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इस कंपनी के कर्मचारी ने की थी फ्रंट-रनिंग ट्रेडिंग, शेयरों में आई गिरावट

बीते कुछ दिनों से भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयर दबाव में हैं. हफ्ते के तीसरे व्यवसायी दिन बुधवार को LIC के शेयर 1.30% प्रतिशत से अधिक टूट गए. इस शेयर की मूल्य ट्रेडिंग के दौरान 866.35 रुपये तक लुढ़क गई. कंपनी के शेयरों में गिरावट ऐसे समय में आई है जब सेबी ने एलआईसी के फ्रंट-रनिंग ट्रेडों से संबंधित मुद्दे में एक कर्मचारी सहित पांच संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है. बता दें कि बीमा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयर में मंगलवार को लगभग तीन फीसदी की गिरावट आई थी. बीएसई पर एलआईसी का शेयर 2.77 फीसदी गिरकर 879.50 रुपये पर बंद हुआ. दिन में कारोबार के दौरान यह 3.15 फीसदी टूटकर 876.05 रुपये पर आ गया था.

फ्रंट-रनिंग क्या है

फ्रंट-रनिंग शेयर बाजार में ट्रेडिंग का एक गैरकानूनी तरीका है. इसके अनुसार कोई ब्रोकर या इन्वेस्टर को पहले से यह पता होता है कि वह जिस कंपनी में ट्रेडिंग कर रहा है, उसकी एक बड़ी डील होने वाली है. इससे शेयरों के रेट बढ़ने की संभावनाएं बनी रहेंगी.

LIC के मुद्दे में क्या हुआ

LIC के मुद्दे में एक कर्मचारी ने पहले से सूचनाओं की जानकारी के आधार पर ट्रेडिंग कर फायदा कमाया था. अब एलआईसी ने कहा है कि उसने कर्मचारी को जॉब से निकाल दिया है. एलआईसी ने कहा- वह (आरोपी कर्मचारी योगेश गर्ग) फ्रंट-रनिंग में शामिल था. वहीं, अनुशासनात्मक प्राधिकारी द्वारा मुनासिब प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद कंपनी से हटा दिया गया है.

उठाए गए कड़े कदम

एलआईसी ने बोला कि हमने किसी भी प्रकार की फ्रंट- रनिंग को रोकने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ-साथ मजबूत नियंत्रण तंत्र भी रखा है. एलआईसी के डीलिंग रूम में प्राइवेसी का ध्यान रखने के लिए कई तरीका किए गए हैं. इसके अनुसार बायोमेट्रिक एंट्री, सीसीटीवी कवरेज, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर प्रतिबंध आदि जैसे कदम उठाए गए हैं. एलआईसी ने बोला कि हम कॉर्पोरेट गवर्नेंस के सभी मुद्दों पर इसे और मजबूत करना जारी रखेंगे.

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