Bihar School Timing Change: हाड़ कपाती ठंड और कोहरे के सितम के बीच बिहार में स्कूलों पर चला प्रशासन का हंटर
Bihar School Timing Change: बिहार की राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। गिरते पारे और बर्फीली हवाओं के बीच पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए (School Schedule Adjustment) का आधिकारिक फरमान जारी कर दिया है। नए आदेश के मुताबिक, अब जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में सुबह 9 बजे से पहले और शाम 4:30 बजे के बाद किसी भी तरह की शैक्षणिक गतिविधियां संचालित नहीं की जा सकेंगी। यह नई व्यवस्था 19 दिसंबर से 25 दिसंबर तक प्रभावी रहेगी, ताकि बच्चों को सुबह की भीषण कनकनी से बचाया जा सके।
अभिभावकों की नाराजगी और स्कूल बंदी की पुरजोर मांग
प्रशासन द्वारा केवल समय बदलने के फैसले से पटना के अभिभावक पूरी तरह संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। शीतलहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए (Parents Protest Schooling) का सिलसिला तेज हो गया है, जहां लोग स्कूलों को पूरी तरह बंद करने की मांग कर रहे हैं। अभिभावकों का तर्क है कि जब डॉक्टर बच्चों को घरों के भीतर रहने की सलाह दे रहे हैं, तो उन्हें इस जानलेवा ठंड में स्कूल भेजना जोखिम भरा है। पिछले 24 घंटों में पटना के अधिकतम तापमान में 6.5 डिग्री सेल्सियस की भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे बीमार बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
सारण में दिखा सख्त रुख और कक्षा 10वीं तक छुट्टी का एलान
पटना के विपरीत सारण जिले में प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिक कड़ा फैसला लिया है। सारण के जिलाधिकारी ने कक्षा एक से लेकर दसवीं तक के (Saran School Holiday) सभी शिक्षण संस्थानों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया है। यह आदेश फिलहाल 21 दिसंबर तक लागू रहेगा, जिससे छात्रों और शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है। सारण की इस पहल के बाद अब पटना और आसपास के अन्य जिलों के अभिभावक भी अपने यहां इसी तरह की पूर्ण बंदी की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट और 33 जिलों में कोहरे का साया
बिहार में मौसम का मिजाज आने वाले दिनों में और भी बिगड़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 24 घंटों के भीतर पटना सहित राज्य के (Yellow and Orange Alert) 33 जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, घने कोहरे के साथ-साथ राज्य में ‘कोल्ड वेव’ यानी शीतलहर की स्थिति बन सकती है। बर्फीली पछुआ हवाओं के कारण कनकनी और बढ़ेगी, जिससे विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच सकती है। ऐसे में लोगों को बेवजह घरों से बाहर न निकलने और विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
अस्पतालों में बढ़ी भीड़ और ठंड के साथ प्रदूषण का दोहरा हमला
बदलते मौसम और बढ़ते वायु प्रदूषण ने लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालना शुरू कर दिया है। राजधानी के प्रमुख अस्पतालों जैसे (PMCH Patient Inflow) और आईजीआईएमएस में मरीजों की कतारें लंबी होती जा रही हैं। पिछले कुछ दिनों में पीएमसीएच में करीब 250 और आईजीआईएमएस में 300 से अधिक मरीज केवल ठंड और सांस संबंधी समस्याओं के कारण परामर्श लेने पहुंचे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों में निमोनिया और अस्थमा जैसी बीमारियां तेजी से पांव पसार रही हैं, जो चिंता का विषय है।
निजी स्कूलों में छुट्टियों का गणित और डीएम का विवेक
पटना के कई निजी स्कूलों ने अपने स्तर पर शीतकालीन अवकाश की घोषणा पहले ही कर दी है, जिसमें से कुछ आज तो कुछ कल से बंद होने वाले हैं। हालांकि, (District Magistrate Decision) की भूमिका इस मामले में सबसे अहम हो जाती है क्योंकि अक्सर बाकी जिलों के डीएम पटना के आदेशों को ही आधार बनाकर अपने क्षेत्र में फैसला लेते हैं। फिलहाल प्रशासन ने केवल समय में बदलाव कर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की है, लेकिन बढ़ती ठंड इस फैसले को बदलने पर मजबूर कर सकती है।
बच्चों की सेहत के लिए डॉक्टरों की विशेष हिदायत
ठंड के इस मौसम में बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर लगातार परामर्श जारी कर रहे हैं। उनका मानना है कि (Child Health Protection) के लिए यह जरूरी है कि बच्चे गर्म कपड़ों में रहें और ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क में न आएं। स्कूलों के समय में किए गए बदलाव से बच्चों को सुबह के घने कोहरे से तो राहत मिलेगी, लेकिन दिन भर बनी रहने वाली कनकनी अभी भी एक बड़ी चुनौती है। अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे बच्चों के खान-पान पर विशेष ध्यान दें और उन्हें गुनगुना पानी ही पिलाएं।
क्या दोबारा होगा समय सारिणी पर पुनर्विचार?
जैसे-जैसे तापमान में गिरावट आ रही है, जिलाधिकारी पर स्कूलों को पूरी तरह बंद करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। यदि (Winter Weather Forecast) के अनुसार तापमान और गिरता है, तो प्रशासन 25 दिसंबर से पहले ही स्कूल बंदी का नया आदेश जारी कर सकता है। फिलहाल 19 दिसंबर से लागू हुई इस नई समय-सारिणी से स्कूलों को अपनी बस सर्विस और क्लास टाइमिंग्स में बड़े बदलाव करने पड़े हैं। आने वाले दो-तीन दिन बिहार की शिक्षा व्यवस्था और बच्चों की सेहत के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण होने वाले हैं।