बिहार

Tej Pratap Yadav: नीतीश कुमार के ‘हिजाब विवाद’ पर तेजप्रताप यादव का बड़ा हमला, बोले- यह शोभा नहीं देता…

Tej Pratap Yadav: बिहार की राजनीति में इन दिनों एक वीडियो ने खलबली मचा दी है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक महिला चिकित्सक का हिजाब हटाते हुए नजर आ रहे हैं। इस घटना ने न केवल सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है, बल्कि विपक्षी दलों को भी सरकार को घेरने का मौका दे दिया है। अब इस पूरे मामले में जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष तेजप्रताप यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। तेजप्रताप यादव ने मुख्यमंत्री के इस कृत्य को (Ethical Political Conduct) के खिलाफ बताते हुए कहा कि एक सार्वजनिक मंच पर ऐसा व्यवहार किसी भी बड़े नेता को शोभा नहीं देता।

Tej Pratap Yadav
WhatsApp Group Join Now

तेजप्रताप यादव ने नीतीश को दी मर्यादा की नसीहत

तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने मीडिया से बात करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि मुख्यमंत्री ने जो किया वह गलत था। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी की व्यक्तिगत पसंद और धार्मिक पहचान के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए था। तेजप्रताप ने जोर देकर कहा कि (Individual Privacy Rights) का सम्मान सर्वोपरि है और मुख्यमंत्री को अपनी गरिमा का ख्याल रखना चाहिए था। उन्होंने यह भी जोड़ा कि हालांकि मुख्यमंत्री क्या करते हैं यह उनका विषय है, लेकिन हिजाब खींचने जैसी घटना ने जनता के बीच गलत संदेश भेजा है।

नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में क्या हुआ था

यह पूरा विवाद पटना के मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ कक्ष में आयोजित एक गरिमामयी कार्यक्रम के दौरान शुरू हुआ। मौका था नवनियुक्त आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने का, जहां हजारों की संख्या में अभ्यर्थी मौजूद थे। जैसे ही एक महिला चिकित्सक नुसरत परवीन अपना नियुक्ति पत्र लेने के लिए मंच पर पहुंचीं, वहां मौजूद लोग (Public Official Decorum) की उम्मीद कर रहे थे। नुसरत ने अपने चेहरे पर हिजाब डाला हुआ था, जिसे देखकर 75 वर्षीय मुख्यमंत्री अचानक असहज हो गए और उन्होंने नाराजगी व्यक्त की।

“यह क्या है?” कहकर हटाया चेहरा से पर्दा

वायरल वीडियो के अनुसार, जैसे ही नुसरत परवीन मुख्यमंत्री के पास पहुंचीं, नीतीश कुमार ने उनसे सवाल किया, “यह क्या है?” और इसके तुरंत बाद उन्होंने महिला चिकित्सक के चेहरे से हिजाब हटा दिया। इस अचानक हुए व्यवहार से (Woman Respect in Politics) को लेकर सवाल उठने लगे हैं। नुसरत परवीन इस घटना से बेहद घबराई हुई और असहज नजर आईं। स्थिति को बिगड़ता देख वहां मौजूद एक अन्य अधिकारी ने तुरंत हस्तक्षेप किया और महिला चिकित्सक को मंच से एक ओर ले गए।

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का बचाव का प्रयास

मंच पर घटित इस पूरी घटना के दौरान मुख्यमंत्री के बगल में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी खड़े थे। वीडियो में देखा जा सकता है कि जब नीतीश कुमार हिजाब हटाने के लिए हाथ आगे बढ़ाते हैं, तो सम्राट चौधरी उन्हें (Intervention by Deputy CM) के जरिए रोकने की कोशिश करते हैं। सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री की आस्तीन खींचते हुए नजर आए, जिससे यह आभास हुआ कि वे मुख्यमंत्री को इस विवादास्पद कदम से बचाना चाहते थे। हालांकि, तब तक मुख्यमंत्री अपना कदम उठा चुके थे और घटना कैमरों में कैद हो गई थी।

धार्मिक भावनाओं और राजनीतिक विरोध का संगम

इस घटना के बाद से बिहार के सियासी गलियारों में उबाल है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने इसे अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला और (Religious Freedom Violation) करार दिया है। नुसरत परवीन की खामोशी और उनकी घबराहट ने कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को भी इस मुद्दे पर बोलने के लिए मजबूर कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि सुशासन बाबू कहलाने वाले नीतीश कुमार अब सार्वजनिक मंचों पर अपना आपा खो रहे हैं और लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप कर रहे हैं।

जनता और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया

जैसे ही यह वीडियो इंटरनेट पर फैला, लोगों ने मुख्यमंत्री के व्यवहार की तुलना पुरानी मर्यादाओं से करनी शुरू कर दी। कई लोगों का मानना है कि हिजाब पहनना किसी का (Personal Choice and Identity) का हिस्सा है और इसे जबरन हटाना अनुचित है। वहीं, कुछ लोग इसे मुख्यमंत्री की अनुशासन प्रियता से जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन बहुसंख्यक आबादी इसे महिला की गरिमा के साथ खिलवाड़ मान रही है। तेजप्रताप यादव के बयान ने इस आग में घी डालने का काम किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से स्पष्टीकरण का इंतजार

फिलहाल इस विवाद पर मुख्यमंत्री कार्यालय या जेडीयू की ओर से कोई आधिकारिक सफाई पेश नहीं की गई है। राजनीति के जानकारों का मानना है कि (Bihar Political Controversy 2025) के इस दौर में यह मुद्दा आगामी चुनावों तक खींच सकता है। तेजप्रताप यादव के इस कड़े रुख ने यह स्पष्ट कर दिया है कि विपक्षी खेमा अब नीतीश कुमार के निजी और सार्वजनिक आचरण को लेकर कोई रियायत बरतने के मूड में नहीं है। अब देखना यह है कि क्या मुख्यमंत्री इस मामले पर खेद जताते हैं या राजनीति की यह जंग और तेज होती है।

Related Articles

Back to top button

Adblock Detected

Please disable your AdBlocker first, and then you can watch everything easily.