मजबूत स्थिति रखती है। कंपनी के क्लाइंट बेस में पियरसन, मैकग्रा-हिल जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं, जो इसके प्रोडक्ट की क्वालिटी की गवाही देती हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 185 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 28 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था, जो पिछले तीन साल में लगातार बढ़ रहा है।
निवेशकों के लिए क्या है सीख? यह लिस्टिंग एक बार फिर साबित करती है कि ग्रे मार्केट प्रीमियम हमेशा सही नहीं होता। बिजनेस की मजबूती, फाइनेंशियल्स और लॉन्ग टर्म ग्रोथ पोटेंशियल पर फोकस करना ज्यादा जरूरी है। जो निवेशक सिर्फ GMP देखकर दूर रह गए, वे अच्छा मौका चूक गए।
अगर आप भी एजुकेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर में लॉन्ग टर्म निवेश की तलाश में हैं तो एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज को अपनी वॉचलिस्ट में जरूर रखें। मौजूदा स्तरों से भी इसमें आगे बढ़त की अच्छी संभावना नजर आ रही है।



