2 घंटे में लोग चट कर जाते ध्रुव के हाथ से बने प्याज के पकोड़े, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक की हैं पसंद
ठंड के मौसम में लोग अधिक चटपटी आइटम खाना पसंद करते हैं। इसमें गरमा-गरम पकोड़े लोग अधिक पसंद करते हैं। चाहे वह पकोड़ा किसी भी सामग्री का बना हो, लोग चाव से खाते हैं। भिन्न-भिन्न तरह के पकोड़े में प्याज का पकोड़ा यानी प्याजू लोग अधिक पसंद करते हैं और अमूमन यह हर घर में बनता भी है। आज हम छपरा के एक ऐसे युवा पकोड़े वाले से मिलवाते हैं, जिनके पास लोगों की भीड़ जुटती है और इनके हाथ से बने पकोड़े को खाने के लिए शहर के कोने-कोने से पहुंचते हैं।
आपको भी चटपटी प्याज के पकोड़े खाना है तो छपरा के मालखाना चौक के पास जिला विद्यालय के ठीक सामने आना होगा। यहां ध्रुव कुमार गुप्ता प्रतिदिन अपना ठेला लगाते हैं लोगों को प्याज का पकोड़ा यानी प्याजू खिलाते हैं। खास बात यह है कि इनकी दुकानदारी मात्र दो घंटे की होती है।
बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक पसंद करते हैं प्याज के पकोड़े
दुकानदार ध्रुव कुमार गुप्ता ने कहा कि प्याज के पकोड़े बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी खाते हैं। खाने में जितना टेस्टी होता है बनाना भी उतना हीं सरल है। पकोड़े बनाने के लिए पहले प्याज को चाप कर लें। इसमें हरी मिर्च, हरा धनिया सहित जरुरत के मुताबिक टेस्ट बढ़ाने के मसाला एकत्रित कर लें। इसके बाद बेसन और चावल के आटे के साथ डालकर सभी को अच्छे ढंग से मिक्स कर लें। इसके बाद इस मिश्रण में हरी मिर्च, हरा धनिया, जीरा पाउडर, अदरक पेस्ट समेत अन्य सामग्रियां डालकर मिक्स कर लें।
इसके बाद चूल्हे पर मीडियम आंच पर कड़ाही में ऑयल डालकर गर्म करें। जब ऑयल गर्म हो जाए तो प्याज के पकोड़े के लिए तैयार मिश्रण को आकार देकर ऑयल में डालें। पकोड़ों को सुनहरा होने तक डीप फ्राई करने के बाद खाने के लिए तैयार हो जाता है। ध्रुव ने कहा कि बाजार के बजाय घर पर तैयार मसाले का ही प्याज का पकोड़ा बनाने में इस्तेमाल करते हैं। हालांकि ध्रुव कुछ गोपनीय मसाले का भी इस्तेमाल करते हैं।
2 घंटे में लोग चट कर जाते हैं 1000 पीस प्याज के पकोड़े
ध्रुव कुमार गुप्ता ने कहा कि दोपहर 2 बजे से लेकर 4 तक ठेला लगाते हैं। ग्राहकों को प्रतीक्षा ना करना पड़े इसके लिए प्याज के पकोड़े के लिए अधिकतर सामग्री घर से ही तैयार कर लाते हैं। उन्होंने कहा कि 10 में एक प्लेट प्याज के पकोड़े यानी प्याज़ू लोगों को खिलाते हैं। इसके साथ हरी धनिया पत्ती का चटनी भी लोगों को परोसते हैं।
वहीं कोई ग्राहक यदि एक पीस पकोड़ा लेता है तो उन्हें 3 रुपए चार्ज करते हैं। ध्रुव ने कहा कि 2 घंटे की दुकानदारी में 900 से 1000 पीस तक प्याज के पकोड़े की बिक्री हो जाती है।ध्रुव कुमार के पास पकोड़े खाने के लिए आम से लेकर खास तक पहुंचते हैं। इर्द-गिर्द में कई सरकारी कार्यालय है। जहां कार्यरत अधिकारी और कर्मी ध्रुव के पास से प्याज के पकोड़े मंगवाकर खाते हैं।