जिले के विभिन्न प्रखंडों के कई स्थानों पर सीढ़ी घाट का करवाया निर्माण
किसी मुद्दे में मिथिला का हाथ कोई नहीं पकड़ सकता
संजय झा ने बोला कि पश्चिमी कोसी नहर परियोजना की आरंभ 1962 में हुई थी और मैंने अपने कोशिश से 2021 में फिर से सीएम को यहां लाकर निरीक्षण करवाया तथा यह काम प्रारम्भ करवाया। छह दशकों के लंबे प्रतीक्षा के बाद जुलाई 2023 में पहली बार दरभंगा जिले में नहरों के जरिये सिंचाई के लिए कोसी नदी का पानी पहुंचा। सकरी शाखा नहर के आखिरी छोर से निस्सृत 8 किमी लंबी श्रीरामपुर वितरणी का हमने 20 जुलाई 2023 को लोकार्पण किया था, जिससे दरभंगा जिले के मनीगाछी और बेनीपुर प्रखंड के अनेक गांवों के किसानों को अल्पवृष्टि के बीच रोपनी के लिए पानी मिल रहा है। आज 61 वर्ष के बाद 70% काम पूरा हुआ है। यहां के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। दरभंगा में सिंचाई की सुविधा न करने के बराबर थी। इसको जल संसाधन विभाग ने पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के जल के द्वारा दरभंगा ही नहीं बल्कि समस्तीपुर पहुंचा कर यहां के लोगों को इस परेशानी से निवारण कराएगी। संजय झा ने बोला कि यहां सड़क- बिजली की प्रबंध ठीक हो गई है। सिंचाई की प्रबंध हो गई तो मिथिला का हाथ कोई नहीं पकड़ सकता है।
दरभंगा में नहरों से सिचाई की कोई प्रबंध ही नहीं थी
संजय कुमार झा ने बोला कि जल संसाधन विभाग द्वारा कटाव निरोधक कार्य तो कराया जाता था, लेकिन साथ में सीढ़ी घाट के निर्माण की आरंभ दरभंगा जिले से ही हुई है। जिले के विभिन्न प्रखंडों के कई स्थानों पर सीढ़ी घाट का निर्माण कराया गया है। पक्के सीढ़ी घाट के निर्माण से आसपास के क्षेत्र में कटाव का दीर्घकालिक निवारण हो रहा है। विभाग द्वारा अगले सीजन में कुछ और क्षेत्रों में सीढ़ी घाट के निर्माण की योजना प्रारम्भ की जायेगी। संजय कुमार झा ने बोला कि सीएम नीतीश कुमार ने जब हमें जल संसाधन मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर दिया, तो बिहार में मौजूद सिंचाई सुविधाओं की समीक्षा के दौरान हमने देखा कि दरभंगा जिले में एक इंच भी जमीन ऐसी नहीं है, जहां नहरों के जरिये सिंचाई होती है। तब हमलोगों ने महत्वाकांक्षी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना को पूरा करने का संकल्प लिया।